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अच्‍छी खबर : 117 शहरों के ईज ऑफ लिविंग सर्वे में मेरठ 93वें पायदान पर Meerut News

मेरठ के लिए अच्‍छी बात यह है कि इज आफ लिविंग में मेरठ को फायदा हुआ है अगर यह दो दिनों में थोड़ी और छलांग लगा ले तो इसे जल्‍द ही स्‍मार्ट सिटी में शामिल किया जा सकता है।

By Prem BhattEdited By: Published: Fri, 28 Feb 2020 04:54 PM (IST)Updated: Fri, 28 Feb 2020 04:54 PM (IST)
अच्‍छी खबर : 117 शहरों के ईज ऑफ लिविंग सर्वे में मेरठ 93वें पायदान पर Meerut News

मेरठ, जेएनएन ईज ऑफ लिविंग सर्वे में देश के 117 शहरों में मेरठ 93वें नंबर पर है। सर्वे के दो दिन शेष हैं। अगर नगर निगम लक्ष्य को प्राप्त कर लेता है तो केंद्र की स्मार्ट सिटी योजना में शामिल होने का दावा मजबूती से कर सकेगा।

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ईज ऑफ लिविंग सर्वे में केंद्र सरकार ने मेरठ नगर निगम को 14587 वोट का न्यूनतम लक्ष्य दिया है। जिसके सापेक्ष गुरुवार की शाम चार बजे तक नगर निगम को सिटीजन फीडबैक के रूप में 13527 वोट मिल चुके हैं। लगभग 92.73 फीसद वोट प्राप्त हो गए हैं। जिसके चलते देशभर के 117 शहरों में मेरठ 93वें नंबर पर पहुंच गया है। सर्वे में लक्ष्य से लगभग 1000 वोट पीछे है। सर्वे कार्य 29 फरवरी तक चलेगा। शहर के लोगों के पास अभी दो दिन का समय है। जिससे नगर निगम अधिकारियों को उम्मीद है कि केंद्र सरकार से मिला न्यूनतम लक्ष्य हासिल हो जाएगा।

बढ़ गई है उम्मीद

ईज ऑफ लिविंग सर्वे में मेरठ 93 वें नंबर पर चल रहा है। 117 शहरों के बीच प्रतिस्पर्धा है। जिसमें केंद्र की स्मार्ट सिटी योजना वाले 100 शहर भी शामिल हैं। सर्वे में स्मार्ट सिटी योजना वाले शहरों की परफामेर्ंस केंद्र सरकार परखेगी। मौजूदा स्थिति में नगर निगम मेरठ सर्वे की रैकिंग में 100 शहरों में शामिल है। नगर आयुक्त डॉ. अरविंद चौरसिया का कहना है कि अगर नगर निगम मेरठ की परफार्मेस केंद्र की स्मार्ट सिटी वाले 100 शहरों में से किसी भी शहर से बेहतर रहती है तो नगर निगम केंद्र सरकार के समक्ष स्मार्ट सिटी में शामिल करने और बजट के लिए अपना दावा मजबूती से पेश क रेगा।

मेरठ ने किया था दावा

ईज ऑफ लिविंग सर्वे में 100 स्मार्ट सिटी और 17 अन्य महानगरों को शामिल किया गया है। केंद्र सरकार 117 शहरों में रहने लायक सुविधाओं का परीक्षण इस सर्वे से करने जा रही है। नगर निगम मेरठ ने इस सर्वे में शामिल होने की अनुमति इस दावे के साथ मांगी थी कि केंद्र की स्मार्ट सिटी योजना में शामिल शहरों जैसी सुविधाएं मेरठ में भी हैं। जिसके बाद केंद्र सरकार ने मौका दिया है।

सोलर हाई मास्‍ट से जगमगाया शहर

मेरठ, जेएनएन। अब वह दिन दूर नहीं जब शहर में सौर ऊर्जा की सोलर हाई मास्ट का उजाला फैलेगा। न केवल बिजली की बचत होगी बल्कि बिजली बिल का बोझ भी कम होगा। यह संभव होने जा रहा है डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम नगरीय सौर पुंज योजना से। शासन ने 25 सोलर हाई मास्ट लगाने के प्रस्ताव को मंजूर कर लिया है।

भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ. लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने फरवरी 2019 में सोलर हाई मास्ट लाइट लगाने के लिए नगर विकास मंत्री को पत्र लिखा था। यूपी नेडा से 25 सोलर हाई मास्ट लगाने का प्रस्ताव तैयार करवाया था। नगर निगम ने इस प्रस्ताव को भेजा था। नगर विकास विभाग ने प्रस्ताव को प्रशासकीय स्वीकृति देते हुए निदेशक सूडा को 32.48 लाख रुपये जारी कर दिए हैं। सोलर हाई मास्ट लाइट पांच वर्ष की गांरटी के साथ स्थापित की जाएगी। 110 वाट, 100 वाट और 18 वाट के सोलर पैनल लगाए जाएंगे।

इन क्षेत्रों में लगेगी सोलर लाइट

वाल्मीकि चौक भगवतपुरा, गणोशपुरी तिराहा, सम्राट पैलेस और मंगलपांडे नगर को जोड़ने वाले चौराहे, प्राथमिक विद्यालय चौराहा डिग्गी, कमला नगर में, टीपी नगर अग्रवाल नसिर्ंग होम के समीप, पुरानी दिल्ली चुंगी, दाल मंडी शहर चौक, जैन नगर रेलवे रोड शिव मंदिर तिराहा, ब्रह्मपुरी, जाहरवीर मंदिर, शास्त्री की कोठी के पास, विकास विहार मोड़ पर, चिकारा काम्पलेक्स मोड़ पर, पूर्वा अहिरान वाल्मीकि चौक पर, चौपला जाटव गेट, गुरुद्वारा चौराहा एसके रोड, बाबा खाकी चौक, भाटवाड़ा बाग मंदिर, मोरीपाड़ा चौक पर सोलर हाई मास्ट लगाई जाएगी।

भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ. लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने कहा कि सौर ऊर्जा को बढ़ावा दिया जा रहा है। इसी कड़ी में सोलर हाई मास्ट लगाने का प्रस्ताव शासन को गया था। डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम नगरीय सौर पुंज योजना से यह काम किया जाएगा। इसका फायदा सबसे ज्यादा नगर निगम को होगा। 


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