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कांवड़ यात्रा पर 'अफवाह' का अंदेशा, शिव मंदिरों पर है नजर

खुफिया इकाइयों ने मंडल के 15 शिवालयों की सूची बनाई। पुरा महादेव के साथ मेरठ के आधा दर्जन मंदिरों पर विशेष नजर।

By JagranEdited By: Published: Tue, 17 Jul 2018 11:05 AM (IST)Updated: Tue, 17 Jul 2018 11:05 AM (IST)
कांवड़ यात्रा पर 'अफवाह' का अंदेशा, शिव मंदिरों पर है नजर

मेरठ (नवनीत शर्मा)। कांवड़ यात्रा को लेकर इस बार केंद्र और प्रदेश सरकार अधिक सतर्कता बरत रहे हैं। उधर, खुफिया इकाइयों ने भी मंडल के 15 शिव मंदिरों को लेकर अपनी चिंता जाहिर करते हुए सरकार को रिपोर्ट भेजी है। इसमें मुख्य रूप से मेरठ के छह प्रमुख मंदिरों को शामिल किया है। रिपोर्ट में सबसे अधिक अफवाह को लेकर अंदेशा जाहिर किया है।

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हरिद्वार और गंगोत्री से गंगाजल लाकर शिव का अभिषेक करने वालों की संख्या में हर वर्ष लगातार इजाफा हो रहा है। शिवभक्तों की बढ़ती संख्या को देखते हुए खुफिया इकाइयों को विशेष रूप से केंद्र और प्रदेश सरकार द्वारा निर्देशित किया गया है। ऐसे में खुफिया इकाइयों ने अपने स्तर से मेरठ मंडल के अधिक संवदेनशील शिव मंदिरों की सूची तैयार कर शासन को रिपोर्ट भेजी है। रिपोर्ट के अनुसार शिव भक्तों की बढ़ती भीड़ का कई स्तर पर अफवाह उड़ाकर असामाजिक तत्व लाभ उठा सकते हैं। ऐसे में हर स्तर पर सर्तकता बरतनी जरूरी है। खुफिया विभाग द्वारा तैयार रिपोर्ट में मेरठ के आधा दर्जन मंदिर के साथ मुजफ्फरनगर, बागपत, गौतमबुद्धनगर, गाजियाबाद, हापुड़ और बुलंदशहर के प्रमुख मंदिरों को भी शामिल किया है। भीड़ को लेकर अधिक चिंता

खुफिया रिपोर्ट में शिव भक्तों की अधिक संख्या को अफवाह उड़ाकर निशाना बनाए जाने की गंभीर चिंता जाहिर की गई है। जलाभिषेक के दौरान कई तरह से शिव भक्तों को भड़काने, तोड़फोड़ कराने, वाहन का प्रयोग कर मानव क्षति पहुंचाने आदि बिंदुओं पर अधिक जोर दिया है। लोकसभा चुनाव भी है कारण

पिछले कुछ दिनों में पश्चिम उत्तर प्रदेश में हुई कुछ घटनाओं का जिक्र भी रिपोर्ट में किया है। इसमें वर्ष 2019 में प्रस्तावित लोकसभा चुनाव को लेकर भी अंदेशा जाहिर किया है। ऐसे में राजनीतिक लाभ के लिए कुछ विशेष संगठन सरकार को बदनाम करने के लिए अप्रिय घटना को अंजाम देकर स्थिति बिगाड़ सकते हैं। इन मंदिरों पर है अधिक नजर

मेरठ :- औघड़नाथ मंदिर कैंट, महादेव शिव मंदिर दबथुआ, महादेव शिव मंदिर दौराला, महादेव शिव मंदिर गगोल, शिवमंदिर भोलाझाल, शिवमंदिर ग्राम नंगली।

बागपत :- पुरा महादेव मंदिर

गौतमबुद्धनगर :- शिव मंदिर नानकेश्वर महादेव, महादेव मंदिर भाईपुरा।

बुलंदशहर :- राज राजेश्वर मंदिर, सिद्धेश्वर मंदिर खुर्जा, महादेव मंदिर आहार।

हापुड़ :- ब्रजघाट गढ़ मुक्तेश्वर, चंडी देवी हापुड़।

गाजियाबाद :- दुधेश्वर नाग महादेव मंदिर जिलाधिकारी अनिल ढींगरा का कहना है कि कांवड़ यात्रा और जलाभिषेक के दौरान अतिरिक्त सर्तकता और सुरक्षा का प्लान तैयार किया है। असामाजिक तत्वों पर नजर रखी जा रही है। शिवालयों की सुरक्षा और व्यवस्था में कोई कोताही नहीं होगी।


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