मेरठ : बीएड कॉलेज में नकली शराब बनाने का बड़ा नटवर्क कर रहा था काम, असली होलोग्राम लगाकर बेच रहे थे नकली माल
मेरठ के जानी में बीएड कालेज के अंदर मंसूरपुर की सर शादीलाल डिस्टलरी की नकली शराब तैयार करने में बड़ा नेटवर्क काम कर रहा था। एडीजी के आदेश पर मुजफ्फरनगर और मेरठ पुलिस ने 18 लोगों को गिरफ्तार किया है। ये नकली शराब पर असली होलोग्राम लगाकर बेचते थे।
मेरठ, जेएनएन। जानी में बीएड कालेज के अंदर मंसूरपुर की सर शादीलाल डिस्टलरी की नकली शराब तैयार करने में बड़ा नेटवर्क काम कर रहा था। एडीजी के आदेश पर मुजफ्फरनगर और मेरठ पुलिस ने 18 लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें पांच आरोपित ऐसे हैं, जो टैंकर से केमिकल निकालकर नकली शराब फैक्ट्री में सप्लाई कर मोटा मुनाफा कमा रहे थे। जानी थाना पुलिस ने इन पांचों तस्करों के कब्जे से टैंकर, दो लग्जरी गाडिय़ां बरामद कीं। पकड़े गए आरोपितों ने पूछताछ में बताया कि शराब के ठेके पर नकली शराब की पेटी 1500 रुपये की बेची जा रही थी, जबकि असली शराब की पेटी की कीमत 2800 रुपये है। एसएसपी अजय साहनी ने प्रेसवार्ता में बताया कि पंचायत चुनाव के लिए यह शराब तैयार की जा रही थी। शराब के ठेकों पर आधी रकम में शराब सप्लाई हो रही थी।
दो सप्ताह पहले कंकरखेड़ा और जानी पुलिस ने तेजवीर ङ्क्षसह बीएड कालेज के अंदर से शराब फैक्ट्री पकड़ी थी। फैक्ट्री से करीब सौ पेटी शराब बरामद की गई, जो देसी शराब के ठेकों पर सप्लाई होने वाली थी। पुलिस ने मौके से चौकीदार जाकिर, पीपला निवासी विकास, भमोरी कंकरखेड़ा के अमित, सरधना के सचिन, कानपुर के संजीव ठाकुर की पत्नी नीलम और मंसूरपुर के सोनू की पत्नी रेखा को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। नकली शराब के धंधे को खत्म करने के लिए एडीजी राजीव सभरवाल ने जोन के तीन जनपदों मेरठ, मुजफ्फरनगर और हापुड़ की टीमें लगा दीं। मेरठ के जानी, टीपीनगर और क्राइम ब्रांच की टीम ने टीपीनगर के देवतापुरम निवासी ब्रजपाल उर्फ टुंडालाला, वरदान उर्फ विक्रांत निवासी जमुना विहार खतौली, अनुज निवासी गालिबपुर खतौली, राजबीर निवासी टावर वाली गली खतौली और ङ्क्षपटू निवासी बिटावदा कंकरखेड़ा को गिरफ्तार कर लिया। उनके कब्जे से एक टैंकर दो लग्जरी कारें बरामद की गई हैं। टैंकर से ईएनए केमिकल लाया जाता था, जिससे शराब तैयार की जाती थी। ब्रजपाल ने केमिकल बेचकर हाल ही में एक लग्जरी कार खरीदी थी।
सोनू और विशाल ने डिस्टलरी से निकाले थे होलोग्राम
सर शादीलाल डिस्टलरी से तोहफा ब्रांड के होलोग्राम मुजफ्फरनगर में गिरफ्तार किए सोनू और विशाल ने निकाले थे। सोनू और विशाल डिस्टलरी में काम कर चुके हैं। उनकी वहां काम करने वाले कर्मचारियों पर अच्छी पकड़ है। ऐसे में नकली शराब को असली होलोग्राम लगाकर बेचा जा रहा था। पुलिस पूरे गैंग की तह तक जा चुकी है। कानुपर का संजीव ठाकुर पुलिस पकड़ से अभी दूर है। संजीव की पत्नी नीलम ओर सोनू की पत्नी रेखा को पुलिस पहले ही जेल भेज चुकी है।
हो सकता था बड़ा कांड
नकली शराब से क्षेत्र में लोगों की मौत हो सकती थी। एसएसपी अजय साहनी ने बताया कि समय रहते पुलिस ने शराब फैक्ट्री पकड़ ली, वरना बड़ी घटना हो सकती थी। बता दें कि कंकरखेड़ा इंस्पेक्टर तपेश्वर सागर ने चेङ्क्षकग के दौरान कंकरखेड़ा में सौ पेटी शराब पकड़ी थी। इसके बाद ही पुलिस फैक्ट्री को तलाश करने में कामयाब हुई।