स्नूकर में दुनिया पर राज करते हैं भारतीय खिलाड़ी : अमी कमानी
स्नूकर और बिलियर्ड्स में पिछले कई साल से भारतीय खिलाड़ियों का दबदबा रहा है। भारतीय खिलाड़ी पंकज आडवाणी के नाम 21 वर्ल्ड चैंपियनशिप टाइटल है। 2005, 2008 और 2012 में वह लगातार तीन साल तक हैट्रिक की हैट्रिक मारते हुए वर्ल्ड, एशिया और नेशनल चैंपियन रहे। उनसे पहले गीत श्रीराम सेठी को बिलियर्ड्स और स्नूकर में अजेय खिलाड़ी माना जाता था। तीन अमेचर वर्ल्ड चैंपियनशिप और छह प्रोफेशनल चैंपियनशिप विजेता गीत सेठी पहले भारतीय थे जिन्होंने स्नूकर में अधिकतम 147 का ब्रेक खेला था। तीन एशियन गेम्स में उनके नाम पांच पदक भी हैं।
मेरठ । स्नूकर और बिलियर्ड्स में पिछले कई साल से भारतीय खिलाड़ियों का दबदबा रहा है। भारतीय खिलाड़ी पंकज आडवाणी के नाम 21 वर्ल्ड चैंपियनशिप टाइटल है। 2005, 2008 और 2012 में वह लगातार तीन साल तक हैट्रिक की हैट्रिक मारते हुए वर्ल्ड, एशिया और नेशनल चैंपियन रहे। उनसे पहले गीत श्रीराम सेठी को बिलियर्ड्स और स्नूकर में अजेय खिलाड़ी माना जाता था। तीन अमेचर वर्ल्ड चैंपियनशिप और छह प्रोफेशनल चैंपियनशिप विजेता गीत सेठी पहले भारतीय थे जिन्होंने स्नूकर में अधिकतम 147 का ब्रेक खेला था। तीन एशियन गेम्स में उनके नाम पांच पदक भी हैं।
एलेक्जेंडर एथलेटिक क्लब और व्हीलर्स क्लब में चल रही आल इंडिया ओपन नेशनल स्नूकर चैंपियनशिप में पुरुषों में इंडिया नंबर वन सुमित तलवार और महिलाओं में नंबर वन अमी सहित अन्य रैंक होल्डर खिलाड़ी हिस्सा ले रहे हैं। 30 नवंबर से आठ दिसंबर तक चल रही इस प्रतियोगिता में रैंक वाले खिलाड़ियों के साथ ही प्रदेश के अन्य खिलाड़ियों को भी खेलने का मौका दिया जा रहा है, ताकि उनके खेल का स्तर बढ़ाया जा सके। पहली बार महिला व पुरुष खिलाड़ी भी हिस्सा ले रहे हैं।
सबसे आखिर में ब्लैक बॉल
स्नूकर में गेम स्टार्ट करने के बाद प्रतिद्वंद्वी अगर एक बार में ही गेम समाप्त कर दे तो उसे फर्स्ट ब्रेक गेम कहा जाता है। इसमें एक बेस्ट ब्रेक अधिकतम 147 प्वाइंट का हो सकता है। 15 रेड गेंद के फ्रेम के अलावा येलो, ग्रीन, ब्राउन, ब्लू, पिंक और अंत में ब्लैक बॉल से स्कोर करना होता है। रेड बाल के बाद अन्य रंगीन बॉल को येलो से ब्लैक के क्रम में स्कोर करना होता है। फ्रेम के 15 रेड बॉल पर एक-एक प्वाइंट होता है। येलो पर दो, ग्रीन पर तीन, ब्राउन पर चार, ब्लू पर पांच, पिंक पर छह और ब्लैक पर सात प्वाइंट मिलते हैं। पहला निशाना रेड को बनाना अनिवार्य है। एक रेड के बाद अन्य किसी भी रंगीन गेंद को स्कोर किया जा सकता है। रेड बॉल को वापस नहीं डाला जाता जबकि अन्य सभी रंगीन गेंद एक बार स्कोर होने के बाद वापस बोर्ड पर रख दिए जाते हैं। इस तरह हर बार एक रेड और ब्लैक (एक और सात प्वाइंट) लेते हुए 120 प्वाइंट और अन्य रंग के बॉल से 27 प्वाइंट बनाते हुए 147 प्वाइंट के साथ गेम समाप्त किया जा सकता है।
