मेरठ: गैंगस्टर कबाड़ी साकिब की तीन करोड़ की संपत्ति जब्त
सोतीगंज के कबाड़ियों पर कार्रवाई का दौर जारी है। गैंगस्टर और पुलिस पर हमला करने के आरोपित साकिब की तीन करोड़ से अधिक की संपत्ति पुलिस ने जब्त कर दी। ब्रह्मपुरी थाने में दर्ज गैंगस्टर के मुकदमे में हुई कार्रवाई। पांच भवन एक निर्माणाधीन दुकान और नौ वाहन जब्त।
मेरठ, जागरण संवाददाता। सोतीगंज के कबाड़ियों पर कार्रवाई का दौर जारी है। गैंगस्टर और पुलिस पर हमला करने के आरोपित साकिब की तीन करोड़ से अधिक की संपत्ति पुलिस ने जब्त कर दी। इस दौरान तीन एएसपी और बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स मौजूद रही। करीब 30 मिनट में पुलिस ने कार्रवाई पूरी कर ली। उधर, परिवार की महिलाओं ने विरोध भी किया था।
यह है मामला
सदर बाजार थाना क्षेत्र के गंज बाजार निवासी साकिब उर्फ गद्दू के पर वाहन चोरी, चोरी के वाहन काटने और उनके पार्ट्स बेचने के कई मुकदमे दर्ज हैं। ब्रह्मपुरी थाने में उसके खिलाफ गैंगस्टर और पुलिस पर हमला करने की रिपोर्ट दर्ज है। गैंगस्टर मामले में जांच परतापुर थाना प्रभारी कर रहे थे। जांच के दौरान ही पता चला कि उसकी 15 चल-अचल संपत्तियां हैं। इसके बाद उनको जब्त करने की प्रक्रिया शुरू हुई। बुधवार को एएसपी सूरज राय, एएसपी विवेक यादव और एएसपी चंद्रकांत मीणा के साथ ही सदर, ब्रह्मपुरी के साथ ही क्यूआरटी की टीम गंज बाजार पहुंची।
एएसपी सूरज राय ने बताया कि एक सप्ताह पहले ही स्वजन को नोटिस दे दिया गया था। इसके बाद साकिब के पांच आवासीय भवन, एक निर्माणाधीन दुकान और एक कार, एक बुलेरो और सात बाइकों को जब्त कर लिया गया। इसके बाद संपत्ति पर बैनर लगा दिया गया। साथ ही माइक से भी एनाउंस कर लोगों को जानकारी दी गई। एएसपी ने बताया कि जब्त की गई संपत्ति की कीमत तीन करोड़ से अधिक है।
महिलाओं ने किया विरोध, गोदाम में लेटीं
पुलिस की कार्रवाई का परिवार की महिलाओं ने विरोध किया। उनका कहना था कि साकिब जेल में है, जबकि सभी मकानों को जब्त कर लिया जाएगा, तो वह कहां रहेंगे। उन्होंने भवनों पर सील लगाने के दौरान जमकर हंगामा किया। इस दौरान परिवार के पुरुष सदस्य भी कार्रवाई को गलत बता रहे थे। उनका कहना था कि घर-गाेदाम और वाहन साकिब के नाम नहीं है। पुलिस मनमर्जी कर रही है। वहीं, एएसपी ने बताया कि रहने के लिए एक पैतृक घर को छोड़ दिया है। जांच के बाद ही कार्रवाई की गई है।
30 मिनट में ही कार्रवाई पूरी
अफसरों ने बुधवार दोपहर 12:20 पर फोर्स को पहुंचने का समय दिया था। एएसपी, पुलिस और क्यूआरटी भी पहुंच गई थी। एक के बाद एक भवन पर सील लगाने की कार्रवाई होती चली गई। इस दौरान आसपास के लोग घरों की छतों से वीडियो बना रहे थे। कुछ लोग इसे पुलिस की गलत कार्रवाई भी बता रहे थे। हालांकि 30 मिनट में ही पूरी कार्रवाई हो गई और अफसर-पुलिस कर्मचारी चले गए थे। हालांकि कुछ पुलिसकर्मियों को बाद में आने के लिए कहा गया था।