रंगदारी के आपराधिक मुकदमों में फर्जीवाड़ा अधिक
दुश्मन को फंसाने या सुरक्षा हासिल करने के मकसद से दर्ज करा दिए दर्जनों मुकदमे, 25 फीसद मामले झूठे निकले, 25 फीसदी में नहीं मिले पुख्ता साक्ष्य।
जासं, मेरठ। महिला उत्पीड़न, रंगदारी, फिरौती और जानलेवा हमला.। ये इस तरह के मामले हैं, जिनमें पुलिस पर तत्काल कार्रवाई का दबाव रहता है। इसी तरह के कुछ मुकदमों की स्याह हकीकत सामने आई है। सालभर में दर्ज हुए रंगदारी के मुकदमों में 25 फीसद जांच में झूठे निकले। इतने ही मामलों में कोई ठोस सुबूत नहीं मिल सका।
जिले के 31 थानों में रंगदारी मांगने के 40 मुकदमे दर्ज हुए। अधिकांश मामलों की जांच पूरी हो चुकी है, जबकि कुछ की विवेचना जारी है। पुलिस के मुताबिक, अब तक रंगदारी के उक्त 40 मुकदमों में 19 में ही चार्जशीट गई है जबकि सात थानों में दर्ज रंगदारी के 11 मुकदमे झूठे पाए गए हैं। 10 मुकदमों की जांच जारी है, जिनमें रंगदारी मांगने के पुख्ता सुबूत नहीं मिले हैं।
मुकदमों का मकसद..सुरक्षा लेना या रंजिश निकालना
अधिकारियों का कहना है कि जांच में झूठे पाए गए मुकदमों की समीक्षा कराने पर चौंकाने वाले तथ्य सामने आए। अधिकांश झूठे मुकदमे या तो किसी से रंजिश निकालने के मकसद से दर्ज कराए गए अथवा शस्त्र लाइसेंस या सुरक्षा लेने के लिए।
झूठे मुकदमों से पुलिस भी परेशान
झूठे मुकदमों से आम आदमी तो परेशान होता ही है, इन्होंने पुलिस की सिरदर्दी भी बढ़ा रखी है। पुलिस का कहना है कि सही मुकदमों की जांच में जितना वक्त लगता है, उससे ज्यादा समय झूठे मुकदमों में साक्ष्य जुटाने में बिगड़ जाता है।
झूठे पाए गए मुकदमे
-संजीव वर्मा निवासी ब्रह्मपुरी ने 18 जून 2018 को देहली गेट थाने में मुकदमा लिखाया कि अज्ञात व्यक्ति ने दुकान में चिट्ठी फेंककर 50 लाख रुपये रंगदारी मांगी।
-आमिर गार्डन निवासी मुस्कान ने लिसाड़ी गेट थाने में 16 अप्रैल को मुकदमा दर्ज कराया कि कॉलोनी के ही दंपती व तीन-चार अज्ञात ने घर में फाय¨रग कर लूटपाट की और डेढ़ लाख रुपये रंगदारी मांगी।
-शकूर नगर निवासी हाजी नदीम ने चार मार्च को ब्रह्मपुरी थाने में कुख्यात बदमाश योगेश भदौड़ा के खिलाफ दो लाख रुपये रंगदारी मांगने का मुकदमा लिखाया।
-राजकीय औद्योगिक प्रक्षेप मछरी, दौराला के फार्म अधीक्षक मुकुट सिंह ने 22 फरवरी को दौराला थाने में मछरी निवासी दो लोगों पर कर्मचारियों को धमकाने व उनसे 50 हजार रुपये की रंगदारी मांगने का मुकदमा दर्ज कराया।
-काजमाबाद गून परतापुर निवासी राजीव कुमार ने 11 जुलाई को दौराला थाने में वलीदपुर निवासी मनीष अहलावत के खिलाफ प्रतिमाह 70 हजार रुपये रंगदारी मांगने का मुकदमा दर्ज कराया।
-गांव छुर्र निवासी रविंद्र कुमार ने 29 जुलाई को सरधना थाने में फोन पर पांच लाख रुपये रंगदारी मांगने का मुकदमा दर्ज कराया।
-गांव खुसावली सरधना निवासी भानु प्रताप सिंह ने 24 अप्रैल को सरधना थाने में अज्ञात लोगों द्वारा फोन पर 10 लाख रुपये रंगदारी मांगने का मुकदमा लिखाया।
-खरखौदा निवासी रोहित ने 21 अप्रैल को परीक्षितगढ़ थाने में तीन लोगों पर 12 लाख की रंगदारी मांगने का मुकदमा लिखाया।
-शाहजहांपुर निवासी मतलूब खान ने 13 अगस्त को तीन भाइयों पर लूटपाट व एक लाख रुपये रंगदारी मांगने का मुकदमा परीक्षितगढ़ थाने में दर्ज कराया।
इसको लेकर एसएसपी अखिलेश कुमार का कहना है कि रंगदारी-फिरौती जैसे मामलों में पुलिस तत्काल कार्रवाई करती है। जांच में कुछ मामले झूठे पाए गए। गोपनीय जांच में रंजिश निकालने या सुरक्षा लेने के लिए मुकदमा लिखवाने की बात भी सामने आई। झूठा मुकदमा लिखवाने वालों पर कार्रवाई की जाएगी।