100 के ब्रेक पर 21 प्वाइंट
खिलाड़ियों को 75 का ब्रेक खेलने पर एक साथ 11 प्वाइंट जबकि 100 या उससे अधिक का ब्रेक मारने पर एक बार में ही 21 प्वाइंट मिल जाते हैं। स्नूकर प्रतियोगिता में 160 प्वाइंट लेने वाला विजेता, 110 प्वाइंट लेने वाला उप-विजेता, 70 में सेमीफाइनलिस्ट और 40 प्वाइंट पर क्वार्टर फाइनलिस्ट बनते हैं।
15 मिनट देरी पर एक फ्रेम पेनाल्टी
आयोजन सचिव आनंद अरोड़ा के अनुसार, स्नूकर में दो खिलाड़ियों के बीच 20-20 मिनट के पांच फ्रेम खेले जाते हैं। इनमें बेस्ट थ्री फ्रेम वाला खिलाड़ी विजेता होता है। यदि कोई खिलाड़ी किसी मैच के निर्धारित समय से 15 मिनट देरी से पहुंचता है तो प्रतिद्वंद्वी को एक फ्रेम का विजेता माना जाता है। 30 मिनट देरी पर दो फ्रेम और इससे अधिक होने पर प्रतिद्वंद्वी को वॉक ओवर मिल जाता है।
थ्री बॉल गेम है बिलियर्ड्स
बिलियर्ड्स में केवल तीन ही गेंद होते हैं। टॉप पर रखे रेड के अलावा दो खिलाड़ियों के लिए येलो व व्हाइट बॉल। इसमें खिलाड़ी गेंद को 'डी' के अंदर ही रखकर खेलने की कोशिश करते हैं। कैनन शॉट में खिलाड़ी सफेद या पीले गेंद के साथ रेड बॉल पॉट करता है तो दो प्वाइंट मिलते हैं। व्हाइट इनोफ में अपनी गेंद से प्रतिद्वंद्वी की गेंद में मारकर अपनी गेंद को पॉट करने पर दो प्वाइंट, अपनी गेंद से रेड में मारकर अपनी गेंद पॉट करने पर तीन प्वाइंट और रेड के साथ अपनी गेंद भी पॉट करने पर छह प्वाइंट मिलते हें। इसमें टॉप टेबल गेम खेला जाता है, जिसमें हर खिलाड़ी अपनी और प्रतिद्वंद्वी की गेंद को ऊपर ही रखकर खेलता है। इसमें बेस्ट ऑफ फाइव में 100 प्वाइंट और 150 प्वाइंट का ब्रेक खेला जाता है। ..तो ओलंपिक में पदकों से भर देते झोली
एशिया व इंडिया नंबर एक खिलाड़ी इंदौर की अमी कमानी का कहना है यह खेल यदि ओलंपिक गेम्स में शामिल होता तो सारे पदक भारत की झोली में आते। पंकज आडवाणी व गीत राठी जैसे खिलाड़ियों ने दुनिया में अलग पहचान बनाई है। एशिया नंबर एक के बाद अमी का लक्ष्य वर्ल्ड नंबर एक टाइटल है, जिसके लिए वह रोजाना छह-सात घंटे अभ्यास करती हैं। अमी के अनुसार, बिलियर्ड्स और स्नूकर को दर्शक कम भले मिलते हैं लेकिन यह बेहद रोचक खेल हैं, जिन्हें शांत माहौल में खेला जाता है। हमारे यहां अब स्नूकर अधिक खेली जा रही है। एमबीए कर चुकीं अमी ने 2010 में स्नूकर खेलना शुरू किया। 2011 में जूनियर व सब-जूनियर में प्रदर्शन की सराहना मिली तो फिर पीछे मुड़कर नहीं देखा।
देश में बढ़नी चाहिए पूल प्रतियोगिताएं
