सतर्कता के साथ बढ़ाएं कदम, हारेगा कोरोना-जीत जाएंगे हम
आप सभी को नमस्कार। कोविड-19 यानी कोरोना वायरस हमारे देश के साथ पूरे विश्व के सामने एक बड़ी चुनौती लेकर आया है।
मेरठ जेएनएन। आप सभी को नमस्कार। कोविड-19 यानी कोरोना वायरस हमारे देश के साथ पूरे विश्व के सामने एक बड़ी चुनौती लेकर आया है। दुनियाभर के वैज्ञानिक इसकी वैक्सीन बनाने में जुटे हैं, लेकिन अभी तक सफल नहीं हो सके हैं। इस वायरस के आने के बाद हमारी दिनचर्या भी पूरी तरह बदल गई। लाकडाउन जब हुआ तो एक तरह से हम सब कैद होकर रह गए। स्कूल की छुट्टी हुई तो लगा कहीं बाहर जाने को मिलेगा। लेकिन कोरोना में एक दूसरे से मिलने में भी डर लगता था। अब धीरे-धीरे स्थिति बदल रही है। जिस तरह की स्थिति दिख रही है, उसे देखते हुए अब दैनिक जीवन में मास्क, शारीरिक दूरी और बार-बार हाथ धोना जीवन में अनिवार्य हो गया है।
मैं दसवीं में पढ़ रहीं हूं। प्रशासन की अनुमति के बाद 19 अक्टूबर से स्कूल खुल गया है। कोरोना से पहले और अब दोनों समय में बहुत अंतर दिख रहा है। स्कूल का माहौल भी पूरी तरह से बदला नजर आया। स्कूल ने छात्रों के स्वास्थ्य और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए कई कठोर कदम भी उठाए हैं। पहले कक्षा में सभी एक साथ बैठते थे, अब छह फुट की दूरी पर बैठ रहे हैं। सभी बच्चे मास्क लगाकर स्कूल आ रहे हैं। जहां बच्चे इस बीमारी को लेकर सतर्क हैं, वहीं कुछ बड़े लोग ऐसे हैं जो अभी भी लापरवाही बरत रहे हैं। सड़क पर जिस तरह से भीड़भाड़ दिख रही है, लोग बेफिक्र होकर घूम रहे हैं, वह बेहद चिंताजनक है। हमें घर से निकलने पर कोविड के प्रोटोकाल का जरूर पालन करना चाहिए। अगर सभी लोग अपनी जिम्मेदारियों को समझते हुए कदम बढ़ाएंगे तो इस बीमारी को पूरी तरह से हरा पाएंगे। वंशिका शर्मा, कक्षा 10वीं
सत्यकाम इंटरनेशनल स्कूल, लोहियानगर