महासप्तमी को हुई पांच करोड़ की रजिस्ट्री
कोरोना काल में धीमी गति से चल रहे प्रापर्टी के कारोबार ने भी एकाएक नवरात्र में रफ्तार पकड़ ली। दिन में पांच करोड़ से अधिक का राजस्व मिला।
मेरठ, जेएनएन। कोरोना काल में धीमी गति से चल रहे प्रापर्टी के कारोबार ने भी एकाएक नवरात्र में रफ्तार पकड़ ली। पिछले पांच सालों का रिकार्ड टूट गया। स्टांप एवं रजिस्ट्रेशन विभाग को एक ही दिन में पांच करोड़ से अधिक का राजस्व मिला। स्टांप एवं रजिस्ट्रेशन विभाग में पिछले पांच सालों में एक दिन में अधिकतम साढे़ तीन करोड़ का राजस्व स्टांप व अन्य माध्यमों से मिला है। इस बार यह रिकार्ड भी टूट गया है। 23 अक्टूबर को एक ही दिन में पांच करोड़ 38 लाख 58 हजार का राजस्व मिला। सोमवार को भी दो करोड़ एक लाख का स्टांप विभाग को मिला है।
कोरोना के चलते अप्रैल, मई व जून माह ज्यादा अच्छे नहीं रहे। जुलाई, अगस्त व सितंबर में प्रापर्टी का कारोबार ने भी गति पकड़ी। अक्टूबर माह में प्रापर्टी की बिक्री खरीद ने रफ्तार पकड़ी और नवरात्र के दिनों में सारे रिकार्ड ही टूट गए। जिले में स्टांप एवं रजिस्ट्रेशन विभाग के छह कार्यालय हैं।
वर्ष 2019 के अक्टूबर माह में स्टांप एवं रजिस्ट्रेशन विभाग को 45 करोड़ 19 लाख के राजस्व मिला। वर्ष-20 के अक्टूबर माह की 26 तारीख तक विभाग को 46 करोड़ 70 लाख के राजस्व की प्राप्ति हो चुकी है। महीने में अभी पांच दिन और बाकी हैं। वर्ष-2019 में सितंबर माह तक कुल 240 करोड़ 22 लाख के राजस्व स्टांप के रूप में मिला। वर्ष-20 के सितंबर माह तक 159 करोड़ 67 लाख के राजस्व की प्राप्ति अब तक हो चुकी है। अक्टूबर माह में 46 करोड़ से अधिक के राजस्व की प्राप्ति होने पर स्टांप एवं रजिस्ट्रेशन विभाग के अधिकारियों को उम्मीद है कि माह के लक्ष्य के नजदीक तक पहुंच जाएंगे। यह 62 करोड़ 95 लाख है। इन्होंने कहा
अक्टूबर माह राजस्व प्राप्ति के हिसाब से विभाग के लिए अच्छा जा रहा है। पिछले पांच सालों में कभी ऐसा नहीं हुआ, जब एक ही दिन में पांच करोड़ से ज्यादा के स्टांप की प्राप्ति हुई हो।
वीके तिवारी, एआइजी स्टांप मेरठ।