गठवाला खाप चौधरी बाबा हरिकिशन सिंह मलिक का निधन, गुरुग्राम को होगा अंतिम संस्कार
गठवाला खाप चौधरी बाबा हरिकिशन सिंह मलिक का 94 वर्ष की आयु में निधन हो गया है। वह कुछ दिनों से बीमार चल रहे थे और बुढ़ाना के एक निजी अस्पताल में भर्ती थे। हालांकि बुधवार को उन्होंने लिसाढ़ गांव स्थित अपने आवास पर अंतिम सांस ली है।
शामली, जेएनएन। गठवाला खाप चौधरी बाबा हरिकिशन सिंह मलिक का 94 वर्ष की आयु में निधन हो गया है। वह कुछ दिनों से बीमार चल रहे थे और बुधवार को उन्होंने लिसाढ़ गांव स्थित अपने आवास पर ही अंतिम सांस ली। उनका अंतिम संस्कार गुरुवार को सुबह दस बजे होगा। इंटरनेट मीडिया पर लोग उनके निधन पर दुख जताते हुए श्रद्धांजलि अर्पित कर रहे हैं।
बाबा हरिकिशन पिछले काफी समय से अस्वस्थ चल रहे थे। 14 मई को सांस लेने में दिक्कत हुई तो स्वजन शामली के गुप्ता नर्सिंग होम में लेकर गए। यहां से बुढ़ाना (मुजफ्फरनगर) के भारद्वाज अस्पताल में भर्ती कराया था। लेकिन उन्होंने बुधवार को स्वजनों से घर ले जाने के लिए कहा। दोपहर में दो बजे लिसाढ़ आए और एक घंटे बाद ही निधन हो गया। वह अपने पीछे दो बेटे, दो बेटी, तीन पौत्र, एक परपोत्र आदि भरा-पूरा परिवार छोड़कर गए हैं। 1985 में वह खाप के चौधरी बने थे। उक्त खाप में शामली, मुजफ्फरनगर, मेरठ, बागपत, बिजनौर जिले के 52 गांव आते हैं।
हरिकिशन मलिक के पुत्र राजेंद्र सिंह मलिक ने बताया कि अंतिम संस्कार गुरुवार सुबह किया जाएगा। लिसाढ़ गांव के पूर्व प्रधान ऋषिपाल सिंह ने बताया कि बाबा हरिकिशन ने हमेशा सादगीभरा जीवन जिया। समाज की बेहतरी के लिए हमेशा काम किया। किसानों के लिए भी सदैव चिंतित रहते थे।