Fitness Mantra In Meerut: सर्दी में वाकिंग या साइकिलिंग कीजिए... यह सेहत के लिए अच्छा है
Fitness Mantra डा. शिशिर जैन सुबह और शाम दोनों समय 30 से 40 मिनट तक वॉक करते हैं। या फिर साइकिलिंग करते हैं। इसे नियमित करने की वजह से वह खुद को फिट रखते हैं। साथ ब्लडप्रेशर या शुगर जैसी समस्या से भी दूर रहते हैं।
मेरठ, [विवेक राव]। Fitness Mantra इस समय सर्दी है, जिसकी वजह से कई लोग सुबह बाहर नहीं निकलना चाहते हैं। अब जब मौसम बदल गया है तो हमें अपने अभ्यास का तरीका भी बदलने में कोई हर्ज नहीं है। यह जरूरी नहीं है कि आप जो एक्साइज गर्मियों में करते थे, वही इन सर्दियों में भी करें। बहुत सर्दी हो तो सुबह बाहर निकल कर टहलने से अच्छा है कि आप अपने घर में ही कोई अभ्यास करें। बाल रोग विशेषज्ञ डा. शिशिर जैन बताते हैं कि वह खुद गर्मियों में स्वीमिंग करते थे। अब सर्दी में वॉक या साइकिलिंग करते हैं। उन्होंने अपनी दिनचर्या को साझा करने के साथ बच्चों के स्वास्थ्य के लिए भी जरूरी सुझाव भी दिए हैं।
सुबह और शाम अभ्यास
डा. शिशिर जैन सुबह और शाम दोनों समय 30 से 40 मिनट तक वॉक करते हैं। या फिर साइकिलिंग करते हैं। इसे नियमित करने की वजह से वह खुद को फिट रखते हैं। साथ ब्लडप्रेशर या शुगर जैसी समस्या से भी दूर रहते हैं। वजन भी नियंत्रित रहता है। हर रोज डेढ़ घंटे टहलने और साइकिल चलाने शरीर में फूर्ति तो रहती है। दिल भी मजबूत रहता है। इसकी वजह से वह अपनी कोलेस्ट्राल को भी सही कर पाते हैं।
10 हजार स्टेप्स तो चलिए
वह बताते हैं कि हर किसी को रोज कम से कम 10 हजार स्टेप्स चलना चाहिए। इससे शरीर के दर्द और ज्वाइंट के दर्द से भी राहत मिलती है। इसके लिए मोबाइल पर पेडोमीटर एप भी डाउनलोड किया जा सकता है। डा. शिशिर जैन के मुताबिक कोविड के समय जब इम्युनिटी की बात सामने आई तो इस तरह के अभ्यास इम्युनिटी को भी बढ़ाते हैं। जिनकी इक्युनिटी अच्छी थी, उन पर कोविड का असर नहीं पड़ा।
छोटे बच्चों को सर्दी से बचाएं
मेरठ में बाल रोग विशेषज्ञ डा. शिशिर जैन नेबदलते मौसम को देखते हुए बच्चों पर विशेष ध्यान देने की बात भी कही है। वह बताते हैं कि छोटे बच्चों को इस मौसम में एक तो कपड़े अच्छे से पहनाना चाहिए। दूसरा सुबह और रात के समय में घर के अंदर ही रखना चाहिए। अगर दिन में धूप अच्छी निकली है तो दिन में धूप में जरूर ले जाना चाहिए। जहां हवा ना आ रही हो। वह बताते हैं कि बच्चों का टीकाकरण भी पूरा होना चाहिए। एक साल से छोटे बच्चों को फ्लू वैक्सीन की दो खुराक एक महीने के अंतर से देनी चाहिए। एक साल से ऊपर के बच्चों को फ्लू वैक्सीन की एक खुराक हर साल जाड़ों में जरूर लगनी चाहिए।
इस समय चल रहा है विंटर डायरिया
डा. शिशिर जैन बताते हैं कि आजकल विंटर डायरिया भी काफी चल रहा है। उससे बचाव के लिए छह महीने से छोटे बच्चों को रोटावायरस वैक्सीन की दो से तीन खुराक देनी चाहिए। अगर डायरिया हो गया हो तो भरपूर मात्रा में ओआरएस का घोल देना चाहिए। बाहर के खाने से और गंदी चीजों को खाने से बच्चों को बचना चाहिए। सफाई और हाइजीन पर ध्यान देना भी जरूरी है। बच्चों को धूल, धुएं, कोहरे और प्रदूषण से बचाना चाहिए। समय-समय पर जो टीकाकरण होता है उसे जरूर लगवाना चाहिए। अपने डाक्टर से नियमित रूप से चेकअप भी कराना चाहिए। अगर खांसी जुखाम और बलगम की शिकायत हो तो पानी की भांप दिलाने से काफी मदद मिलती है। बच्चों को ज्यादा ठंड लगने से बचाना चाहिए। कमरे को गरम रखने के उपाय करने चाहिए। खाने में ज्यादा ठंडी चीजें जो बलगम बना सकती हैं, उन्हें खाने से भी बचना चाहिए।