कैसे हो गुजारा..तेल-साबुन भी तो महंगे हो रहे
खाद्यान्नों के दामों में इजाफा होने के बाद रोजमर्रा प्रयोग की वस्तुएं महंगी हो गई हैं। ड्राइ फ्रूट, मसालों के दामों में भी हो गया इजाफा।
मेरठ। पेट्रोल और डीजल के दामों में बढ़ोत्तरी से आम आदमी पर महंगाई की चौतरफा मार पड़ी है। खाद्यान्नों के दामों में इजाफा होने के बाद रोजमर्रा प्रयोग की वस्तुएं महंगी हो गई हैं। मसालों में तेजी का तड़का लगा है और ड्राई फ्रूट के दाम बढ़ रहे हैं। तेल, साबुन जैसी ब्रांडेड चीजों के दामों में भी बढ़ोत्तरी है।
मेरठ डिस्ट्रीब्यूटर्स एसोसिएशन के विनेश जैन ने बताया कि कंपनियां साल में एक बार कीमतों में फेरबदल करती हैं लेकिन यह अमूमन साल के अंत में होती है। इस बार उम्मीद से उलट काफी पहले ही दाम बढ़ा दिए गए हैं।
केरल की बाढ़ ने महंगे किए मसाले
केरल में आई बाढ़ भी मसालों के दाम बढ़ने का बड़ा कारण है। बाढ़ से इलायची की फसल को सबसे अधिक नुकसान हुआ है। जावित्री, जायफल, नारियल आदि के भी दाम बढ़ गए हैं। सदर दाल मंडी किराना एसोसिएशन के महामंत्री मनोज जैन ने बताया कि छोटी इलायची के दाम 450 रुपये और जावित्री के 650 रुपये प्रति किलो तक बढ़ गए हैं। कोटला बाजार के व्यापारी जगदीश अग्रवाल ने बताया कि अमेरिका से आने वाला बादाम महंगा हो गया है। देशी बादाम के मुकाबले अमेरिकी बादाम की खपत ज्यादा है।
वस्तु पहले अब
छोटी इलायची 900 1350
जावित्री 1000 1650
जायफल 425 700
कालीमिर्च 300 425
लौंग 590 630
पीपल 400 500
ड्राई फ्रूट
काजू 700 800
बादाम 550 685
मखाना 400 600
गोला 170 220
केसर प्रति ग्राम 100 से 120 रुपये)
(नोट: दाम प्रति किलो हैं।)
सिबाका टूथपेस्ट 175 ग्राम 46 50
कोलगेट टूथपेस्ट 200 ग्राम 84 88
सर्फ एक्सेल केक 38 92
बजाज आलमंड आयल 60 63