इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम : गांधीगीरी से भी न माने, मेरठी अब ‘आटोमेटिक सजा’से सुधरेंगे Meerut News
यह एक बड़ी पहल है शहर की बिगड़ी ट्रैफिक व्यवस्था को सुधारने के लिए अब मेरठ में भी लखनऊ की तरह इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम (आइटीएमएस) शुरू होगा।
By Ashu SinghEdited By: Published: Thu, 11 Jul 2019 11:14 AM (IST)Updated: Thu, 11 Jul 2019 11:14 AM (IST)
मेरठ, [प्रदीप द्विवेदी]। गांधीगीरी से भी न मानने वाले मेरठी अब ‘आटोमेटिक सजा’ से सुधारे जाएंगे। शहर की बिगड़ी ट्रैफिक व्यवस्था को सुधारने के लिए अब मेरठ में भी लखनऊ की तरह इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम (आइटीएमएस) शुरू होगा। वैसे तो यह योजना स्मार्ट सिटी के लिए है, लेकिन कमिश्नर अनीता सी मेश्राम की पहल पर इसे मेरठ में भी लागू कराया जाएगा। यह प्रोजेक्ट हवा-हवाई नहीं है, बल्कि इसके लिए डीपीआर भी तैयार हो चुकी है। धनराशि किन-किन स्रोतों से जुटाई जाए, इसके लिए बैठक 15 जुलाई को होगी। स्मार्ट सिटी योजना के तहत लखनऊ में यह योजना लागू हो चुकी है। जल्द ही गाजियाबाद भी इसे शुरू करेगा, वहां इसके लिए टेंडर कर दिया गया है।
खर्च होंगे करोड़ों, चुनिंदा चौराहे ही प्रथम चरण में
यह प्रोजेक्ट काफी महंगा है। लखनऊ में 95 करोड़ से अधिक का प्रोजेक्ट था। अनुमान है कि गाजियाबाद का प्रोजेक्ट 50-60 करोड़ के आसपास का है। बहरहाल, मेरठ में इससे भी कम धनराशि खर्च करने की योजना है। प्रथम चरण में चुनिंदा चौराहों को ही शामिल किया जाएगा।
स्टॉप लाइन पार करने और ओवर स्पीड पर कटेगा चालान
आइटीएमएस के तहत सड़क पर स्टॉप लाइन बनाई जाएगी। इस लाइन को पार करते ही ऑटोमेटिक ई-चालान कट जाएगा और वाहन स्वामी के घर पहुंच जाएगा। सड़कों पर विभिन्न भागों पर स्पीड लिमिट लिखी जाएगी, उस लिमिट को पार करते ही ई-चालान कट जाएगा।
कैमरे लेंगे वाहनों की तस्वीर
तेज स्पीड, बिना हेलमेट, सीट बेल्ट न लगाने वालों, अवैध पार्किंग बना देने वालों की तस्वीरें प्रमुख चौराहों पर लगे सर्विलांस कैमरे लेते रहेंगे। ये कैमरे वाहन के नंबर प्लेट के फोटो करेंगे, जिसके आधार पर ट्रैफिक कंट्रोल रूम से ऐसे लोगों को लगातार ई-चालान भेजा जाता रहेगा।
यूएमटीसी ने शुरू किया नौ चौराहों का सर्वे
जब तक आइएमटीसी के लिए धन जुटाया जाता है और काम आगे बढ़ता है, तब तक पूर्व में प्रस्तावित नौ चौराहों का सुधार कर लिया जाएगा। इसके लिए भारत सरकार की संस्था अर्बन मास ट्रांजिट कंपनी (यूएमटीसी) कमिश्नर के निर्देश पर नौ चौराहों के लिए डीपीआर तैयार कर रही है। छह जुलाई से दिन गिना जाएगा। कंपनी को 60 दिन में डीपीआर सौंपनी है। फिलहाल कंपनी ने चौराहों का सर्वे शुरू कर दिया है।
योजना में यह होगा खास
स्मार्ट सिग्नल लगाए जाएंगे
प्रमुख चौराहे पर सीसीटीवी के साथ ही सर्विलांस कैमरे होंगे
जेब्रा लाइन बनेगी
चौराहों पर फुट ओवरब्रिज भी बनेंगे
चौराहों के चारों ओर फ्री यूटर्न
जेब्रा लाइन तक डिवाइडर का विस्तार
ऑटो रिक्शा के लिए पार्किंग
ये हैं नौ चौराहे
बेगमपुल, हापुड़ अड्डा, एचआरएस चौराहा, तेजगढ़ी चौराहा, रेलवे रोड चौराहा, जेलचुंगी, बागपत रोड बाईपास चौराहा, बच्चा पार्क कमिश्नर चौराहा
वर्तमान और भविष्य के ई-चालान में यह है अंतर
