अवैध डेयरियां और आवारा कुत्तों ने किया जीना दूभर
कंकरखेड़ा के वार्ड-23 स्थित पुरानी गोविदपुरी मोहल्ले में गंदगी जलभराव बिजली के तारों का मकानों के छज्जे से निकलना अवैध डेयरियां और आवारा कुत्तों की समस्याओं ने लोगों का जीना दूभर कर रखा है।
मेरठ, जेएनएन : कंकरखेड़ा के वार्ड-23 स्थित पुरानी गोविदपुरी मोहल्ले में गंदगी, जलभराव, बिजली के तारों का मकानों के छज्जे से निकलना, अवैध डेयरियां और आवारा कुत्तों की समस्याओं ने लोगों का जीना दूभर कर रखा है। बरसात के दिनों में गली तो दूर, मकान और दुकान भी जलमग्न हो जाते हैं। आवारा कुत्ते बच्चों से लेकर बुजुर्गों को आना निशाना बनाकर घायल करते हैं। क्षेत्रवासी ने कहा कि उन्होंने कई बार क्षेत्रीय कैंट विधायक, विद्युत विभाग के अफसरों से लेकर नगरायुक्त और महापौर तक को भी क्षेत्र की समस्याओं से अवगत करा चुके हैं मगर हालात जस के तस हैं। वहीं शराब फैक्टरी वाली रोड पर भारी वाहन निकलते हैं, जिससे सड़क हादसे होते हैं, साथ ही रोड में गड्ढे भी हो गए हैं। बुधवार को दैनिक जागरण की टीम पुरानी गोविदपुरी स्थित अटल पार्क में पहुंची। जहां दैनिक जागरण आपके द्वार आयोजित कार्यक्रम में स्थानीय पार्षद और क्षेत्रवासियों ने विभिन्न तरह की समस्याएं रखीं। लोगों से बातचीत
क्षेत्र में आवारा कुत्तों का आतंक है। जो बच्चे और बड़ों को निशाना बनाकर घायल कर रहे हैं। पिछले दिनों उन्होंने मुझे और मेरे तीनों बच्चों पर हमला किया था। मोहल्ले के लोग खौफजदां हैं। विधायक ने भी आश्वासन दिया, मगर कुछ नहीं हुआ।
सतपल डोगरा।
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आवारा कुत्तों की नसबंदी होनी चाहिए। ऐसी जगहों पर इन्हें छोड़ा जाएं, जहां इनके खाने का भी बंदोबस्त हो। गलियां तंग हैं, जिस कारण कूड़ा उठाने वाली गाड़ी नहीं आ पाती।
सरला शर्मा।
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मोहल्ले में सीवर की सुविधा नहीं है। बरसात में नालियां चोक होने से जलभराव हो जाता है। कई बार विधायक और सांसद से इसकी मांग कर चुके हैं, कुछ नहीं होता।
राजेश कुमार।
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मकानों की छत और छज्जों से बिजली के तार निकल रहे हैं। गर्मी के दिनों में तार चिपकने से आए दिन ब्लास्ट होते हैं। तीन एसडीओ बदल गए, मगर सुनवाई नहीं हुई।
राजेश खन्ना, भाजपा पार्षद-वार्ड-23
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क्षेत्र में अवैध डेयरियां संचालित हैं। नगर निगम की टीम कार्रवाई नहीं करती। मकानों के ऊपर से निकल रहे बिजली के तारों में गर्मी में ब्लास्ट होते हैं, जिससे खतरा बना रहता है।
मनमोहन कौर।
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मुख्य समस्या बिजली के तारों की है। कई बार लोग तारों की चपेट में आकर घायल हो चुके हैं। छत पर जाने में भी डर लगता है।
संतोष।
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हाईटेंशन लाइन और छोटी लाइन मोहल्ले के मकानों से गुजरने की वजह से हादसे हो रहे हैं। कर्मचारी से लेकर एसडीओ तक को जानकारी दे रखी है। मगर कुछ नहीं हुआ।
गिरीश साहनी।
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सीवर न होने से जलभराव की बड़ी समस्या है। बरसात में लोग अपने घरों में कैद हो जाते हैं। नालियां बड़े नाले से सीधे कनेक्ट न होने के कारण यह समस्या बनीं हुई है।
निशांक गर्ग।