Hariom Anand Suicide case:हरिओम आनंद के चालक ने पुलिस को बताया, घर से निकलते ही यहां जाने का मिला था निर्देश
हरिओम आनंद आत्महत्या प्रकरण में मुकदमा दर्ज कर एसआइटी ने विवेचना शुरू कर दी है। मंगलवार को चालक फारूख के बयान दर्ज किए जो हरिओम आनंद को घर से मुरलीपुर फार्म हाउस ले गया था।
मेरठ, जेएनएन। हरिओम आनंद आत्महत्या प्रकरण में मुकदमा दर्ज कर एसआइटी ने विवेचना शुरू कर दी है। मंगलवार को चालक फारूख के बयान दर्ज किए, जो हरिओम आनंद को घर से मुरलीपुर फार्म हाउस ले गया था। फारूख ने बताया कि घर से निकलते ही हरिओम आनंद ने साकेत नहीं मुरलीपुर फार्म पर जाने को कहा था। फार्म हाउस पर पहुंचने के कुछ ही देर बात बाथरूम गए। वहां पर उन्होंने सल्फास खा लिया लेकिन किसी को भनक नहीं लगने दी। उसके बाद आनंद अस्पताल के लिए निकल गए। आनंद अस्पताल पर डाक्टरों से बातचीत के बाद ही उन्होंने सल्फास खाने की बात बताई थी, तब डाक्टरों ने उपचार शुरू किया।
इसके बाद पुलिस की टीम मानसी आनंद के बयान लेने पहुंची। मानसी की तबीयत में सुधार न होने की वजह से उनके बयान दर्ज नहीं हो सके। मानसी की मां मीना आनंद ने एसआइटी को बताया कि बुधवार को हालत में सुधार हुआ तो खुद ही मानसी बयान दर्ज करा देंगी।
बिसरा रिपोर्ट का इंतजार
एसआइटी ने गाजियाबाद के निवाड़ी स्थित फोरेंसिक लैब में बिसरा रिपोर्ट के बारे में जानकारी की है। माना जा रहा है कि अभी बिसरा रिपोर्ट आने में समय लगेगा।
थाने में पहुंच रहे आरोपित
पीडि़त परिवार की ओर से मंगलवार को आरोप लगाया गया कि गैर जमानती धाराओं के बावजूद कुछ आरोपित खुलेआम थाने पहुंच रहे हैं, लेकिन पुलिस गिरफ्तार नहीं कर रही है। उन्होंने सवाल उठाया है कि आरोपित विवेचना को प्रभावित करने के लिए तो थाने नहीं जा रहे?
इनका कहना है
विवेचना पूरी तरह से निष्पक्ष और साक्ष्यों पर आधारित होगी। सबसे पहले पीडि़त पक्ष के बयान और साक्ष्य लिए जा रहे हैं। गुणदोष के आधार पर ही विवेचना पूरी की जाएगी। विवेचना में क्या-क्या हुआ है, हर रोज की मॉनीटङ्क्षरग नोडल अफसर कर रहे हैंं।
- अजय साहनी, एसएसपी