यहां हर बच्चे की मौत के बाद होता है हंगामा, दफनाने के लिए नहीं कोई जमीन
बागपत में कब्रिस्तान की भूमि को ग्राम प्रधान ने तालाब बना दिया। मौत के बाद नहीं बची दफनाने को जमीन। बच्चे के शव को रखकर हो रहा हंगामा।
बागपत, जेएनएन। रोशन गढ़ गांव में नवजात के शव को दफनाने को लेकर हंगामा। ग्रामीणों का आरोप की बच्चों के कब्रस्तान की भूमि को ग्राम प्रधान ने मछली पालक को तालाब बनाकर बेच दिया। दर्जनों बार शिकायत करने पर ग्राम प्रधान ने कोई सुनवाई नहीं की।
हर बच्चे की मौत पर होता है हंगामा
रोशन गढ़ निवासी विपिन पुत्र ओमकार ने बताया कि दो दिन पूर्व उसके बेटा हुआ, परन्तु अचानक रविवार को उसकी मौत हो गई। मौत के बाद जब वे उसे दफनाने के लिए बच्चों के कब्रिस्तान पर पहुंचे तो वह भूमि तालाब में तब्दील हो चुकी है। जिसमें गांव का एक व्यक्ति मछली पाल रहा है। यह दखकर वे बच्चे के शव को वापस लेकर आ गए। वहीं ग्रामीणों इलियास, नवाब अली, नफीस आदि ने बताया कि गांव में तालाब तो ग्राम प्रधान ओर उसके पक्ष के लोगों ने कब्जा कर लिया है, जो पूरी तरह से खत्म होने के कगार पर है। जिसकी पिछले दस वर्षो से सम्बन्धित विभाग में सिक्यात की गई है ओर ये बच्चों का कब्रिस्तान जो पिछले 100 वर्षो से गांव के बच्चो के शव दफनाए जाते हैं, उस भूमि को प्रधान हाजी नाजिम ने मोटी रकम वसूल कर तालाब बना दिए जिसमें पिछले 5 वर्षो से मछली पालन चल रहा है। अब पीड़ित परिवार बच्चे को कहा दफनाए इसी को लेकर गांव में बच्चे के शव को रखकर ग्रामीणों ने जमकर हंगामा काटा ओर चेतावनी दी की जब तक गांव में कोई कब्रिस्तान की भूमि नहीं दी जाती वे शव को नहीं दफनएंगे। सूचना पाकर मौके पर पहुंचे ग्राम प्रधान ने पीड़ित परिवार को समझाते हुए नवजात के शव को देर शाम सुपुर्द-ए-खाक कर दिया गया। संपर्क करने पर ग्राम प्रधान हाजी नाजिम ने बताया कि उनपर लगाए गए आरोप निराधार हैं। बच्चा कब्रिस्तान की भूमि पर ग्रामीणों ने अपने बिटोरे बनाए हुए हैं। कुछ पर बरसात का पानी भरा हुआ है जल्द ही कब्रिस्तान की भूमि को कब्जा मुक्त कराया जाएगा। कुछ भूमि बची है जो बच्चो का कब्रिस्तान है।