Move to Jagran APP

Good News: मेरठ में बनेगा 100 बेड का ईएसआइ अस्पताल, केंद्र ने मांगी जमीन

केंद्रीय श्रम एवं रोजगार राज्यमंत्री संतोष गंगवार ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र भेजकर मेरठ में 100 बेड का अस्पताल बनाने की मंजूरी की जानकारी दी है।

By Prem BhattEdited By: Published: Sat, 05 Sep 2020 09:45 PM (IST)Updated: Sat, 05 Sep 2020 09:45 PM (IST)
Good News: मेरठ में बनेगा 100 बेड का ईएसआइ अस्पताल, केंद्र ने मांगी जमीन

मेरठ, जेएनएन। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन में पंजीकृत और बीमित श्रमिकों-कर्मचारियों और उनके परिजनों के लिए अच्छी खबर है। केंद्रीय श्रम एवं रोजगार राज्यमंत्री संतोष गंगवार ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र भेजकर मेरठ में 100 बेड का अस्पताल बनाने की मंजूरी की जानकारी दी है। साथ ही प्रदेश सरकार की सहमति और इसके लिए पांच एकड़ भूमि की मांग की है।

loksabha election banner

मेरठ में 70,783 लोग ईएसआइ बीमित

केंद्रीय राज्यमंत्री ने मुख्यमंत्री को भेजे पत्र में बताया है कि मेरठ क्षेत्र में फिलहाल 70,783 लोग ईएसआइ कारपोरेशन से बीमित हैं। इन्हें और इनके आश्रितों को स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए मेरठ में कोई अस्पताल नहीं है। सबसे नजदीक अस्पताल 22 किमी दूर मोदीनगर में है।

सक्रिय हुई सरकार, दिया कार्रवाई का निर्देश

केंद्रीय राज्यमंत्री के साथ कर्मचारी राज्य बीमा निगम-नई दिल्ली के उप चिकित्सा आयुक्त ने भी प्रदेश शासन को पत्र भेजा है, जिस पर मुख्यमंत्री ने त्वरित कार्रवाई का निर्देश दिया है। श्रम अनुभाग के विशेष सचिव प्रेम प्रकाश सिंह ने निदेशक कर्मचारी राज्य बीमा निगम कानपुर तथा मेरठ जिला प्रशासन को पत्र भेजकर इस संबंध में शीघ्र कार्रवाई और संस्तुति का निर्देश दिया है।

डीएम पहले ही कर चुके हैं जमीन का वादा

सांसद राजेंद्र अग्रवाल इस अस्पताल के निर्माण के लिए लंबे समय से प्रयासरत हैं। पिछले दिनों प्रभारी मंत्री की बैठक के दौरान सांसद ने अस्पताल की स्वीकृति की जानकारी देते हुए 5 एकड़ जमीन के आवंटन की मांग डीएम से की थी। डीएम अनिल ढींगरा ने बैठक में ही वादा किया था कि उनके पास मार्शल पिच कंकरखेड़ा में जमीन उपलब्ध है, जिसे केंद्र सरकार का प्रस्ताव मिलते ही आवंटित कर दिया जाएगा।

सांसद मेरठ-हापुड़ लोकसभा क्षेत्र राजेंद्र अग्रवाल का कहना है कि अब मेरठ के श्रमिकों, कर्मचारियों और उनके आश्रितों को मेरठ में ही इलाज मिल सकेगा। जिला प्रशासन और प्रदेश सरकार को अब इसकी सहमति और जमीन देने में देर नहीं करनी चाहिए।  


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.