छात्रा से छेड़छाड़ का मामला : इंस्पेक्टर पर कार्रवाई हो, आरोपितों पर लगे रासुका
हस्तिनापुर में छात्रा से छेड़छाड़ के मामले में पूर्व विधायक गोपाल काली के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल पुलिस अधिकारियाें से मिला। इंस्पेक्टर पर कार्रवाई की मांग की गई।
By Ashu SinghEdited By: Published: Wed, 24 Apr 2019 01:14 PM (IST)Updated: Wed, 24 Apr 2019 01:14 PM (IST)
मेरठ, जेएनएन। हस्तिनापुर में छात्रा से छेड़छाड़ के मामले में मंगलवार को पूर्व विधायक के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल एसपी सिटी डॉ.अखिलेश नारायण और एसपी देहात अविनाश पांडेय से मिला। मांग की कि हस्तिनापुर थाना इंस्पेक्टर पर सख्त कार्रवाई हो और आरोपितों पर रासुका लगे।
एसपी देहात से मिला प्रतिनिधिमंडल
भाजपा के पूर्व विधायक गोपाल काली के साथ जिला उपाध्यक्ष रमेश चंद, ललित मोहन, दिनेश सोनी व अन्य एसपी सिटी से एसएसपी ऑफिस में मिले। इसके बाद प्रतिनिधिमंडल एसपी देहात से मिला। पूर्व विधायक ने आरोप लगाया कि हस्तिनापुर इंस्पेक्टर क्षेत्र में अवैध शराब, सट्टा माफिया को संरक्षण दे रहे हैं। इंस्पेक्टर पर विभागीय कार्रवाई हो।
यह था मामला
15 अप्रैल को हस्तिनापुर क्षेत्र के एक गांव में अनुसूचित जाति के परिवार ने जहरीला पदार्थ निगल लिया था। परिवार बेटी से छेड़छाड़ की घटना से आहत था। 16 अप्रैल को छात्र की मां की मौत हो गई थी, जबकि छात्र और उसके पिता अस्पताल में जिंदगी और मौत से जूझ रहे हैं। प्रकरण में पप्पू, सत्ते व कृष्णपाल पुत्र बनारसी, आदेश, सोनू, गोपाल व रवि पुत्र पप्पू और सचिन पुत्र सत्ते को आरोपित बनाया गया था। पुलिस सभी को जेल भेजे चुकी है।
न्याय नहीं मिला तो होगा आंदोलन
हस्तिनापुर से भाजपा के पूर्व विधायक गोपाल काली और एसपी देहात के बीच मंगलवार को तकरार हो गई। बातचीत के दौरान पूर्व विधायक ने कहा कि पीड़ित परिवार को न्याय नहीं मिला तो आंदोलन किया जाएगा। इस पर एसपी देहात ने कहा कि आप आंदोलन करो, पुलिस भी तैयार है। मंगलवार को पूर्व विधायक गोपाल काली भाजपाइयों संग एसपी देहात से मिलने पहुंचे थे। पूर्व विधायक ने कहा कि छात्र से छेड़छाड़ की सूचना थाना पुलिस को दी गई थी, लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की।
क्षेत्र में बढ़ा है अपराध
इसके चलते ही परिवार को आत्मघाती कदम उठाने को मजबूर होना पड़ा। क्षेत्र में अपराध बढ़ा है, जिसको लेकर इंस्पेक्टर के खिलाफ क्षेत्र में रोष है। लोगों को धैर्य टूट गया तो सड़क पर आंदोलन होगा, जो ठीक नहीं है। एसपी देहात अविनाश पांडेय ने कहा दिया कि पुलिस भी तैयार है। कानून व्यवस्था बिगाड़ने नहीं दी जाएगी। इस बीच भाजपा जिला उपाध्यक्ष रमेश चंद ने पूर्व विधायक को शांत किया।
हस्तिनापुर पुलिस को दी क्लीनचिट
छेड़छाड़ से तंग आकर अनुसूचित जाति के परिवार द्वारा जहर खाने के सनसनीखेज मामले में घिरी हस्तिनापुर पुलिस को अफसरों ने क्लीनचिट दे दी है। सीओ मवाना की रिपोर्ट में पुलिस की कोई लापरवाही सामने नहीं आई है। सीओ ने जांच रिपोर्ट में हस्तिनापुर थानाध्यक्ष व अन्य पुलिसकर्मियों समेत पीड़ित पक्ष के परिवार वालों के बयान भी शामिल किए हैं।
