नामित सभासद पदों पर खींचतान से भाजपा में घमासान
शामली में 36 नामित सदस्यों की नियुक्ति को लेकर गुटबाजी छिड़ी हुई है। सामान्य, ओबीसी व एससी वर्ग के सदस्यों को एडजस्ट करने पर फोकस किया जा रहा है। इसको लेकर भाजपा में घमासान मचा है।
मेरठ। लोकसभा चुनाव-2019 से पहले शामली में नामित सदस्यों की ताजपोशी करने की कवायद चल रही है। नामित सदस्य पदों पर बिरादरी के हिसाब से प्रतिनिधित्व देने पर हाईकमान का फोकस चल रहा है। जिन निकायों में जिस-जिस बिरादरी की अधिक संख्या है, वहां उस बिरादरी के नामित सदस्य के नामों पर फोकस पर पार्टी हाईकमान का जोर रहा था। सूत्रों का दावा है कि नामित सदस्य पदों को लेकर भाजपा में अंदरूनी घमासान मचा है। एक निकाय से पांच से एक दर्जन तक नामों की सूची भेजी गई, जबकि पालिका में पांच व नगर पंचायत में केवल तीन-तीन नामों पर ही मुहर लगेगी, लेकिन अपने-अपने नामों की पैरवी को लेकर कार्यकर्ता मंत्री, विधायक व संगठन से लेकर लखनऊ तक जोर आजमाइश कर रहे है।
जिले की 10 निकायों में भाजपा की ओर से 36 नामित सदस्यों को मनोनीत किया जाएगा। इसमें भाजपा अपने कार्यकर्ताओं को एडजस्ट करेगी। आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर चुनाव से पहले ही नामित सदस्यों की सूची घोषित होने की प्रबल संभावना जताई जा रही है। ऐसे में 2019 पर नामित सदस्यों की ताजपोशी का खासा असर देखने को मिलेगा। हालांकि हाईकमान नामित सदस्यों में जातिवार समीकरण बनाने की जुगत भिड़ा रहा है ताकि अधिक संख्या वाली बिरादरी को तव्वजो दी जाए और आगामी चुनाव में यह काम आए। भाजपा जिलाध्यक्ष ने निकायों से मिले नामों को लेकर हर निकाय से पांच से एक दर्जन नामों की सूची भेजी है। इन दिनों चर्चा यह भी है कि कई निकायों में नामों को लेकर जमकर गुटबाजी चल रही है। सूत्रों की माने तो शामली, कैराना व कांधला के साथ ही जलालाबाद, थानाभवन, ऊन, गढ़ीपुख्ता, एलम, बनत ¨झझाना निकायों से नामों की सूची जिलाध्यक्ष ने हाईकमान को भेजी है। इनमें कई निकायों में अधिक संख्या वाली बिरादरियों का खयाल नहीं रखा गया है। ऐसे में सूची जारी होते ही खींचतान व घमासान से इन्कार नहीं किया जा सकता है। हालांकि संगठन का दावा है कि नामों को हाईकमान को भेजा गया है। जांच-पड़ताल के बाद ही नामों की सूची फाइनल की जाएगी। साल 2019 के मद्देनजर इस सूची में विशेष सतर्कता बरतने के दावे भी किए जा रहे हैं। लोकसभा चुनाव में नामित सदस्यों की सूची कैराना सीट पर गुल खिला सकती है।
जिलाध्यक्ष पवन तरार ने बताया कि नामित सदस्यों की सूची गोपनीय है। यह सूची पार्टी संगठन ने हाईकमान को भेजी है। निकायों में सामान्य, पिछड़ा व अनुसूचित जाति के एक-एक सदस्य को लिया जाएगा। नामित सदस्यों के नामों पर अंतिम फैसला हाईकमान द्वारा लिया जाएगा।