वर्तमान में भी ई-चालान व्यवस्था लागू है। अभी मोबाइल एप के माध्यम से चालान किया जाता है। ट्रैफिक पुलिसकर्मी गाड़ी रोककर नंबर प्लेट का फोटो खींचते हैं और फिर एप के जरिए ई-चालान करते हैं। भविष्य में जब आइटीएमएस लागू हो जाएगा, तब चौराहों पर लगे कैमरे से फोटो खिंचेंगे और ऑटोमेटिक ई-चालान होगा। उन कैमरे में सेंसर भी लगा होगा। साथ ही वीडियो भी बनता रहेगा। तब किसी गाड़ी को रोककर मोबाइल से ई-चालान करने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
इनका कहना है
शहर की ट्रैफिक व्यवस्था दुरुस्त करने के लिए इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम को लागू कराने का प्रयास है। यह बड़ा बदलाव लाएगा। इसके लिए जल्द संबंधित विभागों के अफसरों के साथ बैठक की जाएगी।
- अनीता सी. मेश्राम, कमिश्नर
खर्च होंगे करोड़ों, चुनिंदा चौराहे ही प्रथम चरण में
यह प्रोजेक्ट काफी महंगा है। लखनऊ में 95 करोड़ से अधिक का प्रोजेक्ट था। अनुमान है कि गाजियाबाद का प्रोजेक्ट 50-60 करोड़ के आसपास का है। बहरहाल, मेरठ में इससे भी कम धनराशि खर्च करने की योजना है। प्रथम चरण में चुनिंदा चौराहों को ही शामिल किया जाएगा।
स्टॉप लाइन पार करने और ओवर स्पीड पर कटेगा चालान
आइटीएमएस के तहत सड़क पर स्टॉप लाइन बनाई जाएगी। इस लाइन को पार करते ही ऑटोमेटिक ई-चालान कट जाएगा और वाहन स्वामी के घर पहुंच जाएगा। सड़कों पर विभिन्न भागों पर स्पीड लिमिट लिखी जाएगी, उस लिमिट को पार करते ही ई-चालान कट जाएगा।
कैमरे लेंगे वाहनों की तस्वीर
तेज स्पीड, बिना हेलमेट, सीट बेल्ट न लगाने वालों, अवैध पार्किंग बना देने वालों की तस्वीरें प्रमुख चौराहों पर लगे सर्विलांस कैमरे लेते रहेंगे। ये कैमरे वाहन के नंबर प्लेट के फोटो करेंगे, जिसके आधार पर ट्रैफिक कंट्रोल रूम से ऐसे लोगों को लगातार ई-चालान भेजा जाता रहेगा।
यूएमटीसी ने शुरू किया नौ चौराहों का सर्वे
जब तक आइएमटीसी के लिए धन जुटाया जाता है और काम आगे बढ़ता है, तब तक पूर्व में प्रस्तावित नौ चौराहों का सुधार कर लिया जाएगा। इसके लिए भारत सरकार की संस्था अर्बन मास ट्रांजिट कंपनी (यूएमटीसी) कमिश्नर के निर्देश पर नौ चौराहों के लिए डीपीआर तैयार कर रही है। छह जुलाई से दिन गिना जाएगा। कंपनी को 60 दिन में डीपीआर सौंपनी है। फिलहाल कंपनी ने चौराहों का सर्वे शुरू कर दिया है।
योजना में यह होगा खास
स्मार्ट सिग्नल लगाए जाएंगे
प्रमुख चौराहे पर सीसीटीवी के साथ ही सर्विलांस कैमरे होंगे
जेब्रा लाइन बनेगी
चौराहों पर फुट ओवरब्रिज भी बनेंगे
चौराहों के चारों ओर फ्री यूटर्न
जेब्रा लाइन तक डिवाइडर का विस्तार
ऑटो रिक्शा के लिए पार्किंग
ये हैं नौ चौराहे
बेगमपुल, हापुड़ अड्डा, एचआरएस चौराहा, तेजगढ़ी चौराहा, रेलवे रोड चौराहा, जेलचुंगी, बागपत रोड बाईपास चौराहा, बच्चा पार्क कमिश्नर चौराहा
वर्तमान और भविष्य के ई-चालान में यह है अंतर
वर्तमान में भी ई-चालान व्यवस्था लागू है। अभी मोबाइल एप के माध्यम से चालान किया जाता है। ट्रैफिक पुलिसकर्मी गाड़ी रोककर नंबर प्लेट का फोटो खींचते हैं और फिर एप के जरिए ई-चालान करते हैं। भविष्य में जब आइटीएमएस लागू हो जाएगा, तब चौराहों पर लगे कैमरे से फोटो खिंचेंगे और ऑटोमेटिक ई-चालान होगा। उन कैमरे में सेंसर भी लगा होगा। साथ ही वीडियो भी बनता रहेगा। तब किसी गाड़ी को रोककर मोबाइल से ई-चालान करने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
इनका कहना है
शहर की ट्रैफिक व्यवस्था दुरुस्त करने के लिए इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम को लागू कराने का प्रयास है। यह बड़ा बदलाव लाएगा। इसके लिए जल्द संबंधित विभागों के अफसरों के साथ बैठक की जाएगी।
- अनीता सी. मेश्राम, कमिश्नर
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