जनप्रतिनिधि नहीं होंगे शामिल,31 को ही होगा मेला नौचंदी का उद्घाटन
तमाम कयासों को विराम देते हुए आख्रिरकार अब यह तय हो गया कि मेरठ के ऐतिहासिक नौचंदी मेले का उद्घाटन 31 मार्च को ही होगा। उद्घाटन कमिश्नर करेंगी।
By Ashu SinghEdited By: Published: Sat, 30 Mar 2019 11:50 AM (IST)Updated: Sat, 30 Mar 2019 11:50 AM (IST)
मेरठ,जेएनएन। सैकड़ों वर्षो से चले आ रहे मेरठ के ऐतिहासिक मेला नौचंदी के उद्घाटन की परंपरा पर छाए संकट के बादल छंट गये हैं। होली के बाद दूसरे रविवार को मेले के उद्घाटन की परंपरा बनी रहेगी। चुनाव आयोग ने अधिकारियों को मेले का औपचारिक उद्घाटन करने का आदेश दिया है,इस कार्यक्रम में जिला पंचायत और नगर निगम समेत निर्वाचित जनप्रतिनिधि शामिल नहीं हो सकेंगे। जिला प्रशासन ने मेले के विभिन्न कार्यो के ठेकों के लिये भी आयोग से अनुमति मांगी है।
चुनाव आचार संहिता बनी थी बाधा
मेरठ के ऐतिहासिक मेला नौचंदी का उद्घाटन सैकड़ों वर्षो से होली के बाद दूसरे रविवार को होता आया है। लेकिन इस बार लोकसभा चुनाव की प्रक्रिया के चलते मेले के उद्घाटन पर संकट के बादल मंडराने लगे थे। जिला पंचायत मेले के विभिन्न कार्यो के टेंडरों की प्रक्रिया भी पूरी नही पाया है। अब चुनाव आचार संहिता इनमें बाधा बन गई है। मेले के उद्घाटन की परंपरा को कायम रखने के लिये जिला प्रशासन ने चुनाव आयोग से निर्धारित तिथि पर ही उद्घाटन की अनुमति मांगी थी।
डीएम ने साफ की तस्वीर
इसके साथ ही उद्घाटन कार्यक्रम में जिला पंचायत के अध्यक्ष व सदस्यों समेत निर्वाचित जनप्रतिनिधियों को शामिल होने की अनुमति देने की मांग भी की थी। जिलाधिकारी अनिल ढींगरा ने देर रात बताया कि चुनाव आयोग ने मेले का औपचारिक उद्घाटन अधिकारियों के हाथों करा लेने की अनुमति दी है। साथ ही आयोग ने निर्वाचित जनप्रतिनिधियों को इस कार्यक्रम में शामिल होने की अनुमति नहीं दी है।
मांगी है टेंडरों की भी अनुमति
डीएम ने बताया कि मेले के विभिन्न कार्यो के टेंडरों की प्रक्रिया को पूरा करने की अनुमति भी चुनाव आयोग से मांगी है।उन्होंने बताया कि मेला शुरू करने के लिये मेला स्थल के सुधार,विभिन्न व्यवस्था तथा झूला, सर्कस, बिजली, साउंड आदि समेत तमाम कार्यो के टेंडर जरूरी हैं। उन्होंने बताया कि आयोग इसके लिए अनुमति दे देगा,ऐसी उम्मीद है।
कमिश्नर करेंगी उद्घाटन
डीएम अनिल ढींगरा ने बताया कि मेले का उद्घाटन हर वर्ष नगर निगम और जिला पंचायत के निर्वाचित जनप्रतिनिधियों की मौजूदगी में कमिश्नर द्वारा किया जाता है। इस बार भी कमिश्नर से उद्घाटन के लिये समय की मांग की जाएगी। मेले का उद्घाटन पंरपरागत दिन ही होगा।
चुनाव आचार संहिता बनी थी बाधा
मेरठ के ऐतिहासिक मेला नौचंदी का उद्घाटन सैकड़ों वर्षो से होली के बाद दूसरे रविवार को होता आया है। लेकिन इस बार लोकसभा चुनाव की प्रक्रिया के चलते मेले के उद्घाटन पर संकट के बादल मंडराने लगे थे। जिला पंचायत मेले के विभिन्न कार्यो के टेंडरों की प्रक्रिया भी पूरी नही पाया है। अब चुनाव आचार संहिता इनमें बाधा बन गई है। मेले के उद्घाटन की परंपरा को कायम रखने के लिये जिला प्रशासन ने चुनाव आयोग से निर्धारित तिथि पर ही उद्घाटन की अनुमति मांगी थी।
डीएम ने साफ की तस्वीर
इसके साथ ही उद्घाटन कार्यक्रम में जिला पंचायत के अध्यक्ष व सदस्यों समेत निर्वाचित जनप्रतिनिधियों को शामिल होने की अनुमति देने की मांग भी की थी। जिलाधिकारी अनिल ढींगरा ने देर रात बताया कि चुनाव आयोग ने मेले का औपचारिक उद्घाटन अधिकारियों के हाथों करा लेने की अनुमति दी है। साथ ही आयोग ने निर्वाचित जनप्रतिनिधियों को इस कार्यक्रम में शामिल होने की अनुमति नहीं दी है।
मांगी है टेंडरों की भी अनुमति
डीएम ने बताया कि मेले के विभिन्न कार्यो के टेंडरों की प्रक्रिया को पूरा करने की अनुमति भी चुनाव आयोग से मांगी है।उन्होंने बताया कि मेला शुरू करने के लिये मेला स्थल के सुधार,विभिन्न व्यवस्था तथा झूला, सर्कस, बिजली, साउंड आदि समेत तमाम कार्यो के टेंडर जरूरी हैं। उन्होंने बताया कि आयोग इसके लिए अनुमति दे देगा,ऐसी उम्मीद है।
कमिश्नर करेंगी उद्घाटन
डीएम अनिल ढींगरा ने बताया कि मेले का उद्घाटन हर वर्ष नगर निगम और जिला पंचायत के निर्वाचित जनप्रतिनिधियों की मौजूदगी में कमिश्नर द्वारा किया जाता है। इस बार भी कमिश्नर से उद्घाटन के लिये समय की मांग की जाएगी। मेले का उद्घाटन पंरपरागत दिन ही होगा।
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