किसान की हालत स्थिर
छेड़छाड़ के मामले में कार्रवाई न होने से आहत अनुसूचित जाति के परिवार द्वारा जहरीला पदार्थ निगलने वाले किसान की हालत स्थिर बनी हुई है,जबकि पुत्री की हालत में सुधार आया है। घटना के बाद शुरुआती 48 घंटे अहम थे, जिस दौरान पिता-पुत्री को उच्चस्तरीय उपचार उपलब्ध नहीं हो पाया था। बाद में मेरठ के नर्सिग होम में उन्हें भर्ती कराया गया। जहां पिता की किडनी ठीक से काम नहीं कर पा रही है। ब्लड प्रेशर भी मानक से कम चल रह रहा है। बता दें कि गत दिवस पिता-पुत्री की हालत दोबारा बिगड़ गई थी। परिजनों का कहना है पिता की हालत स्थिर है, जबकि पुत्री की हालत में काफी सुधार है। प्रशासनिक अधिकारियों का कहना है चंडीगढ़ पीजीआइ की देखरेख में इलाज चल रहा है।
पांच लाख रुपये की आर्थिक मदद
शासन की ओर से पीड़ित परिवार को मंगलवार को पांच लाख की आर्थिक मदद दी गई। उक्त राशि जिला समाज कल्याण विभाग द्वारा पीड़ितों के खातों में ट्रांसफर कर दी गई। बाकी राशि की दूसरी किश्त भी जल्द खातों में ट्रांसफर की जाएगी। समाज कल्याण अधिकारी मुश्तयाक अहमद ने बताया कि आर्थिक मदद बतौर 16 लाख रुपये स्वीकृत हुई है। महिला की मौत पर चार लाख रुपये का 50 फीसदी यानि दो लाख रुपये व अन्य तीनों को 25 फीसद के हिसाब से एक-एक लाख रुपये यानि तीन लाख रुपये दिए गए हैं। चार्जशीट कोर्ट में जमा करने के साथ दूसरी किश्त भी खातों में ट्रांसफर हो जाएगी।
इनका कहना है
जांच में इंस्पेक्टर दोषी पाया जाता है,तो निश्चित कार्रवाई होगी। वहीं रासुका की कार्रवाई को उच्चाधिकारियों को लिखा जाएगा। पीड़ित परिवार को आर्थिक मदद जल्द मिलेगी।
- अविनाश पांडेय,एसपी देहात
एसपी देहात से मिला प्रतिनिधिमंडल
भाजपा के पूर्व विधायक गोपाल काली के साथ जिला उपाध्यक्ष रमेश चंद, ललित मोहन, दिनेश सोनी व अन्य एसपी सिटी से एसएसपी ऑफिस में मिले। इसके बाद प्रतिनिधिमंडल एसपी देहात से मिला। पूर्व विधायक ने आरोप लगाया कि हस्तिनापुर इंस्पेक्टर क्षेत्र में अवैध शराब, सट्टा माफिया को संरक्षण दे रहे हैं। इंस्पेक्टर पर विभागीय कार्रवाई हो।
यह था मामला
15 अप्रैल को हस्तिनापुर क्षेत्र के एक गांव में अनुसूचित जाति के परिवार ने जहरीला पदार्थ निगल लिया था। परिवार बेटी से छेड़छाड़ की घटना से आहत था। 16 अप्रैल को छात्र की मां की मौत हो गई थी, जबकि छात्र और उसके पिता अस्पताल में जिंदगी और मौत से जूझ रहे हैं। प्रकरण में पप्पू, सत्ते व कृष्णपाल पुत्र बनारसी, आदेश, सोनू, गोपाल व रवि पुत्र पप्पू और सचिन पुत्र सत्ते को आरोपित बनाया गया था। पुलिस सभी को जेल भेजे चुकी है।
न्याय नहीं मिला तो होगा आंदोलन
