Fitness Mantra In Meerut: संगीत के साथ एरोबिक्स या फिर भंगड़ा... यह भी एक अच्छी एक्सरसाइज है
Fitness Mantra मेरठ कालेज में शिक्षा विभाग की एसोसिएट प्रोफेसर डा. मंजू गुप्ता और उनके पति वरिष्ठ चिकित्सक डा. राजीव गुप्ता के दिन की शुरुआत साथ-साथ योगाभ्यास से होती है। दोनों सुबह साढ़े छह बजे बिस्तर से उठ जाते हैं।
मेरठ, [विवेक राव]। Fitness Mantra कोविड काल में जब लोगों का बाहर निकलना कम हुआ है। अभी भी बहुत से लोग अपने घरों पर रहने के लिए विवश हैं, ऐसे में उनके उठने और बैठने का तरीका बदल गया है। बाहरी एक्टिविटी कम होने और लगातार बैठे रहने की वजह से कई तरह की समस्या भी आ सकती है। इससे अगर हमें बचना है तो कम से कम अपनी दिनचर्या में योग, अभ्यास को जगह देनी ही पड़ेगी। शहर में कुछ लोग अपने अभ्यास को भी दिन के हिसाब से अलग- अलग तरीके से बदलकर उसे सेहतमंद के साथ मनोरंजक भी बना रहे हैं। इसमें संगीत के साथ एरोबिक्स या भंगड़ा भी एक अच्छा विकल्प बन गया है।
डा. मंजू गुप्ता और डा. राजीव गुप्ता साथ- साथ करते हैं अभ्यास
मेरठ कालेज में शिक्षा विभाग की एसोसिएट प्रोफेसर डा. मंजू गुप्ता और उनके पति वरिष्ठ चिकित्सक डा. राजीव गुप्ता के दिन की शुरुआत साथ- साथ योगाभ्यास से होती है। दोनों सुबह साढ़े छह बजे बिस्तर से उठ जाते हैं। अप्रैल 2020 से जब कोरोना की वजह से लाकडाउन की स्थिति बनी। तो उस समय उन्होंने आनलाइन योग कैंप ज्वाइन कर लिया था। तब से वह सुबह सात बजे से आठ बजे तक हर दिन साथ- साथ योग करते हैं। पदमासन, व्रजासन, धनुरासन, त्रिकोणासन, मत्स्यासन आदि कई आसनों को करते हैं। दोनों लोग इसके साथ ही अनुलोम- विलोम, कपालभाती, ध्यान के साथ दिन की शुरुआत करते हैं। वे योग का अभ्यास करते समय योग गुरु के दिशानिर्देश का भी ध्यान रखते हैं। सूर्य नमस्कार की सारी क्रियाएं इन लोगों अच्छे से सीख लिया है।
200 डाक्टर परिवार जूम पर करता है योग
डा. मंजू गुप्ता बताती हैं कि कोरोना के समय में योग ने इतनी आत्मिक शक्ति दी कि एकाकीपन का अहसास नहीं होने दिया। मेरठ के करीब 200 डाक्टर व उनके परिवार के सदस्य जूम पर हर रोज सुबह योग करते हैं। सोमवार से लेकर शनिवार तक एक लय में यह योग का अभ्यास चलता है। शनिवार को कुछ नया प्रयोग भी करते हैं। जिसमें संगीत के साथ एरोबिक्स, भंगड़ा आदि भी करते हैं।
24 घंटे में एक घंटा शरीर को दीजिए
डा. राजीव गुप्ता व मंजू गुप्ता पर योग का सकारात्मक प्रभाव पड़ा है। वह बताते हैं कि सुबह हो शाम जब भी समय मिले हमें अपने शरीर को एक घंटा जरूर देना चाहिए। इसमें वह मोबाइल से दूर रखते हुए शारीरिक और मानसिक रूप से एक्साइज करें। योग की तीन चार क्रियाएं या सूर्य नमस्कार भी बहुत उपयोगी होगा। अगर कुछ नहीं तो सुबह पैदल चले। वह कहते हैं कि सुबह के अभ्यास से लाभ ही लाभ है। मन, ह्दय, रक्त संचार, मांस पेशियां चुस्त दुरुस्त रहती हैं। दिन भर मन में एक खुशी सी रहती है। कभी भी अवसाद या खिन्नता का भाव नहीं आता है।