Move to Jagran APP

आर्य समाज मंदिर के स्थापना दिवस समारोह में भजनों ने किया मंत्र मुग्‍ध Meerut News

मेरठ में देश के दूसरे नंबर के सबसे पुराने आर्य समाज मंदिर का 143 वां स्थापना दिवस समारोह रविवार को मनाया गया। कार्यक्रम में घनश्याम प्रेमी ने आर्य समाज की शिक्षाओं पर आधारित भजन सुनाए। इस दौरान शारीरिक दूरी का भी पूरा तरह ध्‍यान रखा गया।

By Prem BhattEdited By: Published: Sun, 18 Oct 2020 02:05 PM (IST)Updated: Sun, 18 Oct 2020 02:05 PM (IST)
आर्य समाज मंदिर के स्थापना दिवस समारोह में भजनों ने किया मंत्र मुग्‍ध Meerut News
आर्य समाज मंदिर बुढ़ाना गेट का स्थापना दिवस समारोह रविवार को मनाया गया।

मेरठ, जेएनएन। मेरठ में आर्य समाज मंदिर बुढ़ाना गेट का 143 वां स्थापना दिवस समारोह शारीरिक दूरी का अनुपालन करते हुए मनाया गया। शहर के विभिन्न भागों से आए आर्य समाज के पदाधिकारियों ने कार्यक्रम में भाग लिया। मंदिर समिति के योगेश मुवार ने बताया कि बुढ़ाना गेट मंदिर की स्थापना 1878 में स्वामी दयानंद सरस्वती ने की थी।

loksabha election banner

सबसे पुराना आर्य समाज मंदिर

उन्‍होंने बताया कि इसके पहले मुंबई और लाहौर में समाज मंदिर की स्थापना की गई थी। लाहौर के पाकिस्तान में चले जाने के बाद देश का यह दूसरे नंबर का सबसे पुराना आर्य समाज मंदिर है। कार्यक्रम में घनश्याम प्रेमी ने आर्य समाज की शिक्षाओं पर आधारित भजन सुनाए। आचार्य वाचस्पति ने मनसा वाचा कर्मणा पर उद्बोधन दिया। उनकी पुत्री विशंभरा ने भजन सुना कर उपस्थित लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया। इस अवसर पर मंदिर के प्रधान अशोक सुधाकर, अमित कांत, सुभाष कंसल आदि मौजूद रहे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.