एलएलएम में अब नहीं होंगे प्रवेश
चौधरी चरण सिंह विवि और उससे जुड़े कालेजों में एलएलएम में दूसरी ओपन मेरिट से सोमवार को भी प्रवेश हुए।
मेरठ, जेएनएन। चौधरी चरण सिंह विवि और उससे जुड़े कालेजों में एलएलएम में दूसरी ओपन मेरिट से सोमवार को भी प्रवेश हुए। अभी भी एलएलएम में कई सेल्फ फाइनेंस कालेजों में सीट रिक्त है। इसके बाद भी सीसीएसयू ने एलएलएम में प्रवेश की प्रक्रिया बंद कर दी है। एलएलएम में मेरठ और सहारनपुर मंडल में करीब 580 सीट हैं, जिस पर प्रवेश के लिए करीब 1800 अभ्यर्थियों ने अपने शैक्षणिक प्रमाणपत्र को अपलोड किया था। इसके बाद भी सभी सीटों पर प्रवेश नहीं हो पाया है। विवि के पोर्टल पर भी कालेजों में एलएलएम की सीटें नहीं दिख रही हैं। उधर, एलएलबी में प्रवेश के लिए दूसरी ओपन मेरिट अभी जारी नहीं हुई है। प्रवेश समन्वयक और छात्र कल्याण अधिष्ठाता प्रो. भूपेंद्र सिंह ने बताया कि एलएलबी की ओपन मेरिट जल्द जारी की जाएगी।
विधि के शिक्षक नहीं कैसे हो पढ़ाई
चौधरी चरण सिंह विवि से जुड़े कुछ कालेजों में बार काउंसिल आफ इंडिया के मानक के अनुसार प्राचार्य और शिक्षक नहीं हैं। इसकी वजह से छात्रों की पढ़ाई पर असर पड़ रहा है। चौधरी चरण सिंह विवि ने ऐसे सभी संस्थानों को 15 दिन के भीतर मानक के अनुसार शिक्षक और प्राचार्य को नियुक्त करने के लिए कहा है। अन्यथा ऐसे कालेजों पर कार्रवाई की जाएगी।
प्राचार्य की लिखित परीक्षा में सब पास
उत्तर प्रदेश उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग ने प्राचार्य पद की लिखित परीक्षा का परिणाम घोषित कर दिया है। मेरठ से करीब 50 से अधिक प्राध्यापकों और कार्यवाहक प्राचार्य ने परीक्षा दी थी, जिसमें सबसे अधिक मेरठ कालेज से शिक्षक रहे। लिखित परीक्षा में कोई न्यूनतम कट आफ न होने की वजह से ज्यादातर अभ्यर्थी सफल रहे हैं। अब साक्षात्कार के बाद प्राचार्य के पद पर अंतिम चयन किया जाएगा।
प्राचार्य पद के लिए 29 अक्टूबर 2020 को प्रयागराज में लिखित परीक्षा हुई थी। एडेड कालेजों में प्राचार्य के करीब 290 रिक्त पद पर तैनाती के लिए परीक्षा हुई थी। इसमें सौ नंबर की लिखित परीक्षा हुई थी। पूरे प्रदेश से 743 ने परीक्षा दी थी, जिसमें 610 उत्तीर्ण हुए हैं। अब इनका साक्षात्कार लिया जाएगा। साक्षात्कार 20 नंबर का होगा। अंतिम चयन लिखित परीक्षा के अंक, साक्षात्कार और एपीआइ के अंकों के आधार पर किया जाएगा। मेरठ जिले में अधिकांश कालेजों में कार्यवाहक प्राचार्य हैं। मेरठ कालेज, डीएन कालेज सहित कई कालेजों के प्राचार्य ने भी यह परीक्षा दी है।