परीक्षितगढ़ के खजूरी में फायरिंग से ग्रामीण की मौत, देशद्रोह का मुकदमा Meerut News
परीक्षितगढ़ के खजूरी में बुधवार रात को रोडरेज के बाद फायरिंग में एक ग्रामीण की मौत के बाद लोगों में आक्रोश फैल गया। गांव के दो संप्रदायों के बीच तनाव बना हुआ है।
मेरठ, जेएनएन। Firing In Meerut परीक्षितगढ़ के खजूरी में बुधवार रात रोडरेज के बाद हुई फायरिंग में घर की छत पर खड़े ग्रामीण की सीने में गोली लगने से मौत हो गई। गुरुवार सुबह इसका पता चलने पर लोगों में आक्रोश फैल गया। गांव के दो संप्रदायों के बीच तनाव बन गया। भीड़ इतनी आक्रोशित थी कि एसपी देहात और सीओ के खिलाफ नारेबाजी कर उनको लौटा दिया। हस्तिनापुर विधायक दिनेश खटीक के हस्तक्षेप के बाद ग्रामीण शांत हुए। इसके बाद ही अफसर घटनास्थल का निरीक्षण कर पाए। पुलिस ने फायरिंग करने वालों पर हत्या, जानलेवा हमला और देशद्रोह में मुकदमा दर्ज किया है। एक और आरोपित को हिरासत में ले लिया है।
कार में टक्कर के बाद बिगड़ी बात
बुधवार रात खजूरी निवासी मोहित त्यागी की कार में नोएडा के सुधीर ने स्कार्पियो से टक्कर मार दी थी। सुधीर परीक्षितगढ़ में अपने दोस्त दानिश से मिलकर लौट रहा था। विवाद इतना बढ़ा कि सुधीर ने दानिश को कॉल किया। दानिश अपने साथ दूसरी स्कार्पियो और पांच बाइकों पर युवकों को लेकर खजूरी पहुंच गया। युवकों ने मोहित की पिटाई शुरू कर दी। तभी ग्रामीण लाठी-डंडे लेकर आए और युवकों की घेराबंदी कर ली। युवकों ने लाइसेंसी राइफल से ग्रामीणों पर फायरिंग कर दी। साथ ही आरोप है कि पाकिस्तान के समर्थन में नारे भी लगाए। ग्रामीणों ने अजहर, फिरोज, अरबाज और हिमांशु को मौके से पकड़ लिया था। फायङ्क्षरग के दौरान घर की छत पर खड़े अमर सिंह पुत्र सुक्के की सीने में गोली लगने से मौत हो गई। रातभर उसका शव छत पर ही पड़ा रहा।
अफसरों के बयान पर था गुस्सा
एसपी देहात अविनाश पांडेय और सीओ अखिलेश भदौरिया ने बयान दिया था कि आरोपितों ने पाकिस्तान के समर्थन में नारे नहीं लगाए, वहीं ग्रामीणों ने इसकी वीडियो दिखाने का दावा किया। ग्रामीण अड़ गए कि आरोपितों के खिलाफ देशद्रोह में मुकदमा होगा। मौके पर मौजूद विधायक दिनेश खटीक ने एसएसपी को फोन किया। इस पर एसएसपी अजय साहनी ने एसपी क्राइम रामअर्ज सिंह को मौके पर भेजा। इसके बाद पुलिस ने आठ हमलावरों के खिलाफ दूसरा मुकदमा भी दर्ज कर लिया, जिसमें जानलेवा हमला, हत्या और देशद्रोह की धारा लगाई गई। पहले जानलेवा हमले के मुकदमे में पांच आरोपितों को नामजद किया गया था। मवाना खुर्द के दिलदार को पुलिस ने हिरासत में लिया है।