Fitness in Epidemic: कोविड महामारी के दौरान सप्ताह में पांच दिन पांच तरह की एक्सरसाइज से रखें खुद को फिट
Fitness in Epidemic सप्ताह में पांच दिन पांच तरह की एक्सरसाइज को अपनी दिनचर्या में शामिल कर आप अपने रेस्परेटरी सिस्टम को मजबूत कर सकते हैं। इससे हमारे रक्त में ऑक्सीजन और मांसपेशियों फेफड़े व दिल में हवा का संचार बढ़ता है।
मेरठ, जेएनएन। कोविड से लड़ने के लिए शरीर का भीतर से मजबूत होना भी जरूरी है। यह संक्रमण सबसे पहले हमारी सांस के रास्तों को ही धीरे-धीरे बलगम के जरिए बंद करता है जिसे हमें बंद नहीं होने देना चाहिए। यह बचाव हम शारीरिक, सामाजिक और मानसिक तौर पर कर सकते हैं। शारीरिक व्यायाम में स्ट्रांगमूव्ज और योगाभ्यास कर सकते हैं जिससे हमारा फेफड़ा मजबूत होता है। सप्ताह में पांच दिन पांच तरह की एक्सरसाइज को अपनी दिनचर्या में शामिल कर आप अपने रेस्परेटरी सिस्टम को मजबूत कर सकते हैं। इससे हमारे रक्त में ऑक्सीजन और मांसपेशियों, फेफड़े व दिल में हवा का संचार बढ़ता है।
इस प्रकार है दिन वार पांच तरह की एक्सरसाइज
सोमवार : 20 नी-रेज, 20 वेस्ट ट्विस्टिंग, 20 लेटरल स्टेप, 20 साइसर किक और 10 इंचवार्म क्राल। सभी के तीन-तीन सेट।
मंगलवार : 20 हाई नी-जैक्स, 20 साइड बेंड, माउंटेन क्लाइंबिंग वाक, 20 नी-अप, 20 बीयर क्राल। सभी के तीन-तीन सेट।
बुधवार : 20 लेग-किक्स, 20 ओवरहेड पेंडुलम, 20 मोडिफाइड पुशअप, 20 क्रंचेज और 20 क्रैब क्राल। सभी के तीन-तीन सेट।
गुरुवार : 20 जंपिंग जैक्स, 20 साइड किक्स, 20 स्क्वाट्स, 20 लाइंग साइक्लिंग, 20 एलीगेटर क्राल। सभी के तीन-तीन सेट।
शुक्रवार : 20 जंपिंग लेग किक्स, 20 लेब सर्किल, 20 मार्चिंग प्लैंक, 20 हैंड बैक टक्स और 20 गोरिल्ला क्राल। सभी के तीन-तीन सेट।
नोट : एक्सरसाइज के पहले, इसके दौरान और बाद में दिन भर पानी लेते रहें जिससे फेफड़े पर चिकनाई रहे और बलगम न जमने पाए।
इन योग आसन से मिलेगा लाभ : योगाभ्यास में आसन और प्राणायाम दोनों का अधिक महत्व है। 20 सेकेंड से एक मिनट तक करने वाले योगासनों में सुखासन, सेतुबंधनासन, त्रिकोणासन और मत्स्यासन है। वहीं दो से पांच मिनट तक किए जाने वाले प्रणायाम में नाड़ी सोधन, कपालभाति, भस्त्रिका और उज्जयी प्राणायाम करें। शुद्धि क्रिया, जल नेति, सूत्र नेति भी कर सकते हैं।
लंबी सांस लेना और छोड़ना जरूरी : फिटनेस और स्ट्रांसमूव्ज ट्रेनर शिवांगी सिंह के अनुसार लंबी और गहरी सांस खींचना और छोड़ना बेहद जरूरी है। यह हर एक्सरसाइज के साथ करें। उदाहरण के तौर पर मुट्ठी बंद करते समय सांस खींचे और मुट्ठी खोलते समय सांस पूरा छोड़ दें। शरीर के हर अंग के साथ सांस की यही क्रिया करनी है।