कैंसर रोगियों के लिए वरदान बनेगा केएमसी
विश्वस्तरीय चिकित्सा सुविधाओं की तरफ मेरठ ने एक और कदम बढ़ाया है। केएमसी चिकित्सालय में कैंसर के इलाज की अत्याधुनिक यूनिट का शुभारंभ करते हुए प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक ने भरोसा जताया कि यह अस्पताल पश्चिमी उप्र के मरीजों के लिए वरदान साबित होगा। कहा कि कैंसर ठीक होने वाली बीमारी बन गई है, बशर्ते मरीज बिना भटके वक्त पर इलाज कराए। उन्होंने केएमसी कैंसर इंस्टीट्यूट शुरू करने के लिए निदेशक डा. सुनील गुप्ता की प्रशंसा की।
मेरठ। विश्वस्तरीय चिकित्सा सुविधाओं की तरफ मेरठ ने एक और कदम बढ़ाया है। केएमसी चिकित्सालय में कैंसर के इलाज की अत्याधुनिक यूनिट का शुभारंभ करते हुए प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक ने भरोसा जताया कि यह अस्पताल पश्चिमी उप्र के मरीजों के लिए वरदान साबित होगा। कहा कि कैंसर ठीक होने वाली बीमारी बन गई है, बशर्ते मरीज बिना भटके वक्त पर इलाज कराए। उन्होंने केएमसी कैंसर इंस्टीट्यूट शुरू करने के लिए निदेशक डा. सुनील गुप्ता की प्रशंसा की।
राज्यपाल राम नाईक ने गुरुवार को करीब सवा एक बजे केएमसी में रेडिएशन अंकोलोजी विभाग का रिबन काटकर शुभारंभ किया। इसके बाद डा. सुनील गुप्ता ने राज्यपाल को कैंसर रोग विभाग दिखाया। उन्होंने बताया कि पश्चिमी उप्र में पहली बार किसी अस्पताल में लीनियर एक्सलरेटर, रोबोटिक आइजीआरटी, 24 चैनल ब्रैंकीथेरपी, पेट सीटी एवं फ्रोजन सेक्शन के लिए आधुनिक क्रायोस्टेट मशीन उपलब्ध होगी। डा. बीएन सतपथी, डा. विक्रम सिंघल, डा. शैली लांबा एवं डा. जसविंदर ने उन्हें तमाम उपकरणों की जानकारी दी। इसके बाद केएमसी सभागार में दीप प्रज्ज्वलन किया गया। डा. सुनील गुप्ता ने कहा कि उनका बड़ा सपना पूरा हुआ है, यह मरीजों की सेवा में समर्पित संस्थान होगा।
मैं भी कैंसर रोगी था..देखो ठीक हो गया
राज्यपाल ने बताया कि उन्हें 1994 में सांसद रहते कैंसर हुआ, किंतु हिम्मत नहीं हारी। विदेश जाने की बजाय टाटा कैंसर अस्पताल मुंबई में इलाज कराया और 24 वर्ष बाद पूरी तरह ठीक हूं। कहा कि किसी मरीज को ऐसे लक्षण मिलें तो वह डाक्टर की मदद से तत्काल जांच कराए तो यह बीमारी पूरी तरह ठीक हो जाती है। राज्यपाल ने कहा कि पश्चिमी उप्र में केएमसी ने बड़ा प्रयास कर अंतरराष्ट्रीय स्तर का चिकित्सा केंद्र बनाया है। उन्होंने कहा कि टाटा कैंसर अस्पताल में मरीजों की लंबी कतार देखकर दुख होता है। मरीजों को अपने शहर में उपलब्ध उच्चीकृत केंद्रों में इलाज कराना चाहिए। टाटा कैंसर अस्पताल के रेडिएशन विभाग के इंचार्ज डा. राजीव सरीन ने कहा कि लीनियर एक्सलरेटर, पेट सीटी एवं फ्रोजन सेक्शन तकनीक तमाम मरीजों की जान बचाएगी। कार्यक्रम में सांसद राजेंद्र अग्रवाल, एलएलआरएम के पूर्व विभागाध्यक्ष अंकोलोजी डा. बीवी भटनागर, वेरियन मेडिकल सिस्टम की मालती सचदेव, डा. ऊषा शर्मा, डा. संदीप मित्थल, डा. संदीप जैन एवं डा. प्रतिभा समेत कई अन्य शामिल हुए।