सुभाष नगर से आर्य नगर तक टूटेंगे नाले पर बने मकान
सुभाष नगर से आर्य नगर तक नालों पर बने करीब 300 मकान जल्द ही तोड़े जाएंगे। ऐसे मकानों को चिह्नित करके लाल निशान लगा दिए गए हैं।
मेरठ, जेएनएन। सुभाष नगर से आर्य नगर तक नालों पर बने करीब 300 मकान जल्द ही तोड़े जाएंगे। ऐसे मकानों को चिह्नित करके लाल निशान लगा दिए गए हैं।
वार्ड-58 स्थित आर्य नगर कॉलोनी में जलभराव की समस्या को देखने सोमवार दोपहर नगर आयुक्त डा. अरविंद कुमार चौरसिया पहुंचे। उन्होंने आर्य नगर से सुभाष नगर तक नाले का निरीक्षण किया। कॉलोनी में बनी नालियों को भी देखा। मातहतों को निर्देश दिया कि एक सप्ताह के अंदर सर्वे पूरा करके नोटिस दें। निश्चित समय में जो खुद नाला नहीं तोड़ेंगे तो उनके मकान नगर निगम खुद तोड़ेगा। निरीक्षण से पहले संपत्ति अनुभाग के प्रभारी राजेश कुमार की अगुवाई में मकानों पर लाल निशान लगा दिए गए। गौरतलब है कि आर्य नगर में पुलिया के नीचे पाइप लाइन गुजर रही है। जिसमें कचरा फंस गया है। इससे नाले का पानी उफनाकर घरों में भर गया। पार्षद अंशुल गुप्ता का कहना है कि सुभाष नगर से आर्य नगर तक नाले की सफाई 20 साल से नहीं हुई है। नगर स्वास्थ्य अधिकारी डा. गजेंद्र सिंह, विनोद कुमार, अरुण खरखौदिया आदि मौजूद रहे।
रोड पटरी और नाले की दीवार भी कब्जा
नगर आयुक्त ने निरीक्षण के बाद संपत्ति अनुभाग के रजिस्टर व मानचित्रों को खंगाला। पता चला कि आर्य नगर से सुभाष नगर तक नाले के दोनों तरफ चार से सात मीटर चौड़ी रोड पटरी थी। इस पटरी पर कब्जा तो है ही नाले की दीवार पर भी मकानों की दीवार बना ली गई है।
तोड़ी जा रही पुलिया, पार्षद की आपत्ति
जिस पुलिया के नीचे कचरा फंसा है, उस पुलिया को नगर आयुक्त के निरीक्षण के बाद तोड़ने की शुरुआत हो गई। हालांकि, पुलिया तोड़ने का स्थानीय निवासी व पार्षद अंशुल गुप्ता ने विरोध जताया है। उनका कहना है कि आने-जाने का मुख्य रास्ता बंद हो जाएगा। यदि आधी पुलिया तोड़ी जाए तो कुछ आवागमन बना रहेगा। जब एक तरफ का कचरा हट जाए तो उस पर स्लैब डालकर दूसरी तरफ की पुलिया का हिस्सा तोड़ा जाए।