लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने दिया सुझाव, किस तरह से व्यवस्था की जाए ताकि शहर में लॉकडाउन भी खुल जाए Meerut News
भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डा. लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने सुझाव दिया है कि शहर में किस तरह से व्यवस्था की जाए ताकि लॉकडाउन भी खुल जाए और संक्रमण प्रभावित क्षेत्र में सख्ती भी रहे।
मेरठ, जेएनएन। भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डा. लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने पूरे शहर को कंटेनमेंट जोन में रखने पर सवाल उठाते हुए प्रशासन को सुझाव दिया है कि शहर में किस तरह से व्यवस्था की जाए ताकि लॉकडाउन भी खुल जाए और संक्रमण प्रभावित क्षेत्र में सख्ती भी रहे। उन्होंने कहा कि नगर निगम के 35 वार्ड ग्रीन क्लस्टर में रखे जाएं और बाकी को रेड जोन में। जहां एक भी संक्रमण के केस नहीं हैं उन्हें रेड जोन या कंटेनमेंट जोन में रखने का औचित्य नहीं है। 35 वाडरें को ग्रीन में रखकर इनमें सामान्य गतिविधि शुरू कर दी जाए। इन्हें 30 जून तक लॉकडाउन में रखने से पूरा शहर प्रभावित होगा।
उन्होंने कहा कि जागृति विहार सब्जी मंडी का कोई औचित्य नहीं था। दिल्ली रोड स्थित नवीन मंडी में एक दिन फल मंडी, एक दिन गल्ला मंडी व एक दिन सब्जी मंडी खोलें। रविवार को अवकाश रखें और उस दिन सैनिटाइजेशन हो। कहा कि अनुभव के आधार पर शहर को बंद रखने का फैसला किया जाए न कि संशय के आधार पर। जहां भी सख्ती हो वहां एक सप्ताह तक लगातार एक समान सख्ती लागू की जाए।
चारों ओर से पड़ रहे दबाव और शासन की गाइडलाइन मिलने के बाद जिलाधिकारी अनिल ढींगरा ने सोमवार शाम को सभी विभागों के साथ बैठक की। डीएम अनिल ढींगरा ने बताया कि बैठक में तय किया गया कि शहर के संक्रमित क्षेत्रों में सील और अन्य कार्रवाई सख्ती के साथ की जाएगी। जबकि संक्रमण से मुक्त इलाकों को चिन्हित करके वहां गतिविधियां शुरू करने की छूट दी जाएगी। इस संबंध में होमवर्क करके मंगलवार शाम तक आदेश जारी कर दिया जाएगा।
माना जा रहा है कि जिला प्रशासन जिन क्षेत्रों को कंटेनमेंट जोन से बाहर निकालने के लिए चिन्हित करेगा।
उनमें स्थित बाजारों को खोलने के लिए दिन भी आवंटित किए जा सकते हैं। कस्बों की भांति दुकानें खोलने के लिए भी दिन निर्धारित किए जा सकते हैं। यानी किस-किस दिन कौन-कौन से व्यवसाय विशेष की दुकानें या बाजार खोले जा सकते हैं। जिला प्रशासन क्या व्यवस्था करेगा, यह आज शाम तक ही साफ होगा। बैठक में सीडीओ, सभी एडीएम, सिटी मजिस्ट्रेट, सभी एसीएम, नगर आयुक्त, सीएमओ समेत सभी प्रशासनिक अधिकारियों तथा संबधित विभागों के अफसर शामिल थे।