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फैक्ट्री में आग के बाद कई विभागों की कार्यशैली पर उठे सवाल

खरखौदा के नरहेड़ा गांव में पारस केमिकल्स फैक्ट्री में आग के बाद कई विभागों की कार्यशैली पर सवाल खड़ा हो गया।

By JagranEdited By: Published: Thu, 22 Oct 2020 10:44 AM (IST)Updated: Thu, 22 Oct 2020 10:44 AM (IST)
फैक्ट्री में आग के बाद कई विभागों की कार्यशैली पर उठे सवाल

मेरठ, जेएनएन। खरखौदा के नरहेड़ा गांव में पारस केमिकल्स फैक्ट्री में आग के बाद कई विभागों की कार्यशैली पर सवाल खड़ा हो गया। पिछले पांच साल से गांव के बाहरी छोर पर फैक्ट्री चल रही थी। इसके बावजूद किसी विभाग ने जांच की जरूरत तक नहीं समझी। कारखाना विभाग से फैक्ट्री का पंजीकरण नहीं मिला। सिर्फ जिला उद्योग केंद्र में रजिस्ट्रेशन कराया हुआ है। दमकल विभाग से भी कोई अनुमति नहीं ली गई।

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नौचंदी के उमर नगर निवासी आस मोहम्मद ने नरहेड़ा में पांच साल पहले पारस केमिकल्स फैक्ट्री लगाई थी। उसने गांव के ही राकिब का गोदाम किराए पर ले रखा था। आस मोहम्मद ने बताया कि फैक्ट्री में पेंट में डालने वाला केमिकल तैयार होता है। मंगलवार दोपहर फैक्ट्री में आग लग गई। उस समय फैक्ट्री के अंदर केमिकल्स के 500 ड्रम रखे थे। आग लगने के बाद ड्रम आसमान में बम की तरह फूट रहे थे। दमकल की तीन गाड़ियों ने दो घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। उसके बाद फैक्ट्री को लेकर विभागों की लापरवाही की परतें खुलनी शुरू हो गईं। दमकल विभाग की जांच पता चला कि इस फैक्ट्री का कारखाना विभाग में कोई रजिस्ट्रेशन नहीं है। 2015 में जिला उद्योग केंद्र से अनुमति ली गई है। उसके बाद प्रदूषण विभाग ने भी कुछ अनुमति दी। हालांकि उसके बाद कभी नवीनीकरण नहीं कराया गया। हैरत की बात है कि पांच साल पहले अनुमति प्रदान करने के बाद प्रदूषण विभाग ने भी फैक्ट्री की पड़ताल करने कोशिश नहीं की है। फैक्ट्री के अंदर मेडिकल बायो वेस्ट जलाया जा रहा था। दमकल विभाग से कोई अनुमति नहीं ली गई। फैक्ट्री के अंदर सभी ज्वलनशील पदार्थ रखे हुए थे। फैक्ट्री शहर के आउटर क्षेत्र में संचालित हो रही थी। दमकल विभाग के अफसर भी सोए रहे। फैक्ट्री स्वामी आस मोहम्मद का कहना है कि परतापुर क्षेत्र के उद्योगपुरम में कई ऐसी फैक्ट्री संचालित की जा रही हैं। सीएफओ संतोष राय ने बताया कि फैक्ट्री का कोई भी कागजात पूरा नहीं है। फैक्ट्री संचालक के खिलाफ जल्द ही एफआइआर दर्ज कराई जा सकती है।

सीओ किठौर ने की पूछताछ : फैक्ट्री में आग की जांच करने पहुंचे सीओ किठौर ने फैक्ट्री मालिक आस मोहम्मद से करीब आध घंटा पूछताछ की। फैक्ट्री से केमिकल्स कहां-कहां सप्लाई होता था। प्रत्येक महीने में कितने सामान की बिक्री होती थी। आस मोहम्मद ने कोरोना संक्रमण के दौरान फैक्ट्री बंद होने का दावा किया है। दमकल विभाग की रिपोर्ट में फैक्ट्री चालू होने की बात सामने आई है। सीओ किठौर का कहना है कि पूरे मामले की विस्तार से जांच की जा रही है।


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