'कैलाश मानसरोवर चीन के कब्जे से मुक्त होगा'... भारत तिब्बत सहयोग मंच कार्यक्रम में बोले वक्ता
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के तहत कार्य करने वाले संगठन भारत तिब्बत सहयोग मंच मेरठ प्रांत का एक दिवसीय कार्यकर्ता प्रशिक्षण वर्ग का आयोजन मेरठ बाईपास पर हुआ। जिसमें मुख्य अतिथि भारत तिब्बत सहयोग मंच के राष्ट्रीय महामंत्री पंकज गोयल रहे।
मेरठ, जेएनएन। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के तहत कार्य करने वाले संगठन भारत तिब्बत सहयोग मंच मेरठ प्रांत का एक दिवसीय कार्यकर्ता प्रशिक्षण वर्ग का आयोजन मेरठ बाईपास पर हुआ। जिसमें मुख्य अतिथि भारत तिब्बत सहयोग मंच के राष्ट्रीय महामंत्री पंकज गोयल रहे। पंकज ने बताया कि संगठन की स्थापना 5 मई 1999 को धर्मशाला में की गई। संगठन का मुख्य उद्देश्य चीन से कैलाश मानसरोवर और तिब्बत को मुक्त कराना है। इसके लिए हमें यह विचार जन-जन तक पहुंचाना है।
पंकज गोयल ने कहा कि अगर हमारे कार्यकर्ता इसी तरह से कार्य करते रहे तो बहुत जल्दी हम श्रीराम मंदिर की तरह कैलाश मानसरोवर को भी चीन के कब्जे से मुक्त होता देखेंगे। भारत तिब्बत सहयोग मंच मेरठ प्रांत के प्रभारी वीरेंद्र अग्रवाल ने सभी कार्यकर्ताओं को संगठन का स्वरूप एवं अनुशासन के विषय में जानकारी दी। सभी कार्यकर्ताओं से कहा कि वह संगठन को आगे बढ़ाएं और दिए गए दिशा-निर्देशों के अनुसार काम करते रहे हैं। प्रांत महामंत्री कपिल त्यागी ने कहा कि जल्दी ही सभी जिला अध्यक्ष और महामंत्री अपने अपने जिलों की कार्यकारिणी गठित करें।
अंत में प्रांत अध्यक्ष डा. संदीप चौधरी ने सभी कार्यकर्ताओं से विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में पहुंचाने का सुझाव दिया। प्रशिक्षण वर्ग का संचालन डा. नीरज करण सिंह ने किया। इस प्रशिक्षण वर्ग में मेरठ, हापुड़, बागपत, गाजियाबाद, सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, और बुलंदशहर के कार्यकर्ताओं ने प्रतिभाग किया।