मेरठ में स्पर्श की समस्याएं दूर कर पूर्व सैनिकों ने सीखा मधुमक्खी पालन भी
पश्चिम यूपी सब-एरिया और चार्जिंग रैम डिवीजन की ओर से शनिवार को आरवीसी सेंटर एंड कालेज में वेटरन रैली का आयोजन किया गया। इस रैली में मेरठ और आस-पास के जिलों से 550 से अधिक पूर्व सैनिक व अफसरों ने हिस्सा लिया।
मेरठ, जागरण संवाददाता। पश्चिम यूपी सब-एरिया और चार्जिंग रैम डिवीजन की ओर से शनिवार को आरवीसी सेंटर एंड कालेज में वेटरन रैली का आयोजन किया गया। इस रैली में मेरठ और आस-पास के जिलों से 550 से अधिक पूर्व सैनिक व अफसरों ने हिस्सा लिया। कोविड महामारी के कारण यह आयोजन दो साल बाद हुआ। हमारे वेटरन, हमारी जिम्मेदारी के संदेश के साथ आयोजित इस वेटरन रैली में हर तरह की सुविधाएं व सेवाएं एक साथ रखने के साथ ही इस वर्ष कैंटीन की व्यवस्था भी की गई थी। कार्यक्रम का शुभारंभ स्टेशन कमांडर ब्रिगेडियर राजीव कुमार ने किया। इससे पहले यह रैली 13 अक्टूबर 2019 को हुई थी जिसमें साढ़े चार सौ पूर्व सैनिकों ने हिस्सा लिया था।
पेंशन सहित अन्य कार्यों की दी जानकारी
डिप्टी जीओसी ब्रिगेडियर राजीव ने पूर्व सैनकों व अफसरों से मुलाकात कर उनकी कुशलता पूछी। उन्होंने बताया कि वेटरन नोड के अंतर्गत पेंशन के 840 मामलों का निस्तारण हुआ जिसमें पूर्व सैनिकों को एक करोड़ से अधिक धनराशि का लाभ मिला। यूपी पुलिस और आर्म्ड फोर्सेस असिस्टेंस के 17 मामलों का अनुदान जारी किया। इनमें 11 मामलों में हर किसी को 10-10 लाख रुपये अनुदान प्रदान किया जा चुका हैत्र इनके अलावा 45 वीरनारियों को पांच-पांच लाख रुपये, 464 अन्य मामलों में प्रत्येक को 10 हजार रुपये, डिमाइज ग्रांट के 411 मामलों में प्रत्येक को 7000 रुपये प्रदान कया गए। स्पर्श सेवा के तहत 3500 पूर्व सेनिक परिवारों को लाभ मिला। आर्मी वेलफेयर प्लेसमेंट कार्यालय के जरिए 95 पूर्व सैनिकों को नौकरी मिली। इसके साथ ही ईडीएन स्कालरशिप योजना के तहत बैटल और फिजिकल कैजुअलिटी वाले सैनिकों के 410 बच्चों को एजुकेशन स्कालरशिप दिलाने की प्रक्रिया चल रही है।
रैली में मिली यह सुविधाएं
वेटरन रैली में सेना के मध्य कमान के अंतर्गत आने वाले सभी रिकार्ड कार्यालयों के प्रतिनिधियों से पूर्व सैनिकों को मुलाकात करने व चर्चा से समस्याओं का निस्तारण हुआ। नई पेंशन प्रणाली स्पर्श पेंशन पोर्टल के पंजीकरण और स्पर्श पेंशन पोर्टल में जीवन प्रमाण पत्र निकाला गया। मज्ञैके पर कैंटीन सुविधा, चिकित्सा, लैब, कृषि संबंधी और मधुमक्खी पालन के बारे में कृषि विश्वविद्यालय के प्रतिनिधियों ने जारी दी।
40 वीरनारियों को किया सम्मानित
वार्षिक वेटरन रैली में डिप्टी जीओसी ब्रिगेडियर राजीव कुमार ने 40 वीरनारियों को सम्मानित किया। इनमें बैटक कैजुअलिटी के चार सूबेदार राम सिंह की पत्नी अनिता भंडारी, राइफलमैन विशाल चौहान की माता सुषमा देवी, शौर्य चक्र से सम्मानित हवलदार अनिल कुमार तोमर की पत्नी मीनू और सूबेदार वीरेंद्र कुमार की पत्नी रीना के अलावा 26 फिजिकल कैजुअलिटी वाले सैनिकों के स्वजन और नौ सेवानिवृत्ति के बाद की वीरनारियों को सम्मानित किया गया।
पदमश्री हवलदार शीश राम को विशेष सम्मान
सेना के ईएमई कोर में 20 वर्ष और मेरठ छावनी स्थित आर्मी बेस वर्कशाप में टेक सूबेदार मेजर के तौर पर भी 20 वर्ष सेवाएं दे चुके हवलदार शीश राम को इसी साल राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने 21 मार्च को पद्मश्री सम्मान से नवाजा गया था। यह सम्मान उन्हें राष्ट्रीय एकता, महिला सशक्तिकरण, भारतीय युद्ध और भारतीय कला के इतिहास पर बनाई गई कलाकृतियों के लिए मिला है। उनके कला की तमाम प्रदर्शनी देश-विदेश में लग चुकी हैं। वह सेना में 18 वर्ष की उम्र में 1968 में ईएमई सेंटर में भर्ती हुए। प्रशिक्षण के दिनों से ही उन्हें मैकेनिकल ड्राइंग करना पसंद है। वर्ष 1971 के युद्ध में हिस्सा लेने के दौरान ही उनके मन में युद्ध और हथियारों को अपनी कला के जरिए प्रदर्शित करने की इच्छा जागी। मिलिट्री कालेज ईएमई सिकंदराबाद से प्रशिक्षण लेने के बाद वह सेना में रहते हुए और सेवानिवृत्ति के बाद भी कला के प्रति अपने जुनून को कायम रखा। उनकी इन्हीं उपलब्धियों को देखते हुए डिप्टी जीओसी ब्रिगेडियर राजी कुमार ने विशेष रूप से सम्मानित किया।