8बॉल पूल चैंपियनशिप में शानदार प्रदर्शन के बाद स्नूकर की दुनिया में पहचान बनाने वाले चंडीगढ़ के सुमित तलवार वर्तमान में इंडिया नंबर वन रैंक होल्डर हैं। सुमित का कहना है कि स्कूल व कालेजों के खिलाड़ी छोटे-छोटे क्लबों में पूल के साथ ही इस खेल की शुरुआत करते हैं। अन्य एशियाई देशों की तरह यदि पूल की प्रतियोगिताएं और बढ़ाई जाएं तो देश में स्नूकर के अधिक खिलाड़ी निकलकर आएंगे। 2010 एशियन गेम्स में क्वार्टर फाइनलिस्ट और उसी साल इंडियन नेशनल 8बॉल पूल चैंपियनशिप विजेता सुमित कई अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में देश का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं।
बढ़नी चाहिए इस खेल की सुविधाएं
मेरठ के स्नूकर खिलाड़ी अकदस का कहना है कि अन्य खेलों की तुलना में इस खेल में प्राइज मनी कम होने के कारण अधिकतर खिलाड़ी बस हॉबी तक सीमित रह जाते हैं। हर खिलाड़ी बड़े क्लब में अभ्यास नहीं कर सकता। बाहरी क्लबों में 80 रुपये प्रति फ्रेम (प्रति 20 मिनट) लगता है। एक खिलाड़ी को हर दिन तकरीबन आठ घंटे का अभ्यास चाहिए। यही कारण है कि कई बार टैलेंट होने के बावजूद खिलाड़ी पीछे हट जाते हैं।
ये हैं टॉप रैंकिंग खिलाड़ी
पुरुष वर्ग में टॉप-16 खिलाड़ियों की रैंकिंग ली जाती है। इनमें ममन सिंह, मलकीत सिंह, शाहबाज आदिल खान, दिलीप कुमार, हिमांशु जैन, आयुष पंवार, दिव्य शर्मा, धर्मेद्र गिरि, राहुल सचदेवा, कमल चावला, लकी वतनानी, आलोक कुमार, सौरभ कथुरी, अन्ना सुप्पल और आशुतोष पंडिया टॉप-16 रैंक पर हैं। महिला वर्ग में टॉप-6 रैंक ली जाती है। इसमें अमी कमानी, वर्षा संजी, विद्या पिल्लई, कीर्ति बंडल, संचज और आर उमा देवी हैं। दर्शकों को स्नूकर अधिक पसंद आता है। खिलाड़ी इसमें बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं जबकि उत्तर प्रदेश से अब बिलियर्ड्स लगभग समाप्त हो चुका है। हमने इस बार महिला खिलाड़ियों को भी आमंत्रित किया ताकि नए खिलाड़ी आकर्षित हो सकें।
- आनंद अरोरा, उपाध्यक्ष, उत्तर प्रदेश स्नूकर/बिलियर्ड्स एसोसिएशन
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अमी ने अपने ग्रुप में तीनों मैच जीते
मेरठ : एलेक्जेंडर एथलेटिक क्लब की ओर से आयोजित ऑल इंडिया ओपन स्नूकर चैंपियनशिप में बुधवार को अपना मैच जीतने के साथ ही एशिया नंबर एक अमी कमानी ने अपने ग्रुप के तीनों मैच जीत लिए। यह मैच व्हीलर्स क्लब में हुआ। प्रतिद्वंद्वी खिलाड़ी कबीर परुथी के देरी से आने पर पहले ही अमी को एक फ्रेम में विजेता घोषित कर दिया गया। दूसरे फ्रेम में वापसी करते हुए कबीर ने 30-45 से फ्रेम जीत लिया। इसके बाद के तीनों फ्रेम में अमी ने बेहतरीन खेल का प्रदर्शन किया और 61:34, 48:35 और 57:25 के सेट से मैच जीत लिया। बुधवार को हुए एलेक्जेंडर क्लब में हुए मैचों में फैजल खान ने नितेक्ष मदान रेलवे, सुमित तलवार ने मो. अकदस मेरठ, पुष्पेंद्र सिंह रेलवे ने वैभव शर्मा नोएडा, लक्ष्मण रावत ने यूपी नंबर दो पारस गुप्ता, दिग्विजय कडियन ने गगन मनचंदा, रजत कनेजा हरियाणा ने मलकीत सिंह इंडिया नंबर तीन, यूपी नंबर एक अक्षय कुमार ने अविनाश दिल्ली और अभिषेक आहूजा दिल्ली ने शोएब दिल्ली को हराकर बढ़त ली।