हस्तिनापुर से भाजपा के पूर्व विधायक गोपाल काली और एसपी देहात के बीच मंगलवार को तकरार हो गई। बातचीत के दौरान पूर्व विधायक ने कहा कि पीड़ित परिवार को न्याय नहीं मिला तो आंदोलन किया जाएगा। इस पर एसपी देहात ने कहा कि आप आंदोलन करो, पुलिस भी तैयार है। मंगलवार को पूर्व विधायक गोपाल काली भाजपाइयों संग एसपी देहात से मिलने पहुंचे थे। पूर्व विधायक ने कहा कि छात्र से छेड़छाड़ की सूचना थाना पुलिस को दी गई थी, लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की।
क्षेत्र में बढ़ा है अपराध
इसके चलते ही परिवार को आत्मघाती कदम उठाने को मजबूर होना पड़ा। क्षेत्र में अपराध बढ़ा है, जिसको लेकर इंस्पेक्टर के खिलाफ क्षेत्र में रोष है। लोगों को धैर्य टूट गया तो सड़क पर आंदोलन होगा, जो ठीक नहीं है। एसपी देहात अविनाश पांडेय ने कहा दिया कि पुलिस भी तैयार है। कानून व्यवस्था बिगाड़ने नहीं दी जाएगी। इस बीच भाजपा जिला उपाध्यक्ष रमेश चंद ने पूर्व विधायक को शांत किया।
हस्तिनापुर पुलिस को दी क्लीनचिट
छेड़छाड़ से तंग आकर अनुसूचित जाति के परिवार द्वारा जहर खाने के सनसनीखेज मामले में घिरी हस्तिनापुर पुलिस को अफसरों ने क्लीनचिट दे दी है। सीओ मवाना की रिपोर्ट में पुलिस की कोई लापरवाही सामने नहीं आई है। सीओ ने जांच रिपोर्ट में हस्तिनापुर थानाध्यक्ष व अन्य पुलिसकर्मियों समेत पीड़ित पक्ष के परिवार वालों के बयान भी शामिल किए हैं।
किसान की हालत स्थिर
छेड़छाड़ के मामले में कार्रवाई न होने से आहत अनुसूचित जाति के परिवार द्वारा जहरीला पदार्थ निगलने वाले किसान की हालत स्थिर बनी हुई है,जबकि पुत्री की हालत में सुधार आया है। घटना के बाद शुरुआती 48 घंटे अहम थे, जिस दौरान पिता-पुत्री को उच्चस्तरीय उपचार उपलब्ध नहीं हो पाया था। बाद में मेरठ के नर्सिग होम में उन्हें भर्ती कराया गया। जहां पिता की किडनी ठीक से काम नहीं कर पा रही है। ब्लड प्रेशर भी मानक से कम चल रह रहा है। बता दें कि गत दिवस पिता-पुत्री की हालत दोबारा बिगड़ गई थी। परिजनों का कहना है पिता की हालत स्थिर है, जबकि पुत्री की हालत में काफी सुधार है। प्रशासनिक अधिकारियों का कहना है चंडीगढ़ पीजीआइ की देखरेख में इलाज चल रहा है।
पांच लाख रुपये की आर्थिक मदद
शासन की ओर से पीड़ित परिवार को मंगलवार को पांच लाख की आर्थिक मदद दी गई। उक्त राशि जिला समाज कल्याण विभाग द्वारा पीड़ितों के खातों में ट्रांसफर कर दी गई। बाकी राशि की दूसरी किश्त भी जल्द खातों में ट्रांसफर की जाएगी। समाज कल्याण अधिकारी मुश्तयाक अहमद ने बताया कि आर्थिक मदद बतौर 16 लाख रुपये स्वीकृत हुई है। महिला की मौत पर चार लाख रुपये का 50 फीसदी यानि दो लाख रुपये व अन्य तीनों को 25 फीसद के हिसाब से एक-एक लाख रुपये यानि तीन लाख रुपये दिए गए हैं। चार्जशीट कोर्ट में जमा करने के साथ दूसरी किश्त भी खातों में ट्रांसफर हो जाएगी।
इनका कहना है
जांच में इंस्पेक्टर दोषी पाया जाता है,तो निश्चित कार्रवाई होगी। वहीं रासुका की कार्रवाई को उच्चाधिकारियों को लिखा जाएगा। पीड़ित परिवार को आर्थिक मदद जल्द मिलेगी।
- अविनाश पांडेय,एसपी देहात
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