सीसीएसयू के छात्रों के लिए जरूरी खबर, उच्च शिक्षा में होने जा रहा है बड़ा बदलाव, बढ़ेंगे आनलाइन कोर्स
आनलाइन कोर्स को लेकर अभी यूजीसी की ओर से स्वयं पोर्टल संचालित है। इसके अलावा भी यूजीसी के साथ एआइसीटीई ने भी आनलाइन कोर्स की ओर कदम बढ़ाया है। एआइसीटीई ने आनलाइन माध्यम से आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस डाटा साइंस कंप्यूटर एप्लीकेशन जैसे कोर्स चलाने की मान्यता दी है।
मेरठ, जेएनएन। पिछले दो साल से जिस तरह से कोरोना का संकट बढ़ा है, उसे देखते हुए उच्च शिक्षा की चिंता बढ़ती जा रही है। पठन पाठन के साथ छात्रों की परीक्षाओं पर इसका व्यापक असर पड़ा है, जिसे देखते हुए उच्च शिक्षा की ओर से अब अधिक से अधिक आनलाइन कोर्स की ओर रुझान बढ़ रहा है। चौधरी चरण सिंह विवि और कालेजों के शिक्षक भी ई कंटेंट तैयार कर रहे हैं ताकि पढ़ाई की एक समानांतर व्यवस्था बनी रहे।
आनलाइन कोर्स को लेकर अभी यूजीसी की ओर से स्वयं पोर्टल संचालित है। इसके अलावा भी यूजीसी के साथ एआइसीटीई ने भी आनलाइन कोर्स की ओर कदम बढ़ाया है। एआइसीटीई ने आनलाइन माध्यम से आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस, डाटा साइंस, कंप्यूटर एप्लीकेशन जैसे कोर्स चलाने की मान्यता दी है। यूजीसी ने गुणवत्तापरक कोर्स आनलाइन शुरू करने को कहा है। विवि की ओर से भी छात्रों से कहा जा रहा है कि वह स्वयं पोर्टल पर दिए कोर्स को भी पढ़ें।
क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी डा. राजीव गुप्ता का कहना है कि कोरोना संकट को देखते हुए उच्च शिक्षा में आनलाइन कोर्स के साथ आनलाइन परीक्षा का भी विकल्प रखना होगा। पिछले साल बगैर परीक्षा लिए छात्रों को अगली कक्षा में प्रोन्नति कर दिया गया, इस बार भी हालात वैसे ही बन रहे हैं। परीक्षा कराना इस समय में जहां चुनौतीपूर्ण है, तो दूसरी ओर परीक्षा कराए बगैर अगली कक्षा में भेजना भी खतरे से खाली नहीं है। ऐसे में विश्वविदालय स्तर पर आनलाइन अध्ययन के साथ आनलाइन मूल्यांकन का विकल्प रखा जाए तो इसका लाभ उच्च शिक्षा को ही होगा।