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Hariom Anand Case: मानसी ने मुख्यमंत्री, डीजीपी को किया ट्वीट, पूछा-जालसाजों पर कब नकेल कसेगी सरकार

,JusticeForHariomAnand से सुभारती ग्रुप के अतुल कृष्ण शेयर होल्डरों पर कार्रवाई की मांग की। पूछा जालसाजों पर कब नकेल कसेगी हमारी सरकार।

By Prem BhattEdited By: Published: Mon, 06 Jul 2020 12:11 AM (IST)Updated: Mon, 06 Jul 2020 09:46 AM (IST)
Hariom Anand Case: मानसी ने मुख्यमंत्री, डीजीपी को किया ट्वीट, पूछा-जालसाजों पर कब नकेल कसेगी सरकार
Hariom Anand Case: मानसी ने मुख्यमंत्री, डीजीपी को किया ट्वीट, पूछा-जालसाजों पर कब नकेल कसेगी सरकार

मेरठ, जेएनएन। आनंद अस्पताल के मालिक हरिओम आनंद की आत्महत्या का मामला उनकी बेटी मानसी आनंद ने रविवार को मुख्यमंत्री तक पहुंचाया। उत्तराखंड के पूर्व मंत्री द्वारा सुभारती विवि के संस्थापक अतुल कृष्ण को जालसाज बनाए जाने के आरोप संबंधी खबर को टैग करते हुए मानसी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, डीजीपी, यूपी पुलिस को ट्वीट कर पूछा है कि 'इन जालसाजों पर कब नकेल कसेगी हमारी सरकार दो घंटे बाद ही मानसी ने #JusticeForHariomAnand से पुन: सीएम के साथ पुलिस के ट्विटर हैंडलर पर तीन पन्नों का वही शिकायती पत्र पोस्ट किया। इसमें उन्होंने सुभारती ग्रुप के अतुल कृष्ण, उनकी पत्नी, शेयरधारकों और फाइनेंसरों को अपने पिता की आत्महत्या का जिम्मेदार बताकर कार्रवाई की मांग की थी। इस पोस्ट में उन्होंने लिखा, 'मेरे पूज्य पिताजी हरिओम आनंद को इन जालसाजों ने चक्रव्यूह में फंसाकर उन्हें खुदकुशी के लिए मजबूर किया।

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एक बेटी अपने पिता के इंसाफ के लिए प्रशासन से न्याय मांगती है

हरिओम आनंद की मौत के बाद से ही उनकी बेटी मानसी ने सुभारती विवि के संस्थापक अतुल कृष्ण, उनकी पत्नी और आनंद अस्पताल के शेयर होल्डरों के खिलाफ जुबानी से लेकर कानूनी जंग छेड़ रखी है। पहले एसएसपी से शिकायत की फिर मानसी ने जांच अधिकारी एसपी सिटी के यहां बयान दर्ज कराकर कई साक्ष्य पेश करने का दावा किया। उनका आरोप है कि सुभारती ग्रुप में एक तिहाई हिस्सा न देने से उनके पिता कर्जदार हो गए, फिर आनंद अस्पताल के शेयरधारकों ने दबाव बनाकर उन्हें आत्महत्या के लिए मजबूर किया। मानसी के आरोपों की जांच की जा रही है।

मानसी ने अस्पताल पहुंचकर स्टाफ से की बातचीत

हरिओम आनंद की मौत के एक सप्ताह बाद रविवार को मानसी आनंद ने अस्पताल पहुंचकर ओपीडी देखी और डाक्टरों तथा स्टाफ के साथ बात की। उन्होंने डाक्टरों और स्टाफ को पहले की तरह ही लोगों की सेवा करते रहने को कहा। सभी से कहा कि स्टाफ कोविड-19 से खुद को सुरक्षित रखते हुए काम करे। मानसी ने पिता से अंतिम समय पर बात करने वाले स्टाफ से भी जानकारी ली। उन्होंने बताया कि हरिओम आनंद ने पूरे स्टाफ के सामने कहा था कि अब नहीं बचेंगे, तभी उन्हें तत्काल उपचार के लिए ले जाया गया था।

हरिद्वार में अस्थि विसर्जन

रविवार को हरिओम आनंद के भाई सुशील आनंद, बेटा गौतम आनंद और दामाद संदीपन, अस्थि विसर्जन के लिए हरिद्वार गए थे। वहां उन्होंने हरिओम आनंद की अस्थियां विसर्जित कीं व शांति पूजन करवाया। इस दौरान संकल्प लिया गया कि हरिओम आनंद को आत्महत्या के लिए मजबूर करने वालों को सजा दिलाकर रहेंगे ताकि उनकी आत्मा को शांति मिले। 


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