रंजिशन युवक पर फायरिंग, इलाज नहीं करने पर अस्पताल में परिजन और स्टाफ में भिंड़त Meerut News
गन्ने से लदी ट्रैक्टर-ट्राली को कोल्हू पर ले जा रहे युवक पर बाइक सवार चार हमलावरों ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। उसका इलाज नहीं करने पर अस्पताल में खासा हंगामा हो गया।
मेरठ, जेएनएन। गन्ने से लदी ट्रैक्टर-ट्राली को कोल्हू पर ले जा रहे युवक पर बाइक सवार चार हमलावरों ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। युवक को तीन गोलियां लगीं। परिजन पहले उसे लेकर आनंद अस्पताल पहुंचे, जहां से रेफर कर दिया। इसके बाद न्यूटिमा अस्पताल पहुंचे, वहां से भी रेफर कर दिया। इस पर परिजन भड़क गए और चिकित्सकों से मारपीट कर दी। अस्पताल के स्टाफ ने परिजनों को दौड़ा लिया। मामला शांत होने पर परिजन घायल को दिल्ली ले गए।
विवाद के कारण हमला
भावनपुर थाना क्षेत्र के छिलौरा गांव निवासी कपिल (25) पुत्र लोकेश रविवार शाम औरंगाबाद के कोल्हू पर जा रहा था। गांव से बाहर औरंगाबाद के रास्ते पर सामने से आए हमलावरों ने उस पर फायरिंग कर दी। घटना को अंजाम देकर हमलावर फरार हो गए। कपिल को एक गोली सिर व दो कमर में लगी हैं। एसओ भावनपुर संजय कुमार के बाद सीओ सदर देहात अखिलेश भदौरिया भी मौके पर पहुंच गए। वहीं, परिजनों का आरोप है कि हमलावरों में एक बजरंग दल का महानगर संयोजक है। उससे विवाद के चलते हमला हुआ है।
गन्ना डालकर दोस्त संग जाना था
पुलिस को ग्रामीणों ने बताया कि कपिल का दोस्त गंगानगर निवासी देशराज घटना के समय साथ था। दोनों को कहीं जाना था। देशराज बाइक पर था। वहीं, ट्रैक्टर मालिक निजामुद्दीन ट्रैक्टर चला रहा था।
भूरा की मां व अजरुन के बहनोई हिरासत में
एसओ संजय कुमार का कहना है कि 20 नवंबर को दोनों पक्षों में मारपीट हुई थी। दोनों ओर से मुकदमा दर्ज हुआ था। हमले की घटना में अभी तक कोई तहरीर नहीं आई है। अजरुन राठी के घर पर दबिश दी गई। अजरुन राठी के बहनोई विवेक व भूरा की मां तथा एक अन्य जयकरण को हिरासत में ले लिया गया है।
भारी पड़ी पुलिस की लापरवाही
परिजनों का कहना है कि 20 नवंबर को गांव के भूरा व शिवम ने घर में घुसकर जानलेवा हमला किया था। पुलिस ने मुकदमा तो दर्ज कर लिया था, लेकिन बजरंग दल के महानगर संयोजक अजरुन राठी के दबाव में गिरफ्तारी नहीं की। परिजनों का कहना है कि यदि पुलिस कार्रवाई करती तो हमला नहीं होता।
कपिल को लगी तीन गोली
कपिल को तीन गोली लगने के बाद परिजन उसे लेकर आनंद अस्पताल पहुंचे थे, जहां से उसे रेफर कर दिया। इसके बाद परिजन न्यूटिमा अस्पताल पहुंचे, यहां से भी चिकित्सकों ने उसे रेफर कर दिया था। बताया गया कि परिजन उसे भर्ती करने की जिद कर रहे थे। इस बीच परिजन आपा खो गए और उन्होंने चिकित्सकों के साथ मारपीट करनी शुरू कर दी। इस पर अस्पताल के स्टॉफ और बाउंसरों ने परिजनों को दौड़ा लिया। देखते ही देखते मारपीट शुरू हो गई। अस्पताल में भी अफरा-तफरी मच गई। अन्य मरीज और तीमारदार कमरों में घुस गए। वहीं, पुलिस घटना सीसीटीवी में भी कैद हो गई, जिसमें परिजन अस्पताल चिकित्सक से मारपीट करते हुए दिखाई दे रहे हैं।
