मेरठ में लखनऊ से आए सयुंक्त आयुक्त के सामने किसानों ने रखा गन्ना भुगतान का मुद्दा
लखनऊ से मेरठ आए सयुंक्त गन्ना आयुक्त डॉक्टर वीबी सिंह और उनकी टीम को किसानों ने गन्ना भुगतान के मुद्दे को लेकर घेरा। किसानों की समस्याओं को सुनते हुए अफसरों ने उन्हें जल्द ही भुगतान कराए जाने का आश्वासन दिया है।
मेरठ, जेएनएन। मेरठ के रोहटा में रविवार को गन्ना क्रय केंद्रों के औचक निरीक्षण के लिए लखनऊ से आए सयुंक्त गन्ना आयुक्त डॉक्टर वीबी सिंह और उनकी टीम को किसानों ने गन्ना भुगतान के मुद्दे को लेकर घेरा। इस दौरान किसानों ने कहा कि चीनी मिल किसानों का गत वर्ष का भी अरबों रुपया दबाए बैठे हैं और चालू सत्र को भी चले दो माह बीतने को है लेकिन गन्ना भुगतान देने के लिए चीनी मिल तत्पर पर नहीं है।
किसानों को दिया आश्वासन
यह समस्या किसानों के लिए जटिल हो रही है लेकिन किसानों की कहीं कोई सुनवाई नहीं हो रही है।किसानों ने संयुक्त आयुक्त गन्ना डॉक्टर वीबी सिंह से मांग की कि मिलों पर भी गन्ने का भुगतान दिलाने के लिए दबाव बनाया जाए। किसान अपने घरेलू खर्चा शादी ब्याह बच्चों की पढ़ाई आदि खर्चे चलाने के लिए परेशान हैं। संयुक्त गन्ना आयुक्त डॉक्टर वीबी सिंह ने किसानों को आश्वस्त करते हुए समझाया कि गन्ने का भुगतान दिलाने के लिए चीनी मिलों के खिलाफ शीघ्र ही वैधानिक कार्रवाई की जाएगी। इस संबंध में रिपोर्ट तैयार कर लखनऊ गन्ना आयक्त को दी जाएगी।
यह रहे शामिल
शासन स्तर से अवश्य चीनी मिलों पर गन्ना भुगतान दिलाने के लिए शिकंजा कसा जाएगा। निरीक्षण करने वाली टीम में जिला गन्ना अधिकारी बागपत अनिल भारती, किनौनी चीनी मिल के यूनिट हेड केपी सिंह, दौराला गन्ना समिति के सचिव प्रदीप कुमार, डिप्टी अमरेंद्र प्रताप सिंह, किनौनी चीनी मिल गन्ना प्रबंधक अनिल सिंह, डिप्टी मैनेजर विनोद नरेश दुष्यंत त्यागी, सचिन सांगवान आदि शामिल रहे।