कैसी सीएचसी, यहां डाक्टर है न स्टाफ
रोहटा सीएचसी पर स्वास्थ्य सेवाएं बेहाल हैं। चिकित्सकों की कमी के चलते दूर दराज से आने वाले मरीजों को निराश होकर लौटना पड़ रहा है।
जेएनएन, मेरठ। रोहटा सीएचसी पर स्वास्थ्य सेवाएं बेहाल हैं। चिकित्सकों की कमी के चलते दूर दराज से आने वाले मरीजों को निराश होकर लौटना पड़ रहा है। एक साल में आधा दर्जन से अधिक चिकित्सकों का तबादला हो चुका है। कोरोना काल में भी यहां स्वास्थ्य सेवाएं ठप हैं। बिना चिकित्सक दो-दो उप स्वास्थ्य केंद्र खाली हैं, यही नहीं एएनएम भी कम हैं।
प्रभारी डॉ सुधीर कुमार का उप जिला सर्विलांस अधिकारी के पद पर ट्रांसफर होने के बाद डॉ. विपिन कुमार को प्रभारी बनाया गया। जो चार महीने भी नहीं टिक पाए। तीन माह पूर्व डॉ सचिन गुप्ता का भी ट्रांसफर हो गया। इससे पहले अंतेश कुमार व डॉ. प्रवीण कुमार का भी छह माह में ट्रांसफर हो गया। डॉ नम्रता सिंह पिछले चार साल से यहां आती नहीं हैं। डॉ. तृप्ति गर्ग ने भी एक माह पूर्व तबादला करा लिया। सीएचसी प्रभारी के पद पर एक माह पूर्व डॉ. अमर सिंह को तैनात किया गया। महिला चिकित्सक डॉ. नेहा मातृत्व अवकाश पर चल रही हैं। कलीना और घसौली उप केंद्र में तैनात चिकित्सकों को रात्रि ड्यूटी में लगाने के चलते उप स्वास्थ्य केंद्र खाली हैं। डालमपुर सहित कई गांवों में एएनएम का टोटा है। मात्र एक फार्मेसिस्ट है। जबकि चौकीदार स्वीपर भी नहीं है। प्रभारी डॉ. अमर सिंह ने बताया कि अफसरों को पूरी स्थिति से अवगत करा दिया गया है। विधायक जितेंद्र सिंह सतवाई का कहना कि स्वास्थ्य मंत्री से वार्ता कर शीघ्र व्यवस्था में सुधार कराया जाएगा।
राशन की दुकान पर हंगामा
जेएनएन, मेरठ। नगर के मोहल्ला लोकप्रिय रोड स्थित राशन डीलर शौकीन ईदगाह नई बस्ती के लोगों को मुफ्त मिलने वाला राशन और चना बाट रहा था। उपभोक्ताओं का आरोप है कि राशन डीलर चना तौल कर नहीं, बल्कि प्लास्टिक के डिब्बे से नाप कर दे रहा था। जब उपभोक्ताओं ने पास ही की दुकान पर चना तुलवाया तो किसी का सात सौ तो किसी का आठ सौ ग्राम निकला। इस पर उपभोक्ताओं ने हंगामा खड़ा कर दिया। उपभोक्ताओं ने बताया कि जब सरकार एक किलो चना देती है तो फिर डीलर कम क्यों दे रहा है। उन्होंने एसडीएम से शिकायत करने की बात कही। अतीक अहमद, सरताज, अख्तर, फिरदौस, निशारा, संजीदा, अनीशा, इमरान, रईसुद्दीन व बानो आदि मौजूद रहे।