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एक ही समय में नियुक्‍त शिक्षकों के वेतन में भारी अंतर, राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ मेरठ ने उठाया मामला

राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ मेरठ की ओर से दिए ज्ञापन में शिक्षकों की विभिन्‍न समस्‍याओं का समाधान करने की मांग की गई। कहा कि वर्षों से संघ बार-बार अधिकारियों के समक्ष मांगें उठा रहा है। इसके बाद भी समाधान नहीं हुआ है।

By Parveen VashishtaEdited By: Published: Fri, 03 Dec 2021 06:12 PM (IST)Updated: Fri, 03 Dec 2021 06:12 PM (IST)
राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ ने बेसिक शिक्षा अधिकारी मेरठ को ज्ञापन दिया।

मेरठ, जागरण संवाददाता। एक ही समय में नियुक्‍त शिक्षकों के वेतन में भारी अंतर सहित लंबे समय से लंबित विभिन्न समस्याओं को लेकर राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ ने बेसिक शिक्षा अधिकारी को एक ज्ञापन दिया। 

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राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के जिला महामंत्री डा. छोटू राम ने बताया कि शिक्षक अपने कर्तव्यों का निर्वहन निस्वार्थ भाव से कर रहे हैं। कोविड काल से अभी तक स्वास्थ्य विभाग में भी अपनी सेवाएं दे रहे हैं। यहां तक कि ग्रीष्म कालीन अवकाश में भी बहुत से शिक्षक निर्बाध रूप से स्वास्थ्य विभाग में अपनी सेवा दे रहे हैं, इसलिए बेसिक शिक्षा अधिकारी से मांग की गई कि अन्य जिलों की तर्ज़ पर मेरठ जनपद के इन शिक्षकों को भी उपार्जित अवकाश दिए जाए।

वेतन विसंगति को समाप्‍त करें

संघ की ओर से दूसरी मुख्य मांग शिक्षकों की वेतन विसंगति को समाप्‍त करने को लेकर की गई। कहा कि वर्षों से संघ इस मांग को बार बार अधिकारियों के समक्ष उठा रहा है। शिक्षक वेतन विसंगति से परेशान हैं। एक ही समय में नियुक्ति पाए शिक्षकों के वेतन में भारी अंतर है जो कि न्यायसंगत नहीं है। उच्च न्यायालय के आदेश के बावजूद भी आज तक इन शिक्षकों को पूर्ण वेतन नहीं दिया जा रहा।

जिलाध्यक्ष विकेश ठाकुर ने बताया कि मेरठ जनपद में शिक्षकों के एरियर सम्बन्धी बिल भी लटके पड़े हैं। कई बार अधिकारियों को अवगत भी कराया गया और बेसिक शिक्षा अधिकारी ने इस सम्बन्ध में आदेश भी जारी किया किंतु वास्तविकता के धरातल पर कोई विशेष कार्य नहीं किया जा रहा। 

तहसीलकर्मी नहीं दे रहे शिक्षकों को उचित सम्मान 

जिला संगठन मंत्री विनय चहल ने बताया कि शिक्षकों को शासन द्वारा देय उनकी नई पेंशन योजना की धनराशि तक शिक्षकों के एनपीएस के खातों में समय से नहीं जा रही। ब्लॉक क़िलापरिक्षित गढ़ के संयोजक डॉ रतन सिंह ने कहा कि बीएलओ ड्यूटी में कार्यरत शिक्षकों से स्कूल और फील्ड में लगातार कार्य कराए जा रहे हैं। तहसील कर्मियों द्वारा शिक्षकों को उचित सम्मान नहीं दिया जाता। डॉ राम ने कहा कि शासन के आदेश के बावजूद भी शिक्षक संघों द्वारा शिक्षकों की समस्याओं के सम्बन्ध में बार-बार दिए गए ज्ञापनों का जवाब अथवा कार्यवाही बेसिक शिक्षा विभाग मेरठ द्वारा नहीं कि जा रही है। वर्तमान में जनपद मेरठ में शिक्षक घोर निराश के शिकार हैं। हालांकि बेसिक शिक्षा अधिकारी ने संघ को जल्द से जल्द उक्त समस्याओं के समाधान का आश्वासन दिया है। लेकिन राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ ने स्पष्ट कर दिया है कि अगर जल्द ही शिक्षकों की समस्याओं का समाधान नहीं होता तो संघ शीघ्र ही शिक्षकों के हित में बहुत बड़ा आंदोलन करने से भी पीछे नहीं हटेगा।  

शिक्षकों की पदोन्नति से सम्बंधित वरिष्ठता सूची हो तैयार

माछरा ब्लॉक अध्यक्षा मंजू लता ने कहा कि जनपद मेरठ में भी शिक्षकों की पदोन्नति से सम्बंधित वरिष्ठता सूची तैयार की जाए और जनपद के अंदर शिक्षकों के स्थान्तरण की प्रक्रिया भी शुरू हो।

ज्ञापन देने वालों में राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ, मेरठ के जिलाध्यक्ष विकेश ठाकुर, जिलामहामंत्री डॉ छोटू राम, जिला संगठन मंत्री विनय चहल, माछरा ब्लॉक अध्यक्षा मंजू लता, क़िलापरिक्षित गढ़, ब्लॉक संयोजक डॉ रतन सिंह, संयुक्त मंत्री कमल स्वरूप आदि उपस्थित रहे। 


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