देवबंद जेल परिसर में जेलर पर फायरिंग, इन विषयों पर जांच कर रही पुलिस
देवबंद के जेलर पर गुरुवार की रात बेखौफ बदमाशों ने कारागार परिसर में ही जानलेवा हमला किया। जेलर खाना खाकर टहलने निकले थे पेड़ के पीछे छिपकर बचाई जान। जेल के सुरक्षाकर्मियों से घिरता देख बदमाश हुए फरार मुकदमा।
सहारनपुर, जागरण संवाददाता। उप कारागार देवबंद के जेलर पर गुरुवार की रात बेखौफ बदमाशों ने कारागार परिसर में ही जानलेवा हमला किया। दो बदमाशों ने उन पर तीन से चार गोलियां चलाई। हालांकि मौके से दो खोखे बरामद हुए हैं। जिस समय हमला हुआ, उस समय जेलर के साथ हथियारबंद वार्डर भी थे। वार्डर ने जेलर को पेड़ के पीछे छिपाया और बदमाशों का पीछा किया, लेकिन वह फरार हो गए। पुलिस ने अज्ञात में मुकदमा दर्ज किया है।
खाना खाकर टहलने निकले थे जेलर
जेलर रीवन सिंह गुरुवार की रात आठ बजे जेल की बगल में स्थित सरकारी आवास पर खाना खाने के बाद जेल परिसर में ही टहल रहे थे। उनके साथ वार्डर शरद कुमार और गिरी प्रसाद थे। जब वह टहलने के बाद जेल के मुख्य गेट से वापस अपने आवास की ओर लौट रहे थे तो अचानक दीवार के पीछे से दो लोगों ने उन पर फायरिंग शुरू कर दी। जेलर जमीन पर लेट गए और उन्होंने एक पेड़ के पीछे छिपकर अपनी जान बचाई।
दोनों वार्डर ने बदमाशों को घेरने की कोशिश की, लेकिन सफल नहीं हो सके। बदमाश वार्डर को भी गाली-गलौज करते हुए वहां से फरार हो गए। जेलर पर हमले के बाद सीओ दुर्गा प्रसाद तिवारी और कोतवाली प्रभारी प्रभाकर केंतुरा फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे और मौके से दो खोखे बरामद किए। इसके बाद बदमाशों की पहचान के लिए सीसीटीवी की फुटेज अपने कब्जे में ली। सीओ ने बताया कि अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। बदमाशों की तलाश की जा रही है। शुक्रवार को खुफिया विभाग के लोगों ने भी पूरे घटनाक्रम की जानकारी ली।
मिलाई को लेकर तो नहीं हुआ हमला
अभी तक की पुलिस जांच में सामने आया है कि गुरुवार को दो युवक किसी बदमाश से जेल में मुलाकात करने के लिए आए थे। मिलाई का समय पूरा हो जाने के कारण जेलर ने दोनों युवकों को इन्कार कर दिया था। जिसके बाद यह युवक जेलर पर लगातार दबाव बनाते रहे, लेकिन वह नहीं माने। पुलिस को अंदेशा है कि कहीं इन्हीं युवकों ने तो हमला नहीं किया। हालांकि यह जांच के बाद ही साफ होगा।
इन्होंने कहा...
मुझ पर जानलेवा हमला हुआ है। यह किसने किया है मुझे नहीं पता। भविष्य में भी मेरी जान को खतरा है। मैंने पुलिस को पूरे घटनाक्रम से अवगत करा दिया है।
- रीवन सिंह, जेलर देवबंद उप कारागार