आइटी पार्क : अगस्त में निकलेगा कंपनियों को बुलाने का विज्ञापन, इस महीने से मिलेगी नौकरी
भारत सरकार की ओर से वेदव्यासपुरी में आइटी पार्क निर्माणाधीन है। तेजी से काम चल किया जा रहा है। अक्टूबर में भवन हैंडओवर हो जाएगा।
मेरठ, जेएनएन। लॉकडाउन खुलने के बाद भी आर्थिक परेशानी और नौकरी-रोजगार की समस्याएं बनी हुई हैं। इन सबके बीच वेदव्यासपुरी में निर्माणाधीन आइटी पार्क एक नई उम्मीद की खबर सुनाने वाला है। कोई समस्या नहीं आई तो अगस्त में कंपनियों को आमंत्रित करने का विज्ञापन निकाल दिया जाएगा। इधर, कंपनियों की स्थलीय निरीक्षण, सरकारी छूट की जानकारी व एमओयू आदि प्रक्रिया चलेगी। उधर, सजावट संबंधी कार्य पूरा हो जाएगा। अक्टूबर में भवन हैंडओवर करके कंपनियों को वहां कार्य शुरू करने को चाबी पकड़ा दी जाएगी।
देहरादून बाईपास पर एमडीए की आवासीय कॉलोनी वेदव्यासपुरी में आइटी पार्क का कार्य चल रहा है। लॉकडाउन से पहले भी यह लक्ष्य बनाया गया था कि जून तक नौकरी देने वाली खुशखबरी मिल जाएगी पर लॉकडाउन ने काम पीछे कर दिया। ऐसे में अब नया लक्ष्य तय किया गया है अक्टूबर। यानी अक्टूबर में भवन को सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क ऑफ इंडिया (एसटीपीआइ) अपनी सुपुर्दगी में ले लेगा। वैसे तो भवन कई महीने पहले ही बनकर तैयार हो गया था पर कुछ अन्य संबंधित कार्य चल रहे हैं। हाल ही में लिफ्ट लगाकर ट्रायल कर लिया गया है। सभी कार्यालयों व ऑडीटोरियम आदि में बिजली संबंधी कार्य हो गए हैं। रंगाई-पुताई भी हो गई है। अब इंटीरियर का कार्य होना है। इसमें फर्नीचर व सजावट संबंधी कार्य होंगे। वहीं परिसर में उद्यान व पार्किंग के लिए कार्य चल रहा है। इन सब कार्यों को पूर्ण करने के लिए अक्टूबर तक का लक्ष्य रखा गया है। चूंकि ये सब कार्य तब भी हो सकते हैं जब कंपनियां यहां पर आ जाएं। इसलिए अगस्त में कंपनियों को आमंत्रित करने के लिए विज्ञापन जारी कर दिया जाएगा।
लॉकडाउन से पहले रोजाना पूछती थीं कंपनियां
आइटी पार्क में दफ्तर खोलने के लिए कंपनियां लॉकडाउन से पहले बहुत रुचि दिखाती थीं। जब दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे तैयार हो जाने की खबर कंपनियों ने सुनी तब रोजाना एसटीपीआइ के फोन घनघना रहे थे। एक मोबाइल कंपनी ने तो पूरा भवन ही किराये पर लेने का ऑफर कर दिया था। हालांकि यह भवन किसी एक कंपनी को नहीं दिया जाएगा। वर्तमान में आइटी कंपनियों को भी संघर्ष करना पड़ रहा है फिर भी उम्मीद है कि कंपनियां अब भी आएंगी।
इंक्यूबेशन सेंटर से स्टार्टअप करेंगे बूम
यहां पर इंक्यूबेशन सेंटर रहेगा। इसकी मदद से स्टार्टअप प्रोजेक्ट को मदद मिल सकेगी। इससे मेरठ शहर के युवा भी अपना स्टार्टअप संचालित कर सकेंगे। यहां बाकायदा एक सेटअप होगा।
यहां क्या रहेगा
-कंपनियां सॉफ्टवेयर तैयार करने को कार्यालय खोल सकेंगी।
-बीपीओ या केपीओ संचालित कर सकेंगी।
-रिसर्च सेंटर संचालित कर सकेंगी।
-यहां से सर्वर संचालित कर सकेंगी।
-मोबाइल डाटा ट्रांसफर के लिए मशीनें स्थापित की जा सकेंगी।