फेसबुक पर दोस्ती कर ये काम करता था, आखिरकार पकड़ा गया
नौकरी का लालच देकर एक आरोपित ने मेरठ के व्यक्ति को ठग लिया। आरोपित फेसबुक पर दोस्ती कर इस तरह कितने ही लोगों को ठग चुका है।
By Ashu SinghEdited By: Published: Thu, 14 Mar 2019 06:07 PM (IST)Updated: Thu, 14 Mar 2019 06:07 PM (IST)
मेरठ, जेएनएन। पहले फेसबुक पर दोस्त बनाता था। फिर वाट्सएप और ई-मेल के जरिए सरकारी नौकरी लगवाने का लालच देता था। इसके बाद अपने एकाउंट में रुपये डलवाता था, लेकिन नौकरी नहीं लगवाता था। दिल्ली निवासी एक पीड़ित ने एसएसपी से ई-मेल के जरिए शिकायत की थी, जिसकी जांच क्राइम ब्रांच को सौंपी गई थी। टीम ने बुधवार को आरोपित को गिरफ्तार कर लिया।
एसएसपी से की थी शिकायत
दिल्ली के मंडावली गांव निवासी अमित कुमार वर्मा ने एक सप्ताह पूर्व एसएसपी से शिकायत की थी। इसमें उसने कहा था कि पंद्रह दिन पहले परतापुर क्षेत्र के शताब्दीनगर निवासी मनीष कुमार त्यागी पुत्र विरेंद्र त्यागी ने फेसबुक पर उससे दोस्ती की थी। इसके बाद मोबाइल नंबर लेकर पोस्ट ऑफिस में सरकारी नौकरी दिलाने की बात कही। वाट्सएप और ईमेल पर भी वह नौकरी लगवाने की बात करता था। उसकी बातों में आकर उसने उसके पीएनबी के खाते में 25 हजार 500 रुपये डलवा दिए। इसके बाद उसने ई-मेल के माध्यम से ऑफर लेटर और ज्वाइनिंग लेटर भी दिया। डाक विभाग में जानकारी की तो वह फर्जी निकले। मनीष से जानकारी की तो वह धमकी देने लगा। कप्तान के आदेश पर क्राइम ब्रांच ने जांच की तो आरोप सही पाए गए।
बीकॉम पास है आरोपित
क्राइम ब्रांच ने बुधवार को मनीष को गिरफ्तार कर उसके पास से लैपटॉप, मोबाइल, बैंक पासबुक, डीएल, आधार कार्ड आदि कागज बरामद किए। क्राइम ब्रांच प्रभारी योगेंद्र सिंह ने बताया कि आरोपित बीकॉम पास है। पूछताछ में पता चला कि वह कई लोगों से ठगी कर लाखों रुपये वसूल चुका है। अन्य लोगों की जानकारी की जा रही है, जिसको इसने अपना शिकार बनाया था।
एसएसपी से की थी शिकायत
दिल्ली के मंडावली गांव निवासी अमित कुमार वर्मा ने एक सप्ताह पूर्व एसएसपी से शिकायत की थी। इसमें उसने कहा था कि पंद्रह दिन पहले परतापुर क्षेत्र के शताब्दीनगर निवासी मनीष कुमार त्यागी पुत्र विरेंद्र त्यागी ने फेसबुक पर उससे दोस्ती की थी। इसके बाद मोबाइल नंबर लेकर पोस्ट ऑफिस में सरकारी नौकरी दिलाने की बात कही। वाट्सएप और ईमेल पर भी वह नौकरी लगवाने की बात करता था। उसकी बातों में आकर उसने उसके पीएनबी के खाते में 25 हजार 500 रुपये डलवा दिए। इसके बाद उसने ई-मेल के माध्यम से ऑफर लेटर और ज्वाइनिंग लेटर भी दिया। डाक विभाग में जानकारी की तो वह फर्जी निकले। मनीष से जानकारी की तो वह धमकी देने लगा। कप्तान के आदेश पर क्राइम ब्रांच ने जांच की तो आरोप सही पाए गए।
बीकॉम पास है आरोपित
क्राइम ब्रांच ने बुधवार को मनीष को गिरफ्तार कर उसके पास से लैपटॉप, मोबाइल, बैंक पासबुक, डीएल, आधार कार्ड आदि कागज बरामद किए। क्राइम ब्रांच प्रभारी योगेंद्र सिंह ने बताया कि आरोपित बीकॉम पास है। पूछताछ में पता चला कि वह कई लोगों से ठगी कर लाखों रुपये वसूल चुका है। अन्य लोगों की जानकारी की जा रही है, जिसको इसने अपना शिकार बनाया था।
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