दारोगा के परिजनों ने देवबंद कोतवाल पर लगाया हत्या का आरोप
देवबंद की रणखंडी चौकी इंचार्ज कुलदीप के खुदकशी प्रकरण में नया मोड़ आ गया है। शुक्रवार को कंकरखेड़ा स्थित आवास पर परिजनों ने प्रेसवार्ता कर ऑडियो क्लिप सार्वजनिक की।
मेरठ। देवबंद की रणखंडी चौकी इंचार्ज कुलदीप के खुदकशी प्रकरण में नया मोड़ आ गया है। शुक्रवार को कंकरखेड़ा स्थित आवास पर परिजनों ने प्रेसवार्ता कर ऑडियो क्लिप सार्वजनिक की। मृतक दारोगा की पत्नी व पिता ने देवबंद कोतवाल को खुदकशी के लिए जिम्मेदार ठहराया।
दारोगा कुलदीप की पत्नी शिल्पी ने देवबंद कोतवाल अभिषेक सिरोही पर पति को प्रताड़ित कर हत्या करने का आरोप लगाया। कहा कि कुलदीप बहादुर थे। वे आत्महत्या जैसा कदम नहीं उठा सकते। उन पर गलत काम करने का दबाव बनाया गया और परेशान किया गया। दिन-रात ड्यूटी कराई गई। घर वाले परेशान न हों, इसलिए खुलकर बात नहीं करते थे। उन्हें घर नहीं आने दिया जा रहा था। इन हालात में वह काफी तनाव में थे। शिल्पी ने गुहार लगाई कि पति की हत्या में जो भी दोषी हैं, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। पिता अशोक कुमार ने बताया कि कुलदीप ने कई बार जिक्र किया था कि उसे परेशान किया जा रहा है। ऑडियो में उसने सुसाइड नोट का भी जिक्र किया है, मगर अधिकारी इससे इन्कार करते रहे। मैं जीत कर भी हारा, सारा जहां जीत गया..
कुलदीप की एक ऑडियो क्लिप 8 मिनट 6 सेकेंड और दूसरी 3 मिनट 31 सेकेंड की है। परिवार से जुड़ी पहली ऑडियो में माíमक कविता से अपनी बात शुरू की। कहा कि आत्मसम्मान बच्चों के मोह पर भी भारी पड़ गया। सीओ और एएसपी के व्यवहार की सराहना करते हुए परिवार का ध्यान रखने की अपील भी की। दूसरी ऑडियो में सीओ को संबोधित करते हुए कुलदीप ने अंग्रेजी में बताया कि वह अब और दबाव नहीं झेल पा रहे। इसलिए खुदकुशी कर रहे हैं। इस दौरान वह कई बार रोये भी।