मेरठ में पहले गुमशुदगी, फिर अपहरण का केस दर्ज, अब हो गया बरामद
पहले स्वजन ने गुमसुदगी दर्ज कराई फिर दो दिन बाद अपहरण की धारा में केस तरमीम कराया। अब लापता युवक अपने गांव के पास से ही बरामद हो गया है। स्वजन की नाराजगी के चलते युवक चार दिन पूर्व अपने घर से हुआ था लापता।
मेरठ, जागरण संवाददाता। पहले स्वजन ने गुमसुदगी दर्ज कराई, फिर दो दिन बाद अपहरण की धारा में केस तरमीम कराया। अब लापता युवक अपने गांव के पास से ही बरामद हो गया है। जिसे पल्लवपुरम पुलिस ने उसके स्वजन को सौंप दिया है।
सरधना थाना क्षेत्र में गांव फरीदपुर निवासी गौरव प्रताप उर्फ रामभूल पुत्र चंद्रपाल मोदीपुरम में प्राइवेट नौकरी करता है। बताया जाता है कि चार दिन पूर्व गौरव अपने गांव से ड्यूटी के लिए आया था। उसके बाद न तो वह ड्यूटी पहुंचा अौर न ही वापस अपने गांव गया। स्वजन ने पल्लवपुरम पहुंचकर पुलिस को जानकारी दी। पुलिस ने मोदीपुरम के पास सीसीटीवी कैमरे की फुटेल खंगाली तो उसमें गौरव अकेले पैदल जाते हुए सीएनजी पंप की ओर दिखाई दिया था। स्वजन की तहरीर पर पुलिस ने गुमशुदगी दर्ज कराई। उसके बाद गौरव का कहीं पता नहीं चला। पुलिस ने जिटौली रेलवे लाइन के आसपास भी तलाश किया था। गुरुवार दोपहर को स्वजन थाने पहुंचे और गुमसुदगी की धारा में अपहरण की धारा तरमीम करने की मांग की।
पुलिस ने केस में अपहरण की धारा को तरमीम कर दिया। शुक्रवार को गौरव ने अपनी पत्नी के मोबाइल पर काल की, जिस पर उसने अपने को सरधना क्षेत्र के रार्धना गांव के पास होने की जानकारी दी। पुलिस मौके पर पहुंची और युवक को उसके स्वजन को साैंपा। कार्यवाहक थानाध्यक्ष बच्चू सिंह ने बताया कि जिस युवक के अपहरण का शोर मचा था, वह स्वजन की नाराजगी की वजह से भागा था, जो अब बरामद हो गया है।