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जरा बचके.....जानलेवा हैं शहर के यूनीपोल पर लगे होर्डिंग का मकड़जाल, न कोई मानक न व्‍यवस्‍था

मई में दो बार आंधी आई। बिजली बंबा बाईपास किनारे और गढ़ रोड पर यूनीपोल समेत होर्डिंग स्ट्रक्चर गिरा। गनीमत रही कि इनसे कोई हादसा नहीं हुआ। लेकिन हर बार हादसे टलते रहेंगे। ये मान लेना ही घोर लापरवाही है। न कोई मानक और न कोई व्यवस्था।

By Taruna TayalEdited By: Published: Sun, 22 May 2022 04:10 PM (IST)Updated: Sun, 22 May 2022 04:10 PM (IST)
जरा बचके.....जानलेवा हैं शहर के यूनीपोल पर लगे होर्डिंग का मकड़जाल, न कोई मानक न व्‍यवस्‍था
बिजली बंबा बाईपास किनारे और गढ़ रोड पर यूनीपोल समेत होर्डिंग स्ट्रक्चर गिरा।

मेरठ, जागरण संवाददाता। नगर निगम का दावा है कि बीओटी के ठेके के अंतर्गत छह मार्गों और 17 चौराहे आते हैं। जिन पर कुल 225 यूनीपोल वैध हैं। जिन पर विशालकाय होर्डिंग लगे हैं। लेकिन हकीकत दावे से बिल्कुल उलट है। यहां सड़कों पर यूनीपोल और होर्डिंग ही नजर आते हैं। अगर जांच कराई जाए तो 500 से ज्यादा यूनीपोल लगे मिलेंगे। बीओटी ठेके में छह मार्ग दिल्ली रोड, हापुड़ रोड, गढ़ रोड, यूनिवर्सिटी रोड, मवाना रोड, पीएसी रोड आदि और 17 चौराहों में हापुड़ अड्डा, तेजगढ़ी, जेलचुंगी,आयुक्त आवास, ईव्ज, बच्चा पार्क, रेलवे रोड, फुटबाल, ईदगाह, आबकारी चौराहा, बागपत, बेगमपुल, कमिश्नरी, माधवपुरम, मेट्रो प्लाजा, शापरिक्स और गांधी आश्रम आदि शामिल हैं। मार्गों पर यूनीपोल होर्डिंग का ठेका अभिनव एडवरटाइजिंग एजेंसी के पास है जबकि चौराहे हीरा एडवरटाइजिंग एजेंसी के पास हैं। निगम दावा करता है कि छह मार्गों पर कुल 106 यूनीपोल, बाकी चौराहों के आसपास हैं। वर्ष 2013 में बीओटी ठेका हुआ था, मई 2023 में समाप्त होगा।

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दिल्ली रोड पर रैपिड कारिडोर, फिर भी लगे यूनीपोल

होर्डिंगदिल्ली रोड और उसके चौराहे अब एनसीआरटीसी के सुपुर्द हैं। इस रूट पर रैपिड रेल कारिडोर निर्माणाधीन है।वर्ष 2021 में ही सारे यूनीपोल हट जाने चाहिए थे। लेकिन अभी भी मेट्रो प्लाजा से लेकर रेलवे रोड चौराहे के बीच बड़ी संख्या में लगे हुए हैं।

मानक न कोई व्यवस्था, इसलिए जानलेवा

- यूनीपोल पर लगे होर्डिंग की लंबाई, चौड़ाई का कोई मानक नगर निगम द्वारा बनाई गई विज्ञापन नियमावली में निर्धारित नहीं है। इसका फायदा उठाकर ठेकेदार मनमाने ढंग से सड़क की चौड़ाई के बराबर विशालकाय होर्डिंग टांग देते हैं।

-डिवाइडर पर लगे दो यूनीपोल के बीच कितनी दूरी होगी। यह भी निर्धारित नहीं है। कहीं 50 तो 30 मीटर की दूरी पर यूनीपोल खड़े हैं।

-यूनीपोल कितनी गहराई में लगाए जाएंगे और इनकी ऊंचाई कितनी होगी। यह भी निर्धारित नहीं है। ठेकेदार अपने हिसाब से लगा रहे हैं।

-सड़क क्रास करते होर्डिंग व यूनीपोल नहीं लगने चाहिए लेकिन यहां चौराहों पर यह स्थिति देखी जा सकती है। इससे दुर्घटना की संभावना रहती है।

-चौराहे से 50 मीटर की दूरी तक यूनीपोल व होर्डिंग नहीं होने चाहिए लेकिन यहां आइटीएमएस के कैमरों व लाल-हरी बत्ती को ही यूनीपोल पर लगे होर्डिंग ढक रहे हैं।

-संरचना अभियंता से यूनीपोल की जांच की व्यवस्था भी निगम ने नहीं बनाई है। जिसके चलते ठेकेदार बिना किसी मानक के यूनीपोल लगा रहे हैं। जो आंधी बर्दाश्त करने में सक्षम नहीं हैं। 


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