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ओडियन नाले से जुड़े मोहल्लों में होती है दुआ कि न हो बारिश

पुराने शहर में कई मोहल्ले ऐसे हैं जहां पर जरा-सी बारिश में सड़कें जलमग्न हो जाती हैं। नालियों और नालों का गंदा पानी घरों में घुस जाता है। यह स्थिति ओडियन नाले से जुड़े मोहल्ले ईश्वरपुरी ब्रह्मपुरी आदि में अधिक है। कई सालों से निगम से गुहार लगा-लगाकर थक हार चुके लोग अब तो यही दुआ करते हैं कि बारिश ही न हो।

By JagranEdited By: Published: Thu, 09 Jul 2020 10:00 AM (IST)Updated: Thu, 09 Jul 2020 10:00 AM (IST)
ओडियन नाले से जुड़े मोहल्लों में होती है दुआ कि न हो बारिश
ओडियन नाले से जुड़े मोहल्लों में होती है दुआ कि न हो बारिश

जेएनएन, मेरठ। पुराने शहर में कई मोहल्ले ऐसे हैं जहां पर जरा-सी बारिश में सड़कें जलमग्न हो जाती हैं। नालियों और नालों का गंदा पानी घरों में घुस जाता है। यह स्थिति ओडियन नाले से जुड़े मोहल्ले ईश्वरपुरी, ब्रह्मपुरी आदि में अधिक है। कई सालों से निगम से गुहार लगा-लगाकर थक हार चुके लोग अब तो यही दुआ करते हैं कि बारिश ही न हो।

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झंडेवाला चौराहे से भूमिया के पुल तक ओडियन नाले के दोनों तरफ के मोहल्ले जलभराव से परेशान हैं। ओडियन सिनेमा के पीछे ईश्वरपुरी, हरिनगर, सरायलालदास, ठठेरवाला चौक, स्वेटर वाली गली और पूर्वा इलाहीबक्श मोहल्ला है। ओडियन नाले की दूसरी तरफ ब्रह्मपुरी और भगवतपुरा मोहल्ला हैं। ओडियन सिनेमा के पीछे ईश्वरपुरी और हरिनगर के बीच से नाला आकर ओडियन नाले में गिरता है। इसी नाले के जरिए मोहल्लों की जलनिकासी सुनिश्चित होती है। लेकिन इस बार इस नाले की सफाई नहीं हुई। पूरी तरह से गोबर व कचरे की सिल्ट से नाला जाम है। ईश्वरपुरी और हरिनगर के बीच लगभग 200 मीटर नाले की जलनिकासी बाधित है। यही वजह है कि जरा-सी बारिश में नाले से जलनिकासी न होने से मोहल्ले की नालियां उफना जाती हैं और सड़कें जलमग्न हो जाती हैं। ठीक यही स्थिति ब्रह्मपुरी व भगवतपुरा की है। भूमिया पुल व दिल्ली दरवाजे के पास ओडियन में गिरने वाले नाले चोक हैं। इनकी भी सफाई नहीं हुई है।

लोगों ने कहा कि..

-ईश्वरपुरी की नालियां तो साफ हैं, लेकिन नाला साफ नहीं है। इससे पानी उल्टा लौटकर सड़क पर भरता है। घरों में घुसता है।

तरुण कुमार।

-बारिश से पहले ओडियन नाले में गिरने वाले नालों की सफाई की जानी चाहिए। जब तक ओडियन के संपर्क नाले साफ नहीं होंगे, जलभराव होता रहेगा।

मोनू।

-बारिश में बहुत बुरा हाल होता है। सड़क और घर तक पानी आ जाता है। नालों की सफाई और नालियों का लेवल जलप्रवाह लायक न होना मुख्य वजह है। नगर निगम को इसे सुधारना चाहिए।

मोहम्मद अख्तर।

बोले पार्षद..

-ब्रह्मपुरी निचला क्षेत्र है। यहां की जलनिकासी के तीन स्त्रोत हैं। एक झंडेवाला चौराहे से, दूसरा दिल्ली दरवाजे के पास और तीसरा भूमिया पुल के समीप छोटे नाले आडियन नाले से मिलते हैं। झंडेवाला नाले का तो सुधार हो गया है, लेकिन शेष दो संपर्क नालों की न तो सफाई हुई है और न ही अवरोध दूर किए गए हैं। इसके चलते ब्रह्मपुरी में जलभराव होता है। ओडियन नाले में मिलने वाले छोटे-छोटे नालों की सफाई और पुलिया ऊंची की जानी चाहिए।

रंजन शर्मा, पार्षद वार्ड 43

-ईश्वरपुरी और पूर्वा इलाहीबक्श के नाले तक आने वाली नालियों का जलप्रवाह का लेवल ठीक नहीं है। नालियां नाले से नीची हैं। इससे जलनिकासी नहीं हो पाती है। ओडियन नाले और उसके संपर्क नालों की सफाई ठीक से नहीं होती है। इससे भी जलभराव की समस्या बनती है।

शहजाद, पार्षद वार्ड 54 -ओडियन नाले से जुड़े ब्रह्मपुरी, ईश्वरपुरी समेत जो भी मोहल्ले जलभराव की चपेट में रहते हैं। वहां निर्माण विभाग की टीम भेजकर सर्वे कराया जाएगा। जलनिकासी किन वजहों से प्रभावित होती है। इसका मूल कारण पता कर समस्या दूर करने का प्रयास किया जाएगा। फिलहाल झंडेवाला चौराहे पर नाले का निर्माण कराया गया है। इससे ब्रह्मपुरी की जलनिकासी का हल निकलना चाहिए।

-डॉ. अरविद चौरसिया, नगर आयुक्त।


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