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खेल विभाग ने कमर कसी,स्टेडियम में अनुशासनहीन खिलाड़ियों की अब खैर नहीं: Meerut News

खेल विभाग ने कमर कस ली है स्टेडियम में खेल का माहौल बिगाड़ने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई के साथ ही उन्हें स्टेडियम से भी बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा।

By Ashu SinghEdited By: Published: Fri, 14 Jun 2019 02:16 PM (IST)Updated: Fri, 14 Jun 2019 02:16 PM (IST)
खेल विभाग ने कमर कसी,स्टेडियम में अनुशासनहीन खिलाड़ियों की अब खैर नहीं: Meerut News
खेल विभाग ने कमर कसी,स्टेडियम में अनुशासनहीन खिलाड़ियों की अब खैर नहीं: Meerut News
मेरठ, [जागरण विशेष]। खेल स्टेडियमों में खेल का अनुशासन बनाए रखने और खिलाड़ियों के अलावा बाहरी लोगों का प्रवेश रोकने के लिए खेल विभाग ने कमर कस ली है। खेल मंत्री ने स्पष्ट कर दिया है कि स्टेडियम के भीतर जो भी खिलाड़ी अनुशासनहीनता करें या फिर खिलाड़ियों से अलग बाहरी युवक हंगामा या मारपीट करें तो उनके खिलाफ अविलंब डायल 100 पर पुलिस को सूचित कर शिकायत की जाएगी। स्टेडियम में खेल का माहौल बिगाड़ने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई के साथ ही उन्हें स्टेडियम से भी बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा।
वर्ष 1994 का जीओ है लागू
सभी खेल स्टेडियम में वर्ष 1994 में जारी जीओ लागू होता है। उसमें स्पष्ट निर्देश हैं कि स्टेडियम के भीतर बिना पहचान पत्र के कोई भी प्रवेश नहीं करेगा। खिलाड़ी हर दिन आइकार्ड लेकर ही स्टेडियम आएंगे। न ही खिलाड़ियों के अलावा बाहरी युवक स्टेडियम में ट्रेनिंग के दौरान सीढ़ियों पर बैठ सकते हैं। खिलाड़ियों के साथ केवल माता-पिता को ही स्टेडियम में आने की अनुमति है।
हो सकता है बड़ा झमेला
स्टेडियम में आने वाले कुछ खिलाड़ियों और बाहरी युवकों के बीच पहले भी कई बार झगड़े हुए हैं। बाहरी युवकों को रोकने पर एथलेटिक्स के एक कोच पर गोली भी चल गई थी। पिछले सप्ताह स्थानीय पुलिस की टीम ने भी दौरे के दौरान आशंका व्यक्त की है कि स्टेडियम में कभी भी झमेला हो सकता है। इसे देखते हुए खेल विभाग सक्रियता बरतने की तैयारी में है।
आज से होगी जांच
क्षेत्रीय क्रीड़ा अधिकारी आले हैदर के अनुसार शुक्रवार को स्टेडियम में खेल विभाग के अधिकारी, कोच व स्थानीय थाने के पुलिसकर्मी स्टेडियम आने वाले खिलाड़ियों की जांच करेंगे। हर खिलाड़ी का पहचान पत्र देखा जाएगा। जिसके पास पहचान पत्र नहीं होगा उन्हें प्रवेश नहीं मिलेगा। इसके साथ ही खिलाड़ियों के बैग भी चेक किए जाएंगे। इसी तरह सप्ताह में औचक जांच व निरीक्षण कर स्टेडियम के भीतर से बाहरी लोगों को चिह्नित कर पकड़ा जाएगा।
बिना पहचान पत्र के एंट्री नहीं
खेल विभाग के अंतर्गत खिलाड़ी के तौर पर 18 साल तक की आयु वर्ग के खिलाड़ियों को प्राथमिकता से पंजीकृत किया जाता है। इसके ऊपर आयु वर्ग के वही खिलाड़ी स्टेडियम में पंजीकृत होते हैं जो किसी न किसी खेल से जुड़े हैं और खेल संघ व खेल विभाग की प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेते हैं। इनके अलावा कुछ खेलों या फिर जिम में शौकिया खेलने वाले शहर के लोगों को ही कैलाश प्रकाश स्पोर्ट्स स्टेडियम में प्रवेश की अनुमति मिलेगी। यदि किसी खिलाड़ी के पास इस सत्र 2019-20 का स्टेडियम द्वारा जारी पहचान पत्र नहीं होगा तो उन्हें भी प्रवेश की अनुमति नहीं मिलेगी। साथ ही भर्ती रैलियों की तैयारी करने वाले युवाओं को भी स्टेडियम में अभ्यास की अनुमति नहीं प्रदान की जाएगी। 

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