आधा घंटे तक हुई अराजकता नहीं पहुंची पुलिस
न्यूटिमा अस्पताल में करीब आधा घंटे तक अराजकता का माहौल रहा। परिजन और अस्पताल कर्मचारी जमकर मारपीट करते रहे। अस्पताल में मौजूद अन्य बीमार और तीमारदार सहमे रहे। डर के चलते कई ने तो अपने-अपने कमरों के दरवाजे ही बंद कर लिए थे। इस दौरान पुलिसकर्मी दिखाई तक नहीं दिए, जबकि मेडिकल थाना अस्पताल से कुछ ही दूरी पर है। घटनास्थल पर मौजूद लोगों का कहना है कि वह पुलिस को फोन करते रहे, लेकिन कोई नहीं पहुंचा। वहीं, कुछ लोगों का कहना था कि उन्होंने थाना प्रभारी को फोन किया तो उन्होंने खुद को मीटिंग में होने की जानकारी दी। मामला उनकी जानकारी में आने के बाद भी आधा घंटे बाद पुलिस पहुंची और मामले को शांत कराया। वहीं, थाना प्रभारी का कहना है कि जानकारी के तुरंत बाद ही पुलिस मौके पर पहुंच गई थी।
गाड़ियों पर बरसाए डंडे, बंधक बनाया
मारपीट के दौरान अस्पताल के अंदर से लेकर बाहर तक अफरा-तफरी का माहौल रहा। गाड़ियों में तोड़फोड़ की गई। इसके बाद सड़क पर अस्पताल कर्मचारी लाठी-डंडे लेकर घूमते रहे। बताया गया कि अस्पताल कर्मचारियों ने घायल के दो परिजनों को बंधक बनाकर जमकर पीटा। वहीं, मेडिकल थाना प्रभारी कुलवीर सिंह ने कहा कि अभी तक किसी भी ओर से तहरीर नहीं मिली है। परिजनों को बंधक बनाकर मारपीट करने का मामला उनके संज्ञान में नहीं है। मामले की जांच के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी।
इनका कहना है
गोली लगा हुआ मरीज अस्पताल में आया था। गंभीर हालत देखते हुए उसे रेफर कर दिया था, जिस पर परिजन इलाज का दबाव बना रहे थे। इसके बाद उन्होंने आरएमओ डा. शारिक की पिटाई की, जो सीसीटीवी में भी कैद है। सूचना पुलिस को दे दी गई है। मारपीट में अस्पताल का कोई भी व्यक्ति शामिल नहीं है।
- अमित अग्रवाल, मैनेजर न्यूटिमा
कपिल पर दर्ज हैं आठ मुकदमे
घायल कपिल पर गंगानगर व भावनपुर थाने में आठ मुकदमे दर्ज हैं। कपिल पर गुंडा अधिनियम के तहत भी कार्रवाई की हुई है। डिफेंस कॉलोनी के सामने हार्डवेयर की दुकान में दिनदहाड़े पिस्टल तानकर मारपीट करने के मामले में कपिल का नाम चर्चा में आया था, जिसका वीडियो भी वायरल हुआ था।
डाक्टर साहब मेरे बच्चे को बचा लो..
गोली लगने के बाद घायल युवक को परिजन जब न्यूटीमा अस्पताल लेकर पहुंचे तो उसकी हालत को देखकर डाक्टरों ने भर्ती करने से इन्कार कर दिया। डाक्टरों ने घायल को रेफर कर दिया। यह सुनते ही परिजनों में मायूसी छा गई। इसी बीच परिवार की एक महिला अस्पताल प्रतिनिधि के पैरों में गिर गई और पांव पकड़कर उसे भर्ती कर इलाज करने की गुहार लगाने लगी।