Lockdown: राशन डीलर को मनमानी पड़ी भारी, पांच हजार का लगा जुर्माना Meerut News
संकट के इस समय में भी कार्डधारकों को बहुत से डीलर परेशान कर रहे हैं। जागरण को जो शिकायतें प्राप्त हो रही हैं इनमें डीलरों की मनमानी वाले रवैये की बात सबसे ज्यादा हैं।
मेरठ, जेएनएन। Lockdown लॉकडाउन में हर कोई राशन को लेकर परेशान है। पूर्ति विभाग के अफसर से लेकर डीएम-कमिश्नर तक इस चिंता में लगे हुए हैं कि लाभार्थी को उचित राशन मिल जाए, लेकिन तमाम डीलर हैं कि अभी भी पुरानी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं। संकट के इस समय में भी कार्डधारकों को बहुत से डीलर परेशान कर रहे हैं। जागरण को जो शिकायतें प्राप्त हो रही हैं, इनमें डीलरों की मनमानी वाले रवैये की बात सबसे ज्यादा हैं। इसी मनमानी की वजह से रोहटा रोड, नई बस्ती के डीलर रविंद्र पर पांच हजार जुर्माना लगा है। डीलर की कई दिनों से दैनिक जागरण को शिकायत आ रही थी।
आधा दर्जन से अधिक शिकायत मिलने पर जिला पूर्ति अधिकारी ने टीम के साथ छापेमारी की। वह मौके पर पहुंचे तो दुकान बंद मिली, जबकि इस समय सुबह छह बजे से रात नौ बजे तक दुकान खोलने का आदेश है। जिला पूर्ति अधिकारी नीरज सिंह ने बताया कि दुकान बंद करने पर डीलर रविंद्र पर जुर्माना लगाया है।
यहां भी हुई छापामारी, कम राशन देने का आरोप : मेरठ तहसील के ढिंढाला गांव में राशन डीलर के बारे में शिकायत थी कि वह घटतौली करते हैं। इस पर बुधवार को बांट-माप विभाग व पूर्ति विभाग के अधिकारियों ने छापेमारी की।
डीलर पर आरोप, दो ही दिन बांटा राशन : दिल्ली चुंगी स्थित वीरनगर के डीलर राजेंद्र के बारे में शिकायत आई कि शुरुआत में दो दिन राशन बांटा व बाद में दुकान बंद कर दी। बताया राशन खत्म हो गया है।
अधिक दाम पर सामान बेचने का आरोप : मेडिकल कॉलेज के सामने क्वालिटी प्रोविजन स्टोर पर अधिक दाम पर सामान बेचने का आरोप लगा है। एक महिला ने दैनिक जागरण को फोन कर आरोप लगाया। इस शिकायत को देखते हुए जांच को विभाग को प्रकरण प्रेषित किया गया।
वीसी ने दिया सफाई का निर्देश : शताब्दीनगर में हवाई पट्टी के ठीक सामने पॉकेट-ई स्थित है। यहां से कांति प्रसाद ने फोन किया कि नाले अटे पड़े हैं। वीसी राजेश पांडेय ने बताया कि संबंधित अधिकारी को शीघ्र सफाई कराने का निर्देश दिया है।
पहले टरकाते रहे, खबर प्रकाशित हुई तो किया क्वारंटाइन
मंगलवार को औरंगाबाद निवासी रोहन प्रताप सिंह ने एक संदिग्ध युवा के बारे में बाहर से आने की जानकारी दी थी। उन्होंने सरकारी कंट्रोल रूम को शिकायत की, लेकिन उन्हें टरकाया जाता रहा। बुधवार के अंक में इस व्यथा के प्रकाशन के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम ने जांच की और एसडीएम ने भी क्षेत्र का दौरा किया। इसके बाद संदिग्ध को घर में ही 14 दिन को क्वारंटाइन कर दिया।