खेलो इंडिया गर्ल्स लीग : मेरठ में तैयार होगी गर्ल्स सुपर लीग फुटबॉल टीम Meerut News
मेरठ में खेलो इंडिया गर्ल्स लीग का आयोजन होने जा रहा है। यह जानकारी गुरूवार को आईटीआई साकेत में अरुणोदय संस्था की ओर से आयोजित एक प्रेस वार्ता के दौरान बताया गया।
मेरठ, जेएनएन। फीफा का अंडर-17 महिला फुटबॉल प्रतियोगिता का वर्ल्ड कप देश में आयोजित होने जा रहा है। इस कड़ी में ही खेलो इंडिया गर्ल्स लीग की शुरुआत भी हो चुकी है। गर्ल्स लीग के लिए महिला फुटबॉल खिलाड़ियों की टीम अब मेरठ में भी तैयार की जाएगी। मेरठ में महिला फुटबॉल खिलाड़ी तैयार करने के लिए एक क्लब बनाया जाएगा। इसमें राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय कोच बालिकाओं को फुटबॉल की बारीकियां सिखाएंगे और उन्हें राष्ट्रीय स्तर की खिलाड़ी और लीग प्रतियोगिताओं के लिए तैयार किया जाएगा। यह जानकारी गुरुवार को आईटीआई साकेत में अरुणोदय संस्था की ओर से आयोजित एक प्रेस वार्ता में अध्यक्ष अनुभूति चौहान ने दी।
उन्होंने बताया कि इसकी शुरुआत और जागरूकता के लिए शुक्रवार को कैलाश प्रकाश स्पोर्ट्स स्टेडियम में महिला फुटबॉल मैच कराया जा रहा है। कैंसर जागरूकता के लिए किए जा रहे इस मैच में मेरठ की टीम हिसार की फुटबॉल खिलाड़ियों के साथ मैच खेलेगी। नारी सशक्तिकरण और कैंसर जागरूकता के इस प्रोग्राम को बढ़ावा देने के लिए अंतरराष्ट्रीय जूडो खिलाड़ी गरिमा चौधरी और अंतरराष्ट्रीय पहलवान अर्जुन पुरस्कार सम्मानित अलका तोमर खिलाड़ियों के बीच मौजूद रहेंगी। संस्था की ओर से बताया गया कि यह महिला फुटबॉल मैच एक शुरुआत है। इसके बाद महिलाओं को फुटबॉल से जोड़ने, उन्हें प्रशिक्षित करने और फुटबॉल का बेहतर माहौल बनाने के लिए मेरठ में ही एक क्लब की शुरुआत की जा रही है। इसमें बालिकाओं को फुटबॉल की ट्रेनिंग दी जाएगी।
बढ़ेगा फुटबाल उत्पादन भी
इस मौके पर उपस्थित स्टैग इंटरनेशनल कंपनी के संचालक विवेक कोहली ने बताया कि महिला फुटबाल को बढ़ावा देने के लिए वह भी इसका हिस्सा बनने जा रहे हैं। बताया कि टेबल टेनिस के पहले उनका पारिवारिक काम फुटबॉल बनाने का ही रहा है। उनके पिता अर्जुनदास कोहली ने ही देश में पहला फुटबॉल बनाया था। इससे पहले सियालकोट में वह यह काम किया करते थे। बताया कि फुटबॉल उत्पादन के क्षेत्र में भी हमारा देश अभी काफी पीछे है। फिलहाल हर दिन करीब एक लाख फुटबॉल भारत से एक्सपोर्ट किया जाता है, जबकि पाकिस्तान जैसे देश 10 लाख फुटबॉल प्रतिदिन एक्सपोर्ट करते हैं।
महिलाओं को बना रहें सशक्त
शहर से गांव तक की महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए फुटबॉल उत्पादन के क्षेत्र से जोड़ा जा रहा है। स्टैग कंपनी की ओर से ग्रामीण क्षेत्रों में 250 महिलाओं को प्रशिक्षित किया गया है। फुटबॉल की सारी सामग्री उनके घर पहुंचाई जाती है और वह खाली समय में हर दिन 8 से 10 फुटबॉल सील कर तैयार कर देती हैं। उन्होंने बताया कि इस तरह 20 हजार महिलाओं को प्रशिक्षित कर इस काम से जोड़ने की योजना पर आगे बढ़ा जा रहा है। विवेक कोहली ने कहा कि इससे जहां महिलाओं को रोजगार मिलेगा, वह सशक्त बनेंगी और खेल उत्पादन में उनका सहयोग भी बढ़ेगा।
बालिकाओं के लिए बेहतर अवसर
खेल के क्षेत्र में लड़कियां तमाम खेलों में आगे बढ़ रही हैं। कुश्ती, बैडमिंटन, टेबल टेनिस में लड़कियों ने दुनिया भर में देश का नाम रोशन किया है। ऐसे में पुरुष फुटबॉल में भी हमारे देश ने काफी तरक्की की है। अब टॉप 100 में हम भी शामिल हैं जबकि महिला फुटबॉल में अभी प्रतिस्पर्धा कम है और आगे बढ़ने के अवसर कहीं ज्यादा है। विवेक कोहली ने कहा कि यही सही समय है जब महिला फुटबाल को बढ़ावा दिया जाना चाहिए, जिससे खेल के साथ आधारभूत संरचना भी तैयार की जा सके। बताया कि ओलंपिक कमेटी की ओर से भी अब इसी थीम पर काम किया जा रहा है, जिसमें हर खेल संगठन को महिला व पुरुष दोनों बराबर संख्या में रखने को कहा जा रहा है। दोनों को एक साथ खेल में शामिल किया जा रहा है और एक साथ प्रतियोगिता का हिस्सा भी बन रही हैं। टेनिस में जब से महिला व पुरुष को शामिल किया गया है, प्रतियोगिता में प्रतिस्पर्धा बढ़ी है। अच्छे खिलाड़ी निकले हैं और दर्शक भी खूब बढ़े हैं। उन्होंने बताया कि इस मुहिम में खेल संगठनों को भी शामिल किया जाएगा जिससे निचले स्तर से अच्छे खिलाड़ियों को तैयार किया जा सके। इस अवसर पर अरुणोदय संस्था की सचिव रिचा सिंह, कोच अतहर अली, आईटीआई साकेत के प्रिंसिपल बनी सिंह चौहान आदि उपस्थित रहे।