Move to Jagran APP

25 साल में गल्ला ने कमाई करोड़ों की संपत्ति

हाजी गल्ला ने पिछले 25 सालों में करोड़ों की संपत्ति अर्जित की है। मेरठ में पूर्व में तैनात रहे एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि 1995 में गल्ला ने दिल्ली रोड पर वाहनों की रिपेयरिंग का काम शुरू किया था। यह दुकान सोतीगंज में थी।

By JagranEdited By: Published: Sun, 17 Oct 2021 07:43 AM (IST)Updated: Sun, 17 Oct 2021 07:43 AM (IST)
25 साल में गल्ला ने कमाई करोड़ों की संपत्ति
25 साल में गल्ला ने कमाई करोड़ों की संपत्ति

मेरठ, जेएनएन । हाजी गल्ला ने पिछले 25 सालों में करोड़ों की संपत्ति अर्जित की है। मेरठ में पूर्व में तैनात रहे एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि 1995 में गल्ला ने दिल्ली रोड पर वाहनों की रिपेयरिंग का काम शुरू किया था। यह दुकान सोतीगंज में थी। धीरे-धीरे गल्ला वाहन मिस्त्री से कबाड़ी बन गया। गल्ला ने सोतीगंज और सदर बाजार इलाके में दो आलीशान मकान बना लिए। पाच साल पहले पटेलनगर में कोठी खरीदी। वहीं, गल्ला के उत्तराखंड में भी संपत्ति खरीदने की बात सामने आई है। उसके कुछ प्लाट सदर बाजार इलाके में भी हैं, जिनमें ऊंची चारदीवारी कर गोदाम बना रखे हैं।

loksabha election banner

अफसरों को भी दे चुका है धमकी

2015 से पहले पुलिस ने गल्ला के घर कभी दबिश तक नहीं दी। इसकी वजह थी सत्ताधारी नेताओं से उसकी साठगाठ। सोतीगंज में कबाड़ियों की 500 से ज्यादा दुकानें हैं। चर्चा रही कि पिछली सरकार में गल्ला ने सत्ताधारी नेता से साठगाठ कर रातोंरात इंस्पेक्टर और एक उच्च अधिकारी का तबादला करा दिया था। वह थानों में खुलेआम कहता था कि उस पर हाथ डालने का मतलब है मेरठ से तबादला। आखिरकार छह साल पहले तत्कालीन एएसपी अभिषेक सिंह ने उसको जेल भेजा। इसके बाद उसने चोरी के वाहनों को काटने का स्थान बदल दिया। उसने सोतीगंज के बजाए अन्य स्थानों पर अपने गोदाम बना लिए थे।

गैंगस्टर में जेल जा चुके बेटे

एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने सोतीगंज में अवैध वाहन कटान के धंधे की कमर तोड़ने के लिए हाजी गल्ला और उसके बेटों पर गैंगस्टर की कार्रवाई की है। तब से गल्ला और उसके बेटे जेल में हैं। एसएसपी ने बताया कि गल्ला की संपत्ति की फाइल वाणिज्य कर विभाग को भी भेज दी है। विभाग ने उसको नोटिस भेजकर जवाब मागा है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.