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Fitness Mantra In Meerut: रोजाना नियमित रूप से कुछ समय कीजिए अनुलोम-विलोम, फिर देखिए इसके लाभ

Fitness Mantra चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय परिसर में स्थित सर छोटू राम इंजन इंस्टिट्यूट में प्रशासनिक अधिकारी डॉक्टर मिलन्द नियमित रूप से योगाभ्यास करते हैं। जिसका उन्हें लाभ भी मिल रहा है। यहां उन्‍होंने अपना अनुभव साझा किया और इसके लाभ बताए।

By PREM DUTT BHATTEdited By: Published: Sun, 03 Jan 2021 07:20 AM (IST)Updated: Sun, 03 Jan 2021 07:20 AM (IST)
Fitness Mantra In Meerut: रोजाना नियमित रूप से कुछ समय कीजिए अनुलोम-विलोम, फिर देखिए इसके लाभ
डा. मिलंद सुबह 5 बजे उठते हैं। दिन की शुरूआत में वह गर्म लौंग के पानी पीकर करते हैं।

मेरठ, [विवेक राव]। Fitness Mantra हम दिन में चाहे जितने भी व्यस्त हो लेकिन इस व्यस्त समय में से कुछ समय अपने स्वास्थ्य को लेकर जरूर निकाल लेना चाहिए। कोविड के आने के बाद लोगों ने समझ लिया है कि असली वेल्थ हेल्थ ही है। अगर हेल्थ सही है तो सब सही है। इस सोच ने लोगों को योग- प्राणायाम की ओर मोड़ा है। जो लोग पहले अपनी दिनचर्या में योग प्राणायाम को नहीं रखते थे। वह भी अब नियमित रूप से योगाभ्यास कर रहे हैं। चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय परिसर में स्थित सर छोटू राम इंजन इंस्टिट्यूट में प्रशासनिक अधिकारी डॉक्टर मिलन्द नियमित रूप से योगाभ्यास करते हैं। जिसका उन्हें लाभ भी मिल रहा है। आज उन्होंने अपनी दिनचर्या को साझा किया।

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सुबह पांच बजे उठ जाते हैं मिलन्द

डा. मिलंद सुबह 5 बजे उठते हैं। दिन की शुरूआत में वह गर्म लौंग के पानी पीकर करते हैं। फिर रोजाना 2-3 किमी तक पैदल चलते हैं। पैदल चलने से उनमें दिन भर ताजगी बनी रहती है। वह कहते हैं कि हम सभी को व्यायाम के लिए कम से कम एक घंटे का समय जरूर देना चाहिए। मिलन्द अपने घर पर ही नियमित योग भी करते हैं। जिसमें वह रोज कुछ समय अनुलोम-विलोम करते हैं। स्वास्थ्य के लिए वह इसे सबसे महत्वपूर्ण बताते हैं। अनुलोम विलोम के बड़े हैं लाभ नियमित रूप से अनुलोम विलोम प्राणायाम करने से कई तरह की बीमारियां ठीक होती हैं विशेषज्ञों की मानें तो इससे गठिया, फाइलेरिया, चर्म रोग, साइनस, माइग्रेन और दिमाग से संबंधित सभी तरह के बीमार दूर होते हैं। हृदय के अंदर अगर कोई अवरोध है तो वह अनुलोम विलोम से तुरंत ठीक हो जाता है। कोलेस्ट्रोल, हाई ब्लड प्रेशर जैसी बीमारियों से भी इससे राहत मिलती है।

ऐसे करें अनुलोम-विलोम

अनुलोम -विलोम करने के लिए सबसे पहले दाएं हाथ को ऊपर उठा लें और दाएं हाथ के अंगूठे से दाएं स्वर को बंद कर दें। इसके बाद बाएं स्वर से धीमी गति से सांस अंदर भरना चाहिए। जिस समय पूरा सांस हमारे फेफड़ों में अच्छी तरह से भर जाए तो फिर बाएं स्वर को अंगुलियों से बंद करते हुए दाया स्वर से सांस को धीमी गति से बाहर छोड़ देना चाहिए। अल्टरनेट करते हुए इस अभ्यास को किया जा सकता है। अनुलोम विलोम 5 मिनट से शुरू करके 20 मिनट तक भी किया जा सकता है।


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