तेल का खेल : डीएसओ के बाद और भी अफसरों पर लटकी कार्रवाई की तलवार Meerut News
तेल के खेल की गूंज तक पहुंचने के बाद मेरठ से DSO के तबादले के बाद अब पुलिस-प्रशासन के कई बड़े अफसर भी कार्रवाई के घेरे में है। रिपोर्ट को लेकर अफसरों में खलबली मची हुई है।
मेरठ, जेएनएन। illegal oil busted मिलावटी पेट्रोल और बेहिसाब केरोसिन के स्टॉक के मामले में सीएम को गोपनीय जांच रिपोर्ट मिलने के बाद लापरवाह अफसरों पर गाज गिरनी शुरू हो गई है। डीएसओ का स्थानांतरण करने के साथ ही जांच बिठा दी गई है। अभी पुलिस-प्रशासन के कई बड़े अफसर भी कार्रवाई के घेरे में है। इस रिपोर्ट को लेकर अफसरों में खलबली मची हुई है।
कयास लगने शुरू
गुरुवार की सुबह पुलिस-प्रशासन के कार्यालयों में सीएम को भेजी गई रिपोर्ट चर्चा में रही। रिपोर्ट किसने बनाई, रिपोर्ट में दोषी अफसरों की सूची में और कौन-कौन हैं, इसे लेकर कयास भी शुरू हो गए हैं। हालांकि जांच रिपोर्ट को लेकर मेरठ के वरिष्ठ अफसर गुरुवार को भी अनभिज्ञता जताते रहे। इस बीच पुलिस की जांच फिलहाल मंथर गति से चल रही है। इंडियन ऑयल कारपोरेशन को भी बेहिसाब तेल बरामदगी को लेकर खोदाई का काम करना था, लेकिन अभी तक इस दिशा में भी कोई प्रगति नहीं है। मिलावटी तेल की आशंका को देखते हुए लैबों में भेजी गई जांच रिपोर्ट भी अभी तक नहीं आयी है।
दस को मिल चुकी है जमानत
20 अगस्त को मिलावटी पेट्रोल पकड़े जाने के बाद पारस और गणपति दोनों फर्म से 11 लोगों को पुलिस ने जेल भेज दिया था। हालांकि दस लोगों को जमानत मिल चुकी है। उसके बाद मैसर्स रतिराम खूबचंद के डिपो में 71 हजार बेहिसाब केरोसिन पकड़ा गया था। उसके बाद टीपीनगर में विशाल जैन के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज किया गया। पुलिस ने सभी मुकदमों को लेकर एसआइटी गठित कर दी है। एसआइटी का दायर भी बढ़ाया जा चुका है। इसी बीच अफसरों पर कार्रवाई को लेकर गोपनीय रिपोर्ट सीएम को भेजी गई थी, जिसमें कार्रवाई करते हुए डीएसओ को मेरठ से मुजफ्फरनगर स्थानांतरण कर दिया है।