मेरठ के लाल मेजर हर्ष को मिला वीरता पुरस्कार
भारतीय सेना की ओर से 71वें गणतंत्र दिवस के मौके पर दिए गए अवार्ड में वीरता के लिए 107 अफसरों व सैनिकों को सेना मेडल से नवाजा गया है। वीरता के लिए सेना पदक पाने वालों में मेरठ के लाल मेजर हर्ष काकरान का नाम भी शामिल है।
मेरठ, जेएनएन : भारतीय सेना की ओर से 71वें गणतंत्र दिवस के मौके पर दिए गए अवार्ड में वीरता के लिए 107 अफसरों व सैनिकों को सेना मेडल से नवाजा गया है। वीरता के लिए सेना पदक पाने वालों में मेरठ के लाल मेजर हर्ष काकरान का नाम भी शामिल है। मीनाक्षी पुरम निवासी मेजर हर्ष काकरान को जम्मू-काश्मीर में सेना के एक ऑपरेशन में हिजबुल आतंकी को मार गिराने और साथियों की जान बचाने के लिए इस सम्मान से नवाजा गया है।
पांच साथियों की बचाई जान
राष्ट्रीय राइफल्स की मेकनाइज्ड इंफैंट्री के अंतर्गत कार्य करने दौरान मेजर हर्ष काकरान पिछले साल मार्च महीने में जम्मू-कश्मीर के अति संवेदनशील क्षेत्र पुलवामा के त्राल क्षेत्र चलाए गए ऑपरेशन का हिस्सा था। यह ऑपरेशन हिजबुल मुजाहिदीन के खिलाफ था। अपने जीवन की तनिक भी परवाह न करते हुए काफी देर तक चले भीषण मुठभेड़ के दौरान ही मेजर हर्ष काकरान ने आतंकी को मार गिराया। इस ऑपरेशन में आतंकी को मारने के साथ ही उन्होंने अपने पांच साथियों को एक मकान से सुरक्षित बाहर निकाला। इस ऑपरेशन में अत्यंत साहस एवं वीरता के साथ अपनी टुकड़ी का का नेतृत्व करके सुरक्षित बाहर निकालने और आतंकियों को मार गिराने के कारण ही उन्हें वीरता के लिए सेना पदक से नवाजा गया।
फौजी में दूसरी पीढ़ी हैं मेज हर्ष
मेजर हर्ष काकरान वर्ष 2011 में सेना में कमीशन हुए थे। वह सेना में दूसरी पीढ़ी के अधिकारी हैं। मेजर हर्ष काकरान के पिता सूबेदार मेजर संजय काकरान सेना शिक्षा कोर से सेवानिवृत्त हैं। मवाना में ग्राम बना निवासी मेजर हर्ष वर्तमान में पटियाला में कार्यरत हैं। उनकी इस उपलब्धि पर परिजनों व रिश्तेदारों ककेसाथ ही गांव वालों में भी खुशी की तहर दौड़ गई है।